जेईसीसी में 7 मई तक जीआईटीबी एक्सपो के 13वें संस्करण का आयोजन

· केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय, राजस्थान सरकार और फिक्की मिलकर भारत को शादी के लिए पसंदीदा स्थान के तौर पर दे रहे बढ़ावा;
· 50 से अधिक देशों के लगभग 250 एफटीओ और बड़ी संख्या में भारतीय विक्रेताओं के साथ 11000 से अधिक बिजनेस मीटिंगप्रस्तावित;
· 300 से अधिक डीएमसी, राज्य पर्यटन बोर्ड, होटलों के बूथ सुविधाओं को करेंगे प्रदर्शित ;

जयपुर, 6 मई, 2024: भारत की सबसे बड़ी इनबाउंड टूरिज्म बी2बी इवेंट ‘दि ग्रेट इंडियन ट्रैवल बाजार’ (जीआईटीबी) के 13वेंसंस्करण का उद्घाटन जयपुर के जय महल पैलेस में हुआ।
अपने मुख्य भाषण में भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय में महानिदेशक आईएएस सुश्री मनीषा सक्सेना ने कहा कि बढ़ते बिजनेस औरलोगों द्वारा देश की विविधताओं को साझा करने के उत्साह को देखते हुए जीआईटीबी का मजबूत होते जाना सुनिश्चित है।
भारत को 365 दिनों की डेस्टिनेशन बताते हुए सुश्री सक्सेना ने कहा, “भारत अक्टूबर से मार्च तक की केवल छह महीने की डेस्टिनेशननहीं है, बल्कि साल के 365 दिन आप यहाँ आनंद ले सकते हैं। हमने उस भ्रांति को समाप्त करने के लिए ‘कूलकेशन’ नामक पहल कोलांच किया कि ग्रीष्म ऋतु में भारत में बहुत ज्यादा गर्मी होती है। भारत में ठंडी जगहें भी हैं। इस साल ‘वैड इन इंडिया’ पर ध्यान है, क्योंकि हमारा प्रयास शादी से जुड़ी संपूर्ण भारत की संस्कृति और परम्पराओं को दिखाने का है। इसके साथ-साथ, हालांकि शादियांऔर मीटिंग महत्वपूर्ण हैं, लेकिन भारत एक ऐसा बहुमुखी सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करने वाला देश है, जहाँ और भी बहुत कुछ देखनेऔर अनुभव करने के लिए है। हमारा प्रयास भारत को एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर और भी आकर्षक बनाने का है।”
वे जय महल पैलेस में 13वें ‘दि ग्रेट इंडियन ट्रैवल बाजार’ (जीआईटीबी) के उद्घाटन के अवसर पर संबोधित कर रही थीं। इस 3 दिवसीयएक्सपो का आयोजन 7 मई, 2024 तक जयपुर एक्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर (जेईसीसी) में किया जा रहा है।
पर्यटन एवं यात्रा के अनुभवी लोगों के बीच राजस्थान के आकर्षण पर बोलते हुए श्रीमती राठौड़ ने कहा, “राज्य की पर्यटन के आकर्षण, पहुँच, आवास की व्यवस्थाएं, सुख-सुविधाएं और क्रिया-कलाप जैसे सभी मुख्य पांच तत्वों के लिए प्रशंसा की जाती है। सोने पे सुहागेका काम सरकार की नीतियां कर रही हैं, जिनमें न केवल पर्यटन एवं हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को उद्योग का दर्जा दिया गया है, बल्कि हमारीहैरिटेज गाइडलाइन्स के अंतर्गत कई तरह की रियायतें प्रदान की गई हैं, फलस्वरूप ग्रामीण पर्यटन नीति से ग्रामीण क्षेत्र में पर्यटन कोबढ़ावा दिया गया है। इन सबका अंतिम उद्देश्य एक ही है कि राज्य में अनुभव आधारित यात्रा को प्रोत्साहित करने के लिए राजस्थान मेंअनुभव को समृद्ध किया जाये।”
“जीआईटीबी पब्लिक-प्राइवेट साझेदारी का आदर्श उदाहरण है। पर्यटन क्षेत्र की वृद्धि में इसका अमूल्य योगदान रहा है,” श्रीमती गायत्रीराठौड़ ने आगे कहा।
इससे पहले जीआईटीबी 2024 में मेहमानों का स्वागत करते हुए फिक्की की पर्यटन एवं संस्कृति समिति के चेयरमैन और ट्रेवलकारपोरेशन ऑफ इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री दीपक देवा ने कहा, “भारतीय पर्यटन उद्योग के लिए काफी अच्छा साल रहा है, फिर वोचाहे इनबाउंड टूरिज्म हो, घरेलू पर्यटन हो, या फिर शादियां। इस सेक्टर ने 42 मिलियन जॉब के साथ जीडीपी में 9.2% का योगदान दिया।जीआईटीबी हम सभी के लिए एक साथ आने, विचारों का आदान-प्रदान करने, साझेदारियां करने और दुनिया को हमारे देश की अविश्वसनीयचीजें दर्शाने का मंच प्रदान करता है। आईये हम सब इस अवसर का लाभ न केवल पर्यटन को बढ़ावा देने, बल्कि ऐसी सतत-विकास आधारितकार्यों को अपनाने के लिए उठाएं, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए हमारी संस्कृति और विरासत को संरक्षित रखने का काम करेंगी।”
भारत के इनबाउंड टूरिज्म में जीआईटीबी के योगदान को रेखांकित करते हुए फिक्की की भूतपूर्व अध्यक्ष और ललित सूरी हॉस्पिटैलिटीग्रुप की सीएमडी डॉ ज्योत्सना सूरी ने कहा, “जीआईटीबी को मिले अप्रत्याशित समर्थन को देखते हुए भविष्य में इसका और भी बड़ाऔर लोकप्रिय होना सुनिश्चित है। पिछले 13-14 सालों में 3500 एफटीओ की प्रतिभागिता और 1,23,000 से ज्यादा मीटिंग हुई हैं।यह अविश्वसनीय है।”
एक विदेशी प्रतिभागी के सुझाव का उद्धरण देते हुए फिक्की के महानिदेशक श्री एस के पाठक ने सभी हितधारकों को एकजुट होकरदेश के पर्यटन स्थलों को साफ-सुथरा बनाने की दिशा में कार्य करने का आव्हान किया।
राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग में निदेशक डॉ रश्मि शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन प्रेषित किया।
इस अवसर पर होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (एचआरएआर) के अध्यक्ष श्री कुलदीप सिंह चंदेला भी उपस्थित थे।
भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स (फिक्की) केसाथ मिलकर ‘जीआईटीबी 2024’ का आयोजन कर रहा है। होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (एचआरएआर), इंडियनहैरिटेज होटल एसोसिएशन (आईएचएचए) और राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (राटो) आयोजन में सहभागी हैं। इस वर्ष केकार्यक्रम में जोर भारत को एक वैडिंग डेस्टिनेशन के तौर पर प्रोत्साहित करने पर है।
शाम की शुरुआत राजस्थान के लोक कलाकारों के चमकदार और मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम से हुई, जिन्होंने शादी के विषय को लेकरगीत-संगीत से भरपूर तरह-तरह के नाट्य का मंचन किया।
50 से अधिक देशों के टूर ऑपरेटर, नीति-निर्माता, पर्यटन एवं हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री की अग्रणी कंपनियां जीआईटीबी 2024 में भाग लेरही हैं। इस कार्यक्रम के दौरान 250 से अधिक विदेशी खरीदारों और एक बड़ी संख्या में भारतीय विक्रेताओं के बीच 11,000 से अधिकस्ट्रक्चर्ड मीटिंग आयोजित होंगी। इसके अतिरिक्त डीएमसी, राज्य पर्यटन बोर्डों, होटलों और अन्य के लगभग 300 बूथ के साथ प्रदर्शनीका आयोजन होगा।
उड़ीसा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु सहित विभिन्न राज्यों के पर्यटन बोर्डों के प्रतिनिधि भी भारत के पर्यटन, यात्रा औरहॉस्पिटैलिटी क्षेत्र के दिग्गजों के साथ प्रदर्शनी में भाग ले रहे हैं।
जीआईटीबी 2024 में प्रवेश केवल विदेशी खरीदारों और भारतीय प्रदर्शकों के लिए सीमित है।

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