एसएचओ पर बदसलूकी का आरोप लगाने वाली टीचर की पेशी आज

दिल्ली पुलिस के एसएचओ पर हिरासत में लेकर बदसलूकी करने का आरोप लगाने वाली शिक्षिका साक्षी को विजिलेंस विभाग ने गुरुवार को नोटिस भेज कर पार्लियामेंट थाने में 12 बजे पेश होने को कहा है।

गौरतलब है कि इस एसएचओ ने गैंगरेप के खिलाफ इंडिया गेट पर प्रदर्शन कर रही एक शिक्षिका को हिरासत में लेकर उसके साथ बदसलूकी की। शिक्षिका से जेल में झाड़ू पोछा लगवाया। सिर्फ उस शिक्षिका ने ही नहीं बल्कि जंतर मंतर पर इन्साफ के लिए लड़ रहे अन्य कई आंदोलनकारियों ने भी पुलिस पर अवैध रूप से हिरासत में रखने तथा अमानवीय व्यवहार करने का आरोप लगाया है।

उधर,एसएचओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सोमवार को कार्टूनिस्ट असीम त्रिवेदी समेत कई लोगों ने प्रदर्शन किया। मामले के तूल पकड़ता देख पुलिस अधिकारी आरोपों की जांच करने की बात कह रहे हैं। नजफगढ़ निवासी साक्षी का कहना है कि वह रविवार सुबह गैंगरेप की घटना के विरोध में नारे लिखी तख्ती लेकर इंडिया गेट की तरफ जा रही थी। रास्ते में पुलिसकर्मियों ने उन्हें उधर जाने से मना किया। इस पर उन्होंने दूसरे रास्ते से जाने की कोशिश की। इस पर पुलिस ने बिना पूछताछ किए उन्हें संसद मार्ग थाने ले आई। वहां एसएचओ दिनेश कुमार व एक महिला पुलिसकर्मी ने उसे थप्पड़ जड़ दिए और गालियां देने लगे। उसके चश्मे भी छीन लिए। शाम तक थाने में बिठाकर पुलिस अमानवीय व्यवहार करती रही।

साक्षी बताती हैं कि थाने के बाहर समर्थकों को जुटता देख पुलिस ने शाम लगभग 6.30 बजे उन्हें रिहा किया। इसके बाद वह दोबारा जंतर-मंतर पहुंचीं। वहां एसएचओ ने उसके साथ दोबारा बदसलूकी की। इस मामले पर कार्टूनिस्ट असीम त्रिवेदी ने साक्षी से मारपीट करने वाले एसएचओ दिनेश कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने की मांग की है।

गौरतलब है कि पिछले दिनों संसद मार्ग थाने में हिरासत में रखी गई छात्रा शांभवी और उनकी मां ऊषा सक्सेना ने पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। उसका कसूर सिर्फ इतना था कि उसने ट्वीट के जरिए लोगों तक पुलिस ज्यादती की दास्तां पहुंचाई थी।

-पुलिस बोली- तेरे साथ तो रेप नहीं हुआ न

एसएचओ व महिला स्टाफ के थप्पड़ मारने के बाद मुझे एक कमरे में बंद कर दिया गया। जहां सुबह करीब 10.30 बजे एक पुलिसकर्मी आया। उसने मुझे वहां चश्मा पहने बैठा देखकर कहा तेरे साथ तो रेप नहीं हुआ है न। इतना कहकर उसने मेरा 10.5 प्वाइंट का चश्मा छीन लिया। मुझे बैठा देखकर कहा गया कि इससे झाडू-पोछा लगवाओ। इसके बाद मुझसे साफ-सफाई करवाई गई। जो दिल्ली पुलिस सामूहिक दुष्कर्म की वारदात के बाद भी महिलाओं के साथ ऐसा रवैया अपना रही है उसका भगवान ही मालिक है। -साक्षी, शिक्षिका

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