बाबा रामदेव को रोकने के लिए सोलन में निषेधाज्ञा लागू

himachal-pradesh-government-takes-control-of-ramdevs-solan-land 2013-2-24

सोलन, [रविंद्र पंवर]। कांग्रेस व बाबा रामदेव में बैर नई बात नहीं है। राष्ट्र निर्माण का नारा देकर बाबा जबसे आंदोलन करने सड़क पर उतरे, उन पर कांग्रेस की भृकुटि तनी हुई है। यह शह-मात का खेल दिल्ली रामलीला मैदान से उत्तराखंड होते हुए अब हिमाचल प्रदेश तक पहुंच गया है। वीरभद्र सरकार ने सोलन जिले के साधुपुल में निर्माणाधीन पतंजलि योगपीठ की जमीन का पट्टा रद कर परिसर को कब्जे में ले लिया है। वहां पर भारी संख्या में पुलिस तैनात कर दी गई है और परिसर के आसपास धारा 144 लगा दी है। हालांकि, बाबा रामदेव पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक, 27 फरवरी को यहां आकर योगपीठ का उद्घाटन करने पर अड़े हैं। सरकार ने भी उन्हें रोकने की पूरी तैयारी कर रखी है।

साधुपुल में पतंजलि योगपीठ के प्रकल्प योग-आयुर्वेद चिकित्सा एवं जड़ी-बूटी कृषि प्रशिक्षण व अनुसंधान संस्थान के प्रथम चरण का उद्घाटन 27 फरवरी को होना था, लेकिन इसके पहले ही सरकार ने ट्रस्ट का पट्टा रद करते हुए परिसर को अपने कब्जे में ले लिया। अब बाबा की तरफ से कहा जा रहा है कि तय कार्यक्रम नहीं बदला जाएगा। देखना यह है कि 27 फरवरी को रामदेव क्या कदम उठाते हैं।

हालांकि बाबा के सहयोगी आचार्य बालकृष्ण का कहना है कि वह कोर्ट की शरण लेंगे। लेकिन उनका यह भी कहना है कि 27 फरवरी का कार्यक्रम तय है और इसके लिए सभी तैयारियों सहित पतंजलि योगपीठ व भारत स्वाभिमान के हजारों सदस्य भी सोलन पहुंच रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, पतंजलि योगपीठ व भारत स्वाभिमान के सदस्य 27 फरवरी को गुपचुप तरीके से विरोध प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं। बाबा और उनके समर्थक आम जनता के बीच जाकर लोगों का समर्थन जुटा रहे हैं।

वहीं हिमाचल भाजपा अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने रामदेव को प्रदेश में पतंजलि योगपीठ की स्थापना करने के लिए भूमि लीज पर दी थी। इससे प्रदेश के लोगों को तमाम फायदे होने थे। सरकार ने यह जमीन वापस लेकर गलत निर्णय लिया है। भाजपा इसका विरोध करेगी। यदि बाबा रामदेव व उनके समर्थक सरकार के इस फैसले के खिलाफ आंदोलन करेंगे तो भाजपा उनका साथ देगी।

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