डिजिटल लिटरेसी में भारत के 2.5 मिलियन सिविल सर्वेन्ट्स की कैपेसिटी बिल्डिंग के लिए माइक्रोसॉफ्ट ने एमएसडीई और सीबीसी के साथ साझेदारी की

नई दिल्ली, 9 अगस्त, 2022: माइक्रोसॉफ्ट ने भारत के सिविल सर्वेन्ट्स को फ्यूचर-रेडी स्किल्स के साथ सशक्त बनाने के लिए कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) और कैपेसिटी बिल्डिंग कमीशन (सीबीसी) के साथ भागीदारी की है। माइक्रोसॉफ्ट डिजिटल प्रोडक्टिविटी स्किल्स में एमएसडीई द्वारा कैपेसिटी बिल्डिंग – प्रोजेक्ट का उद्देश्य भारत सरकार के लगभग 2.5 मिलियन सिविल सर्वेन्ट्स की फंक्शनल कंप्यूटर लिटरेसी को बढ़ाना है। यह प्रोजक्ट समाज के कमजोर और वंचित वर्गों को कुशल और प्रभावी सिटीज़न सेन्ट्रिक सेवाएं प्रदान करने के लिए उन्हें डिजिटल रूप से सशक्त बनाएगा। यह उन्हें अंतिम छोर तक सामाजिक कल्याण की सेवाएं देने में सक्षम बनाएगा।

श्री राजेश अग्रवाल, सेक्रेटरी एमएसडीई; श्री आदिल जैनुलभाई, चेयरमैन, सीबीसी; श्री प्रवीण परदेशी, मैम्बर एडमिन, सीबीसी और श्री आशुतोष चड्ढा, ग्रुप हेड एंड डायरेक्टर, गवर्नमेन्ट अफेयर्स, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया की उपस्थिति में इस एमओयू को साइन और एक्सचेन्ज किया गया।

प्रोजेक्ट के भीतर, प्रशिक्षण में सेक्शन ऑफिसर्स, असिस्टेन्ट सेक्सन ऑफिसर्स, क्लर्क, अपर डिवीजन क्लर्क, लोअर डिवीजन क्लर्क, अंडर सेक्रेटरी, डिप्टी सेक्रेटरी, और केंद्र सरकार की संस्थाओं में सीनियर, जूनियर और सहायक स्तरों पर समकक्ष ऑफिसर्स जैसे जॉब रोल्स शामिल होंगे। सीबीसी ने रक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता, व्यय, वित्त, सामाजिक न्याय, नागरिक उड्डयन, पोर्ट्स और शिपिंग, और श्रम मंत्रालयों के लिए कैपेसिटी बिल्डिंग योजनाएं शुरू की हैं। इन जॉब रोल्से के बीच पहचाने गए प्रमुख कॉम्पीटैन्सी गैप्स में से एक पेशेवर स्तर पर वर्ड, एक्सेल और पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन जैसे माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस टूल्स पर काम करते समय आवश्यक डिजिटल प्रोडक्टिविटी एप्लिकेशन्स स्किल्स की कमी थी। इसलिए, साझेदारी के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम अधिकारियों को उनके डिजिटल प्रोडक्टिविटी स्किल्स को अपग्रेड करने के लिए सक्षम किया जाएगाताकि वे विभिन्न मंत्रालयों में अपनी भूमिका को प्रभावी ढंग से पूरा कर सकें।

साझेदारी की सराहना करते हुए, एमएसडीई के सेक्रेटरी, श्रीराजेश अग्रवाल ने कहा, “आज का सहयोग हमारे माननीय प्रधानमंत्री द्वारा परिकल्पित मिशन कर्मयोगी पहल के अनुरूप है, यह हमारे सिविल सर्वेन्ट्स के विकास की दिशा में है। डिजिटल लिटरेसी को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रमों पर जोर देकर, हम अपने नागरिकों को परेशानी से मुक्त सेवाएं प्रदान करने और दिन-प्रतिदिन के बिजनेस में पारदर्शिता लाने में सक्षम होंगे। हमारा उद्देश्य नागरिकों के अनुकूल और बिजनेस के अनुकूल नीतियां विकसित करना है। टेक्नोलॉजी हमारे दैनिक जीवन का एक अभिन्न अंग बन गई है। माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, एक्सेल और पॉवरपॉइंट अब हमारे कामकाजी जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा हैं। इसलिए, यह जरूरी है कि हमारे वर्कफोर्स को इन कार्यक्रमों में प्रशिक्षित किया जाए, और मुझे विश्वास है कि इस गठबंधन के साथ, हम मिशन कर्मयोगी को एक सफल योजना बनाने में सक्षम होंगे”।

सीबीसी के चेयरमैन श्रीआदिल ज़ैनुलभाई ने कहा, “माननीय प्रधानमंत्री का मिशन कर्मयोगी का विज़न प्रत्येक सिविल सर्वेन्ट की क्षमता को मजबूत करना है। उन प्रमुख क्षमताओं में से एक दिन-प्रतिदिन के काम के लिए विभिन्न प्रकार की डिजिटल टेक्नोलॉजी में सक्षम होना है। एमएसडीई और माइक्रोसॉफ्ट के साथ सहयोग से सिविल सर्वेन्ट्स को अपनी पसंद के समय पर डिजिटल रूप से प्रशिक्षित करने की अनुमति मिलेगी। यह उनकी क्षमताओं को बढ़ाएगा और उन्हें और अधिक प्रभावी बनाएगा।”

माइक्रोसॉफ्ट इंडिया, गवर्नमेंट अफेयर्स के ग्रुप हेड और डायरेक्टर श्री आशुतोष चड्ढा ने कहा, “हर जॉब के लिए तेजी से डिजिटल स्किल्स की आवश्यकता होगी और हम देश में और अधिक स्किलिंग के अवसर पैदा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें कैपेसिटी बिल्डिंग कमीशन (सीबीसी) और कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के साथ साझेदारी करने का सौभाग्य मिला है। इस कार्यक्रम के माध्यम से, हमारा लक्ष्य केंद्र सरकार के कर्मचारियों को प्रमुख डिजिटल स्किल्स में सशक्त बनाना और डिजिटल इंडिया के विज़न को आगे बढ़ाना है। यह पहल न केवल अधिक प्रोडक्टिविटी को बढ़ावा देगी बल्कि अधिक डिजिटल सॉल्यूशन्स के साथ ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को सक्षम बनाएगी।”

साझेदारी के हिस्से के रूप में, माइक्रोसॉफ्ट एमएसडीई के लिए माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 365 डिजिटल प्रोडक्टिविटी सूट ऑफरिंग पर एक ऑनलाइन, सेल्फ-पेस लर्निंग कोर्स विकसित करेगा, जो एमएसडीई को केंद्र सरकार के मंत्रालयों और विभागों के अधिकारियों को डिजिटल स्किल ट्रेनिंग प्रदान करने में सक्षम बनाएगा। कोर्सेज़ दो कैटेगरी के तहत बनाए जाएंगे, बिगिनर्स औरएडवान्स्ड कोर्स।जिसमें से प्रत्येक कोर्स 12 घंटे की अवधि का होगा। एक बार बिगिनर्स कोर्स में कम्पलीशन सर्टिफिकेट मिलने के बाद ही लर्नर्स, एडवान्स्ड कोर्स को एक्सेस कर पाएँगे।माइक्रोसॉफ्ट कोर्स कंटेंट को माइक्रोसॉफ्ट कम्युनिटी ट्रेनिंग पोर्टल (एमसीटी) पर होस्ट करेगा, जिसे लर्नर आसानी से एक्सेस कर सकता है।

एमएसडीई और सीबीसी एमसीटी द्वारा सीबीसी के सहयोग से केंद्र सरकार के विभिन्न संगठनों और विभागों के अधिकारियों के लिए माइक्रोसॉफ्ट से डेवलप्ड कोर्स कंटेंट तक नि:शुल्क पहुंच को सक्षम करेंगे। एमएसडीई सरकारी अधिकारियों के लिए एमसीटी द्वारा ऑनलाइन सेल्फ-पेस ट्रेनिंग प्रोग्राम के सफल डिप्लॉयमेन्ट की दिशा में पार्टियों के बीच सहयोग और सहभागिता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके अलावा, एमएसडीई प्रोजेक्ट की प्रगति की निगरानी करेगा और ट्रेनिंग आउटकम पर नज़र रखेगा।

यह सभी मिनिस्ट्रीज़, डिपार्टमेन्ट्स एंड ऑर्गनाइजेशन (एमडीओ) को नेशनल ट्रेनिंग पॉलिसी के अनुसार, सभी सेक्शन ऑफिसर्स और असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर्स को उनके कैरियर की प्रगति के लिए डिजिटल प्रोडक्टिविटी स्किल्स में सर्टिफाइड करने के लिए अनिवार्य बनाने हेतु प्रोत्साहित करेगा।

error: Content is protected !!