नई दिल्ली, मार्च, 2023: कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के तत्वावधान में काम कर रहे राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) ने त्रिपुरा ट्राइबल एरियाज ऑटोनॉमस डिस्ट्रिक्ट काउंसिल (टीटीएएडीसी) और मेधावी स्किल्स यूनिवर्सिटी के एडमिनिस्ट्रेशन के साथ “महाराजा किरीट बिक्रम इंटरनेशनल सेंटर फॉर इनोवेशन एंड स्किल्स एक्सीलेंस” नामक नेशनल स्किल्स एकेडमी विकसित करने के लिए एक त्रि-पक्षीय समझौता ज्ञापन की घोषणा की है।सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) भारत और दुनिया भर में प्रशिक्षित पैरामेडिकल स्टाफ और नर्सों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य सेवा और पैरामेडिकल कौशल के क्षेत्र में क्षमता निर्माण पर ध्यान केंद्रित करेगा।
समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान श्री वेद मणि तिवारी, सीओओ (ऑफिशिएटिंग सीईओ) एनएसडीसी; श्री कुलदीप शर्मा, प्रो चांसलर, मेधावी स्किल्स यूनिवर्सिटी और श्री चंद्र कुमार जमातिया,आईएएस,चीफ़ एग़जीक्यूटिव ऑफिसर, त्रिपुरा ट्राइबल ऑटोनॉमस डिस्ट्रिक्ट काउन्सिल के बीच हुआ।
साइनिंग अथॉरिटी के अलावा श्री भाबा रंजन रियांग, एग़्ज़ीक्यूटिव मेम्बर-टीटीएएडीसी; श्री प्रवेश दुदानी, एमएसयू के संस्थापक और चांसलर; कैप्टन जी.एस. राठी, एडवाइज़र- टीटीएएडीसी; श्रीमती स्मिता चेतिया तालुकदार, रीजनल हेड नार्थ ईस्ट एनएसडीसी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे
एक इम्पलॉयमेन्ट हब के रूप में कार्य करते हुए, सीओई त्रिपुरा के युवाओं को स्वास्थ्य और पैरामेडिकल क्षेत्रों के साथ-साथ अन्य संबंधित क्षेत्रों में अंतरराष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण और गतिशीलता की सुविधा प्रदान करके सर्वश्रेष्ठ कौशल विकास पहल प्रदान करेगा,।इस वेन्चर के द्वारात्रिपुरा ट्राइबल एरिया ऑटोनॉमस डिस्ट्रिक्ट काउन्सिल (TTAADC) सीओई में उपलब्ध पाठ्यक्रमों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए प्रचार गतिविधियों में सहायता करेगी। काउन्सिल एक समग्र प्रशासनिक सहायता के लिए जिम्मेदार होगी और अधिक मान्यता के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एकेडमी को बढ़ावा देगी। जब भी आवश्यकता होगी, वे केंद्रीय मंत्रालयों, अंतर्राष्ट्रीय फाउंडेशनों और प्रतिष्ठित कॉरपोरेट्स को सिफारिशें भी प्रदान करेंगे।यह पूरे पूर्वोत्तर में सबसे विशिष्ट परियोजनाओं में से एक होगी जहां छात्रों को वैश्विक मानकों के अनुसार प्रशिक्षित किया जाएगा और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ देशों में प्लेस किया जाएगा। तिप्रसा और अन्य लोगों के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक कार्यकारी वर्ग बनाकर एक श्रमिक वर्ग बनाने की अवधारणा को प्रतिस्थापित किया जाएगा। त्रिपुरा के आदिवासी छात्रों के लिए पूरी फीस माफी के साथ 50% सीटें विशेष रूप से आरक्षित होंगी।
साझेदारी पर बोलते हुए,श्री वेद मणि तिवारी, सीओओ (ऑफिशिएटिंग सीईओ) एनएसडीसीने कहा, “महामारी ने स्वास्थ्य सेवाओं और कई अन्य क्षेत्रों जैसे हास्पिटैलिटी, कन्सट्रक्शन, लॉजिस्टिक्स और अन्य पर अभूतपूर्व प्रभाव डाला है। हमने लोगों की प्राथमिकताओं में प्रभाव देखा और जिओ-पॉलिटिकल मुद्दों के कारण कार्य की प्रकृति भी प्रभावित हुई।और इसके साथ ही पिछले कुछ वर्षों में दुनिया बहुत बदल गई है, लेकिन ये बदलाव अपने साथ हमारे युवाओं के लिए बहुत बड़े अवसर भी लाए हैं। “महाराजा किरीट बिक्रम इंटरनेशनल सेंटर फॉर इनोवेशन एंड स्किल्स एक्सीलेंस” का शुभारंभ पूर्वोत्तर भारत के युवाओं के लिए वैश्विक अवसर खोलने की दिशा में एक कदम है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में प्रत्येक 1,511 लोगों पर एक डॉक्टर है, जो कि WHO के 1:1,000 के अनुशंसित अनुपात से कम है। इसी तरह, 1:300 के अनुशंसित अनुपात के विपरीत, देश में प्रत्येक 670 लोगों के लिए एक नर्स है। जैसे-जैसे जनसंख्या बढ़ती है, भविष्य में यह अंतर और बढ़ने की उम्मीद है।इसलिए, इस एमओयू के तहत, एनएसडीसी अत्याधुनिक सुविधाएं स्थापित करेगा और स्वास्थ्य देखभाल और पैरामेडिकल सेवाओं में प्रतिभा को बढ़ाने के लिए सीओई के ज्ञान भागीदार के रूप में कार्य करेगा। इसके अलावा, मेधावी स्किल्स यूनिवर्सिटी दैनिक संचालन के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार होगी और राष्ट्रीय और विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित कंपनियों में मानव शक्ति की मांग को पूरा करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार गुणवत्ता कौशल प्रशिक्षण के प्रावधान सुनिश्चित करेगी।