यूएई हेतु कुशल कार्यबल तैयार करने के लिए वाराणसी में स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर स्थापित किया जाएगा

नई दिल्ली, मई, 2022: एनएसडीसी इंटरनेशनल और डीपी वर्ल्ड की भारतीय यूनिट, हिंदुस्तान पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के बीच एक एमओयू साइन किया गया जिसके अनुसार वाराणसी में एक स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर विकसित किया जाएगा और लॉजिस्टिक्स, पोर्ट्स और सम्बन्धित क्षेत्रों में विदेशी रोजगार के अवसरों प्राप्त करने के लिए भारतीय युवाओं को कौशल प्रदान किया जाएगा।वाराणसी में स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, वैश्विक बाजारों के लिए उम्मीदवारों को तैयार करते हुए अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार कौशल प्रदान करेगा।एनएसडीसी इंटरनेशनल के डायरेक्टर श्री वेद मणि तिवारी और डीपी वर्ल्ड के एग्ज़ीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट और एचपीपीएल के डायरेक्टर मोहम्मद अल मुआलेम, के बीच एमओयू का आदान-प्रदान हुआ। इसमें केंद्रीय शिक्षा मंत्री और कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान, कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्य मंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर, संयुक्त अरब अमीरात के उद्यमिता और एसएमई राज्य मंत्री डॉ. अहमद बेलहौल अल फलासी, एमएसडीई के सचिव श्री राजेश अग्रवाल, संयुक्त अरब अमीरात में भारत के राजदूत श्री संजय सुधीर और डीपी वर्ल्ड उपमहाद्वीप के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर रिजवान सूमर की उपस्थिति रही।
श्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस बात को रेखांकित किया कि भारत, संयुक्त अरब अमीरात और दुनिया भर के अन्य देशों का एक महत्वपूर्ण भागीदार है।उन्होंने कहा कि सरकार भारत के युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए तेजी से काम कर रही है।सरकार एक विश्वसनीय, योग्य और सक्षम कार्यबल तैयार कर रही है जो न केवल भारत के लिए बल्कि दुनिया की अन्य अर्थव्यवस्थाओं के लिए भी आर्थिक सफलता को बढ़ावा देगा। उन्होंने आगे कहा कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच मौजूदा मजबूत संबंधों के साथ, यह एक और सफल साझेदारी होगी जो हमारे संबंधों को गहरा करेगी। स्किल इंडिया मिशन का उद्देश्य आर्थिक समृद्धि लाना और देश के युवाओं को नए अवसर प्रदान करना है।
संयुक्त अरब अमीरात में स्किल्ड प्रोफेशनल्स के महत्व पर जोर देते हुए, संयुक्त अरब अमीरात के उद्यमिता और एसएमई राज्य मंत्री, डॉ अहमद बेलहौल अल फलासी ने कहा, “यह एसोसिएशन दोनों देशों के युवाओं के बीच कौशल विकास में तेजी लाने में मदद करेगा और और दोनों अर्थव्यवस्थाओं के लेबर मार्केट में उभरते कौशल के लिए फायदेमंद होगा।मैं भविष्य के लिए तैयार कुशल कार्यबल के निर्माण के लिए सहयोग के लिए एनएसडीसीआई और डीपी वर्ल्ड दोनों को बधाई देता हूं। यह एमओयू संयुक्त अरब अमीरात और भारत के बीच संबंधों को और अधिक मजबूत करेगा और वर्कफोर्स प्रोडक्टिविटी बढ़ाने में मदद करेगा”।
एमओयू साइन करने से पहले मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान और डॉ. अहमद बेलहौल अल फलासी, उद्यमिता और एसएमई राज्य मंत्री, संयुक्त अरब अमीरात की अध्यक्षता में एक द्विपक्षीय चर्चा हुई। उन्होंने कौशल विकास और उद्यमशीलता में द्विपक्षीय जुड़ाव को और मजबूत करने और भारत-यूएई सीईपीए को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के तरीकों पर विमर्श किया।दोनों पक्षों ने कौशल आधारित सहयोग बढ़ाने के लिए सभी हितधारकों को शामिल करने के लिए व्यापक इन्सटिट्यूशनल फ्रेमवर्क को विकसित करने और मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की, जिसमें वर्कफोर्स की अपस्किलिंग, ट्रेनिंग ऑफ़ ट्रेनर्स, एक्सचेंज प्रोग्राम्स को सुविधाजनक बनाना और अप्रेंटिसशिप शामिल है।संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय कौशल केंद्रों द्वारा जारी प्रमाणपत्रों की मान्यता और कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय, भारत सरकार और नेशनल क्वालिफिकेशन, यूएई के बीच जी-टू-जी तंत्र के रिनीवल पर भी चर्चा की गई ताकि भारतीय वर्कफोर्स के मूल्यांकन और सर्टिफिकेशन की प्रक्रिया को उदार बनाने के साथ ही मोबिलिटी बढ़ाना सुनिश्चित किया जा सके।
स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर्स का उद्देश्य भारतीय युवाओं को हाई-क्वालिटी ट्रेनिंग प्रदान करना है। ये सेंटर्स संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और अन्य जीसीसी क्षेत्रों जैसे देशों में इन्टरनेशनल इम्पलॉयर्स की मांग के अनुसार कौशल प्रदान करते हुए ट्रेनिंग सुविधाएं देंगे।स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर्स में अन्य देशों में स्किल्ड और सर्टिफाइड वर्कफोर्स की आपूर्ति की सुविधा के लिए भागीदार संगठनों और ओवरसीज़ रिक्रूटर्स का एक बड़ा नेटवर्क भी होगा। ये भागीदार संगठन विदेशी बाजारों से डिमांड इकट्ठा करने के लिए एनएसडीसी इंटरनेशनल के साथ काम करेंगे। सेंटर्स में मोबिलाइजेशन, काउंसलिंग, स्किल ट्रेनिंग, प्री-डिपार्चर ओरिएन्टेशन, फॉरेन लैन्गुएज ट्रेनिंग, प्लेसमेंट और इमिग्रेशन और पोस्ट-प्लेसमेंट सपोर्ट जैसी सेवाएं होंगी।

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