लाइफस्टायल बीमारियों के लिए रामबाण है आयुर्वेद

प्रयागराज, 20 मई 2023 । आधुनिक युग की भागदौड़ ने हमारे जीवनशैली को काफी अधिक प्रभावित किया है और इसका सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर भी पड़ा है। यही कारण है कि लाइफस्टायल यानि जीवनशैली से संबंधित बीमारियों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इसी विषय पर प्रयागराज के ‘प्रयागराज इन’ होटल में ‘वैद्य सम्भाषा और सम्मान कार्यक्रम’ के अंतर्गत चल रहे ‘निरोगस्ट्रीट वैद्य संपर्क अभियान’ में आयुर्वेद चिकित्सकों के बीच गहन चिंतन हुआ।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ बीएम त्रिपाठी ने कहा कि लगभग 90% बीमारियाँ जीवनशैली से संबंधित बीमारियाँ ही होती है। यदि इसके स्थायी समाधान की तरफ ध्यान न दिया गया तो यह एक महामारी का रूप धारण कर सकता है। अच्छी बात ये है कि आयुर्वेद में इन बीमारियों का बेहद असरदार मैनेजमेंट उपलब्ध है।

देश के जाने – माने चिकित्सक वैद्य शशिकांत राय ने लाइफस्टायल बीमारियों के लिए ‘एविडेंस बेस्ड’ प्रमाणिक आयुर्वेद चिकित्सा पर जोर दिया।

प्रोफेसर जी. एस. तोमर ने आयुर्वेद संहिताओं में बताएं गए प्रमेह / डायबिटीज के विषय में बताया

डॉ आर सी मौर्य ने जीवनशैली संबंधित बीमारियों का एक बड़ा कारण देर रात खाने की आदत को बताया। उनके अनुसार देर रात खाना खाने की आदत बीमारियों को निमंत्रण देना है। साथ ही उन्होंने निरोगस्ट्रीट के साथ अपने अनुभवों को भी साझा किया।

उसके अलावा, डॉ दिलीप कुमार सिंह, डॉ अवनीश भूषण पांडेय, डॉ विजय कुमार सिंह, डॉ रघुवंशी, डॉ भरत नायक, डॉ आशुतोष मालवीय, डॉ सोनिया, डा पालीवाल आदि ने भी इस विषय पर अपने क्लिनिकल अनुभवों को साझा किया।

उल्लेखनीय है कि देश के आयुर्वेद चिकित्सकों के सबसे बड़े मंच ‘निरोगस्ट्रीट’ द्वारा वैद्य संपर्क अभियान का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में अबतक गाजियाबाद, नोयडा, हाथरस, आगरा, दिल्ली, कानपुर, लखनऊ और प्रयागराज में कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। प्रयागराज में इस कड़ी का यह नौवां कार्यक्रम था। इस अभियान को भारत सरकार के आयुष मंत्रालय का भी समर्थन प्राप्त है जिसका उद्घाटन आयुष मंत्रालय के सचिव पद्मश्री वैद्य राजेश कोटेचा ने किया था।

जीवनशैली पर हुई इस चिंतन-मनन में 100 से अधिक आयुर्वेद चिकित्सकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और अपनी राय रखी। इस मौके पर प्रशस्ति पत्र देकर वैद्यों को सम्मानित भी किया गया।

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