नई दिल्ली, 3 मार्च 2022 : भारत में तेल और गैस की खोज एवं उत्पादन करने वाली सबसे बड़ी निजी कंपनी केयर्न ऑयल एंड गैस ने पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित अपनी भाग्यम फील्ड के परिचालन के 10 सफल वर्ष पूरे कर लिए हैं। भाग्यम फील्ड की खोज 2004 में की गई थी और यहां 2012 में उत्पादन शुरू हुआ था। यह एमबीए (मंगला भाग्यम ऐश्वर्या) ट्रिनिटी का हिस्सा है और मंगला के बाद कंपनी की दूसरी सबसे बड़ी ऑयल फील्ड है। संयुक्त राजस्थान ब्लॉक वर्तमान में भारत के घरेलू उत्पादन में एक तिमाही का योगदान करता है। केयन ने हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय प्रौद्योगिक प्रदाता बेकर ह्यूजेज के साथ साझेदारी की थी ताकि भाग्यम फील्ड से रिकवरी को बढ़ाया जा सके और अपने रिकवरी योग्य रिजर्व को बढ़ाकर 250 मिलियन बैरेल ऑयल इक्विवैलेंट किया जा सके।
इस अवसर पर, केयर्न ऑयल एंड गैस के डिप्टी सीईओ प्रचुर साह ने कहा, “फिलहाल देश के घरेलू उत्पादन का 90 प्रतिशत पुराने ऑयल फील्ड्स से आ रहा है। इसके लिए, हमें सबसे उन्नत तकनीकों में निवेश को प्रोत्साहन देकर मौजूदा फील्ड्स से रिकवरी एवं उत्पादन बढ़ाने पर ज्यादा जोर देने की जरूरत है। भाग्यम फील्ड अपेक्षाओं से कहीं आगे रही है और इसने अभी तक 62 मिलियन बैरेल से अधिक तेल का उत्पादन किया है। यह लगातार भारत के घरेलू ऊर्जा के क्षेत्र में योगदान कर रही है और आगे भी करती रहेगी। क्योंकि केयर्न देश के कच्चे तेल के उत्पादन की दिशा में 50 प्रतिशत का योगदान करने के अपने प्रयास की ओर बढ़ रहा है।”
भाग्यम फील्ड नवाचार का केंद्र रही है और इन नवाचारों ने फील्ड को अभी तक 62 mboe से अधिक का उत्पादन करने में सक्षम बनाया है। अब, बेकर ह्यूजेज के साथ हाल में की गई तकनीकी साझेदारी फील्ड को 250 mboe के उत्पादन की दिशा में ले जाने का वादा करती है। इसके अलावा, भाग्यम में कई दूसरी विकास परियोजनायें भी हैं। इनमें भाग्यम एन्हैंस्ड ऑयल रिकवरी (ईओआर) परियोजना और क्षमता को 20 KBLPD से बढ़ाकर 40 KBLPD करने के लिए बीपीडब्लूआरआइ परियोजना शामिल है। फील्ड ने बारिश के मौसम के लिए पॉलीमर इंजेक्शन 85KBPD और 8MW ईडीजी सेट-अप जैसी प्रमुख परियोजनायें भी हासिल की हैं। यही नहीं, भाग्यम में ‘ऑन्ली सेफ प्रोडक्शन’ (केवल सुरक्षित उत्पादन) के माध्यम से नवाचार के आम दृष्टिकोण को 2021 में ब्रिटिश सेफ्टी काउंसिल सर्टिफिकेशन अवार्ड्स द्वारा सम्मानित किया गया है।
केयर्न ऑयल एंड गैस मौजूदा परियोजनाओं के माध्यम से भारत के कच्चे तेल उत्पादन की दिशा में 50 प्रतिशत का योगदान करनेके दृष्टिकोण को पूरा करने की दिशा में काम करना जारी रखेगी। ये परियोजनाएं भाग्यम के 14 इनफिल कुंओं,एनआइ-एनई विकास और 7 MW के जीईजी सेट-अप एवं वेल पैड पर चल रही हैं। केयर्न के राजस्थान ब्लॉक में दूसरी सबसे बड़ी तेल खोज होने के नाते, भाग्यम पुरानी फील्ड्स के लिए एक बेंचमार्क बना हुआ है जोकि निरंतर निवेश एवं तकनीकों की मदद से लगातार लाभ दिला सकता है। यह फील्ड भारत की वृद्धि को सहयोग करने के लिए और ज्यादा तेल का उत्खनन, खोज एवं उत्पादन करने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाती है।