‘विश्वरूपम’ पर हाईकोर्ट का फैसला कल तक टला

दक्षिण भारत के सुपरस्टार कमल हासन की फिल्म विश्वरूपम पर सोमवार को चेन्नई हाईकोर्ट ने फैसला मंगलवार तक के लिए टाल दिया है। कोर्ट ने विभिन्न पक्षों में बातचीत के जरिए मसला सुलझाने को भी प्रमुखता दी है। इसकी स्पेशल स्क्रीनिंग के दौरान हाईकोर्ट समेत मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी फिल्म को देखा था। इसके बाद हाईकोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।

गौरतलब है कि मुस्लिम समुदाय का आरोप है कि कमल हासन की फिल्म विश्वरूपम में मुस्लिम समुदाय की गलत छवि पेश की गई है। माकपा की तमिलनाडु कार्यकारी परिषद ने राज्य की अन्नाद्रमुक सरकार से दक्षिण भारतीय सुपरस्टार कमल हासन की मेगाबजट फिल्म विश्वरूपम से रोक हटाने की मांग की है। परिषद का कहना है कि सेंसर बोर्ड से मंजूरी के बाद फिल्म पर रोक लगाना नैतिक रूप से गलत है। माकपा के राज्य सचिव जी. रामकृष्णन ने कहा कि फिल्म पर दो हफ्ते का प्रतिबंध कानूनी और नैतिक रूप से गलत है।

इधर, कर्नाटक में थिएटर मालिकों को पुलिस का आदेश मिलने से फिल्म के प्रदर्शन में देरी के आसार बन गए हैं। रामकृष्णन के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट ने पहले भी एक मामले में कहा था कि सेंसर बोर्ड से मंजूरी के बाद फिल्म पर प्रतिबंध लगाना उचित नहीं है। कर्नाटक में रविवार से फिल्म का प्रदर्शन शुरू होना था, लेकिन कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए शनिवार को पुलिस ने फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दी। बेंगलूर के करीब 20 सिनेमाघरों में प्रदर्शन शुरू करने के लिए थिएटर मालिक पुलिस की अनुमति का इंतजार कर रहे हैं। थिएटर मालिकों की ओर से एक प्रतिनिधि ने कहा कि हमने इस फिल्म के चार शो दिखाने की योजना बनाई थी, लेकिन पहले दो शो रद कर दिए गए।

तमिल और तेलुगु में विश्वरूपम का प्रदर्शन 25 जनवरी को होना था, लेकिन तमिलनाडु सरकार ने मुस्लिम संगठनों के विरोध के कारण इस पर बैन लगा दिया। यह फिल्म युद्ध के दुष्प्रभावों पर आधारित है। मुस्लिम संगठनों ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि फिल्म में समुदाय को गलत रूप में दिखाया गया है।

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