अकबरूदीन ओवैसी पर आई आफत

बीते 24 दिसंबर को आंध्र प्रदेश के आदिलाबाद के एक कौमी जलसे में भारत के खिलाफ जहर उगलनेवाले अकबरूद्दीन ओवैसी के खिलाफ आज हैदराबाद की एक स्थानीय अदालत में सुनवाई हुई तो दूसरी ओर दिल्ली के संसद मार्ग थाने में शबनम हाशमी ने भी भावना भड़काने और उकसाने का मामला दर्ज करवाया है। अपनी शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया कि ‘पूरा भाषण अत्यधिक आपत्तिजनक और भड़काउ’ है और यह देश की सांस्कृतिक विरासत के खिलाफ है। सामाजिक कार्यकर्ता और अनहद से जुड़ी शबनम हाशमी ने अपनी शिकायत में कहा है कि यह हमारे देश के संविधान, लोकतंत्र और धर्म निरपेक्ष मूल्यों पर कड़ा प्रहार है। इस तरह से घृणित भाषण समाज को बांटते हैं, शांति को भंग करते हैं और इससे संघर्ष और दंगे होते हैं। इस बीच ओवैसी के भाषण पर हैदराबाद की एक स्थानीय अदालत में भी सुनवाई हुई। हैदराबाद के एक वकील कासिमशेट्टी करुणा ने अकबरूद्दीन के खिलाफ चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के यहां वाद दायर कर रखा है। करुणा ने ओवैसी पर भावनाएं भड़काने और धर्म का अपमान करने का वाद दायर किया है जिस पर आज सुनवाई की गई। करुणा ने अकबरूद्दीन के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153 ए और 295 ए के तहत वाद दाखिल किया है। अकबरुद्दीन ओवैसी मजलिस-ए-एत्तिहादुल-मुसलमीन का नेता है और उसने हाल में ही 24 दिसंबर को आदिलाबाद के निर्मल नगर में आयोजित एक जलसे में उसने सीधे सीधे हिन्दोस्तान को चुनौती देते हुए कहा था कि अगर सरकार अपनी पुलिस 15 मिनट के लिए घर बैठा ले तो वह बता देगा कि देश के 100 करोड़ लोग ताकतवर हैं कि देश के 25 करोड़ मुसलमान। उसके इस भाषण पर सोशल मीडिया में कड़ी प्रतिक्रिया हुई थी। 42 साल का ओवैसी चंद्रयागुट्टा विधानसभा सीट से विधायक है और इस वक्त इलाज के सिलसिले में लंदन गया हुआ है। अकबरुद्दीन का भाई असदुद्दीन ओवैसी मजलिस का अध्यक्ष है और इस वक्त लोकसभा सांसद है। दोनों ही भाई आंध्र प्रदेश में नफरत की राजनीति के लिए जाने जाते हैं और भावनाएं भड़काकर चुनाव जीतने में माहिर हैं।
विस्फोट डॉट कॉम से साभार

error: Content is protected !!