सिंगापुर से सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता की मौत की खबर आने के साथ ही पुलिस ने दिल्ली वालों को गुस्से का इजहार करने पर रोक लगाने का फैसला ले लिया। इंडिया गेट समेत नई दिल्ली के सभी इलाकों में पुलिस का कड़ा पहरा लगा दिया गया। जंतर-मंतर में भी सुरक्षा का कड़ा पहरा है। हालांकि, खबर आ रही है कि इंडिया गेट को जाने वाले रास्तों को खोलने पर विचार किया जा रहा है। इंडिया गेट में प्रदर्शन की इजाजत दी जा सकती है।
लोगों का गुस्सा सड़कों तक न पहुंच सके इस कारण पिछले दिनों की तरह फिर मेट्रो पर लगाम कस दी। शनिवार सुबह 7:40 बजे से नई दिल्ली इलाके के आसपास स्थित मेट्रो के 10 स्टेशनों को अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया। अन्य दिनों की तरह शनिवार को भी मेट्रो स्टेशन सुबह छह बजे खोल दिए गए थे, इसी बीच पुलिस से प्राप्त आदेश के तहत आनन फानन में मेट्रो स्टेशन को खाली कराया गया और स्टेशन के प्रवेश व निकास द्वार को बंद कर दिया गया। सुबह कामकाज के लिए घर से निकले जो लोग मेट्रो में सफर कर रहे थे, अचानक स्टेशन बंद करने की सूचना से परेशान हो गए।
बंद होने वाले स्टेशनों में प्रगति मैदान, मंडी हाउस, बाराखंबा, पटेल चौक, केंद्रीय सचिवालय, राजीव चौक, उद्योग भवन, रेस कोर्स, जोर बाग और खान मार्केट शामिल है। राजीव चौक और केंद्रीय सचिवालय पर लोग लाइन बदल तो सकेंगे लेकिन स्टेशन से बाहर नहीं निकल सकेंगे। मालूम हो कि पहले भी जब इंडिया गेट और विजय चौक के आसपास लोग इकट्ठा होने लगे थे तो पुलिस ने इस तरह का एक्शन लिया था। मेट्रो प्रवक्ता का कहना है कि स्टेशनों को पुलिस के निर्देश के चलते बंद किया गया है। जब स्टेशन को खोलने का निर्देश मिलेगा तभी वह खोले जाएंगे। गत 16 दिसंबर को लड़की से सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद लोगों का गुस्सा खुल कर सामने आया था और लोग भारी मात्रा में इंडिया गेट और लुटियंस दिल्ली के इलाके में इकंट्ठे होने लगे थे। अलग-अलग समय सीमा के साथ लगभग चार दिन तक मेट्रो की रफ्तार पर लगाम रही। पीड़िता की मौत की खबर आई तो पुलिस ने मेट्रो स्टेशनों को फिर से बंद करने का फरमान जारी कर दिया है।