लोकपाल विधेयक पारित किए जाने की मांग को लेकर टीम अन्ना एक बार फिर अनशन करने जा रही है.
दिल्ली के जंतर मंतर पर ये अनशन मंगलवार, 25 जुलाई को शुरु हो रहा है. लेकिन अन्ना हजारे 25 जुलाई को दिल्ली के जंतर-मंतर पर अनशन पर नहीं बैठेगें, बल्कि टीम अन्ना के दूसरे सहयोगी अनशन पर बैठेगें.
अन्ना हजारे ने कहा है कि वो चार दिनों तक सरकार के रूख़ का इंतज़ार करेंगे और उसके बाद 29 तारीख को वो भी अनशन पर बैठ जाएंगे.
मंगलवार की शाम एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अन्ना हजारे ने कहा कि इस बार जब तक कोई ठोस निर्णय नहीं हो जाता है तब तक अनशन जारी रहेगा.
मंत्रियों पर आरोप
अन्ना हजारे ने केन्द्र सरकार के 15 मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और कहा कि यह जब तक लोकपाल बिल नहीं आ जाता देश में भ्रष्टाचार होता रहेगा और जनता परेशान होती रहेगी.
उन्होंने कहा, “मैं सरकार को चार दिनों का अल्टीमेटम देता हूं. अगर सरकार हमारी मांगे नहीं मानती है तो मैं भी 29 अगस्त से आमरण अनशन पर बैठूंगा.”
टीम अन्ना के दूसरे महत्वपूर्ण सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज देश के हालात बहुत ही खराब हैं, क्योंकि भ्रष्टाचार से लड़ने का कोई ठोस उपाय नहीं है. उन्होंने कहा कि जब तक लोकपाल कानून नहीं बन जाता, देश में भ्रष्टाचार होता रहेगा.
टीम अन्ना के दूसरे महत्वपूर्ण सदस्य और वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि जिन 15 लोगों के उपर भ्रष्टाचार के आरोप हैं वे देश के सबसे महत्वपूर्ण लोग हैं और वही सभी फैसले लेते हैं.
प्रशांत भूषण ने कहा कि सरकार लगातार लोगों को हिंसा करने के लिए उकसा रही है.
उन्होंने कहा कि जो कुछ भी हो रहा है उससे अब लोगों को लगने लगा है कि हिंसा के अलावा कोई रास्ता नहीं बच गया है.