सरकार की अग्निवीर योजना के तहत सेना में भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इसके लिए देश के अलग-अलग शहरों में युवाओं का फिजिकल फिटनेस टेस्ट हो रहा है. इस बीच ऐसी खबरें आ रही हैं कि अग्निवीर परीक्षा पास करने के लिए युवा गलत तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं. भर्ती से पहले हुई स्क्रीनिंग में आर्मी ने उन युवाओं की पहचान की है जो स्टेरॉइड इंजेक्शन की डोज लेकर दौड़ लगाने आए थे.
की भर्ती करा रहे आफिसर्स के मुताबिक, शुरुआती स्क्रीनिंग में 150 से अधिक अभ्यर्थी की पहचान की गई है जिन्होंने स्टेरॉयड या किसी और इंजेक्शन की डोज लगवाई थी. ये सभी अभ्यर्थी नौकरी की दौड़ लगाने आए थे.
टेस्ट से पहले जब मेडिकल टीम ने इन युवाओं की जांच की तो इनके शरीर पर इंजेक्शन लगवाने के निशान मिले. सेना की मेडिकल टीम ने गहराई से जांच की तब पता चला कि ये लोग इंजेक्शन लगवाकर आए थे.
सेना की टीम ने ऐसे युवाओं को एक तरफ कर पूछताछ शुरू की. पहले तो ये सभी युवा उन्हें गुमराह करते रहे लेकिन जब सख्ती से बात की गई तो इन लोगों ने सच बोलना शुरू कर दिया. युवाओं ने बताया कि दौड़ में खुद को आगे रखने के लिए स्टेरायड इंजेक्शन लिया है. भर्ती के प्रभारी ने बताया कि स्टेरायड का प्रयोग करने पर इन सभी को रैली से बाहर कर दिया गया है. इन युवाओं का पता ले लिया गया है. अब इनके खिलाफ विधिक और कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है. ये सभी अब भविष्य में किसी भी भर्ती की रैली में भाग नहीं ले सकेंगे.
गौरतलब है कि कोरोना महामारी की वजह से एक लंबे अंतराल के बाद सेना में भर्ती की प्रक्रिया शुरू हुई है. ऐसे में महीनों से तैयारी कर रहे युवा मौके को हाथ से नहीं जाने देना चाहते हैं. लेकिन भर्ती के लिए गलत रास्ते का इस्तेमाल करके वो ना सिर्फ अपना भविष्य बर्बाद कर रहे हैं बल्कि अपने शरीर से भी खिलवाड़ कर रहे हैं.