साउथ अफ्रीकन टूरिज्‍म ने अपने वार्षिक मल्टी-सिटी रोडशो 2024 का आगाज किया

जयपुर में पहली बार आयोजन और प्रमुख भारतीय शहरों में वापसी

नई दिल्ली, जनवरी, 2024: साउथ अफ्रीकन टूरिज्‍म ने भारतीय बाजारों के रणनीतिक रोडमैप के अनुरूप अपने वार्षिक भारतीय रोडशो के 2024 संस्करण की घोषणा की। इसको लेकर वे काफी उत्साहित हैं। यात्रा एवं पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रेनबो नेशन के लिए एक जरूरी माध्यम के रूप में काम करने वाला यह रोडशो पहली बार जयपुर में प्रवेश करने वाला है। 12-16 फरवरी 2024 को आयोजित होने वाला यह कार्यक्रम दिल्ली, अहमदाबाद, बेंगलुरू और मुंबई जैसे भारतीय शहरों में पहुंचेगा।
यह 20वां वार्षिक रोडशो, भारतीय बाजारों में दक्षिण अफ्रीकी पर्यटन के प्रयासों में एक बड़ी उपलब्धि साबित होगा। इस कार्यक्रम में भारतीय ग्राहकों को जोड़ने के लिए पर्यटन बोर्ड की एक वर्षीय योजना का भी खुलासा होने वाला है। नए तौर-तरीकों की ओर ले जाने वाली यह अनूठी सोच, ट्रेड पार्टनर्स को भारत के तेजी से बढ़ते आउटबाउंड पर्यटन बाजार में प्रवेश करने में सक्षम बनाएगी। जयपुर से शुरू हो रहा रोडशो 11 फरवरी 2024 को पैनल चर्चा के साथ समाप्त होगा। इसके साथ ही 150 से भी अधिक प्रमुख प्रतिनिधियों और ट्रेड पार्टनर्स के लिए उत्सव होगा। जिसमें दक्षिण अफ्रीका के दर्शनीय स्थल, संगीत, संस्कृति और खानपान की झलक देखने को मिलेगी।
वर्तमान में दक्षिण अफ्रीकी पर्यटन के लिए भारत पूरे विश्व के तीन प्रमुख बाजारों में से एक है और उनकी रणनीति में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। नेलिसवा नकानी- सब हेड- मध्य-पूर्व, भारत एवं दक्षिणपूर्व एशिया, दक्षिण अफ्रीकी पर्यटन के नेतृत्व में यह रोडशो ज्यादा से ज्यादा से ग्राहकों को रेनबो नेशन की ओर आकर्षित करने का एक महत्वपूर्ण साधन बना हुआ है। कई वर्षों से दुनियाभर में भारत कई देशों के लिए सबसे बड़ा स्रोत बाजार रहा है। हाल के समय में आउटबाउंड पर्यटन को लेकर बढ़ती इनकी चाहत को देखते हुए, किसी भी पर्यटन बोर्ड के लिए इस देश को नजरअंदाज करना असंभव है।
इस मौके पर अपनी बात रखते हुए, नेलिसवा नकानी, सब हेड-मध्य-पूर्व, भारत एवं दक्षिण पूर्व एशिया, दक्षिण अफ्रीकी पर्यटन ने कहा, “2023 में हमने भारतीय बाजार से आने वाले एक बड़ी तरक्की वाले एक और साल का अनुभव किया। हमारी सफल रणनीति, पिछले साल दक्षिण अफ्रीका में इनबाउंड पर्यटन की वृद्धि का प्रमाण है। सटीकता से तैयार किए गए कैम्पेनों के माध्यम से हमने दक्षिण अफ्रीका की छुपी हुई खूबसूरती को दर्शाया। इससे हमें महामारी से पहले भारत से दक्षिण अफ्रीका आगमन के 82% की शानदार रिकवरी को हासिल करने में मदद मिली।“
वह कहती हैं, “इतनी अच्छी प्रतिक्रिया का मिलना केवल भारतीय बाजारों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को नहीं दर्शाता, बल्कि हमें महामारी के पहले के आगमन वाले आंकड़ों को पार करने के हमारे लक्ष्य के करीब भी लेकर जाता है। अब तक पर्यटकों की भारी-भरकम भीड़ की उस गति को बनाए रखते हुए, हमारा 2024 रोडशो ट्रेड पार्टनर्स को नई और बहुमूल्य समझ देगा। हमें विश्वास है कि हमारे प्रयास भारतीय समकक्षों को उनके दृष्टिकोण को फिर से परिभाषित करने और खुद को सभी आवश्यक उपकरणों से लैस करने में सहायता करेंगे।’’
भारतीय व्यापार खरीदार के साथ समान रूप से लाभकारी साझेदारी का मार्ग प्रशस्त करते हुए, इस कार्यक्रम में रेनबो नेशन के 40 से अधिक प्रमुख प्रदर्शक मेजबानी करेंगे, जिनमें से 14 एसएमएमई हैं। यह ध्यान देने वाली बात है कि इस साल 40% से भी ज्यादा नए उत्पाद हैं। हर साल भारतीय तथा दक्षिण अफ्रीकी व्यापार साझेदार इस वार्षिक व्यापार कार्यक्रम में एक साथ शिरकत करते हैं और विकास के अगले चरण की ओर कदम बढ़ाते हैं। इथियोपियन एयरलाइंस, द वेस्टिन होटल्स – केप टाउन, एसए फॉरेस्ट एडवेंचर्स, और जोबर्ग टूरिज्म, वेसग्रो जैसे सरकारी प्राधिकरण और कई अन्य अपनी नई पेशकश का प्रदर्शन करेंगे। वे ठहरने की आरामदायक व्यवस्था, रोमांचक एडवेंचर और यादगार अनुभव साझा करेंगे।
2023 में, साउथ अफ्रीकन टूरिज्‍म ने एक बहुत बड़ा कदम उठाया और महामारी पूर्व के भारत आगमन के लक्ष्य के और करीब पहुंच गए। यह एक ध्यान देने वाली बात है कि इंद्रधनुष देश में भारतीय पर्यटक सबसे बड़ी संख्या में एडवेंचर के उपभोक्ता हैं। इसके अलावा, भारत से बाहर भारतीयों की सबसे ज्यादा संख्या इसी देश में हैं। ई-वीज़ा पायलेट प्रोग्राम और सीधी एअर-कनेक्टिविटी के माध्यम से इस सुलभता को और बेहतर बनाए जाने को लेकर बातचीत चल रही है। इससे इन दोनों देशों के बीच आगे संबंध और भी बेहतर होंगे। वर्तमान में, भारत से दक्षिण अफ्रीका के लिए कई सारे स्टॉप-ओवर विमान उड़ान भरते हैं, जिनमें अमीरात, कतर एयरवेज, इथियोपियाई एयरलाइंस, केन्या एयरवेज और एयर सेशेल्स, शामिल हैं।

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