भारत-पाक सीमा पर ऑक्सीजन पाईप वाली 400 मीटर लंबी सुरंग मिली

भारत प्रशासित जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में पाकिस्तान सीमा के ठीक पास भारतीय अधिकारियों को एक 400 मीटर लंबी सुरंग मिली है.

ये सुरंग भारत और पाकिस्तान की सीमाओं के बीच लगाई गई कंटीली तारो के 25 फीट नीचे मिली है और इसमें ऑक्सीजन पहुँचाने के लिए दो इंच की पाईप डाली गई थी.

चिलायारी सैन्य चौकी के नज़दीक इस निर्माणाधीन सुरंग के पता चलने की पुष्टि सांबा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इसरार खान और सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों ने की है.

इसरार खान के अनुसार, “चिलायारी बॉर्डर आउट पोस्ट के नज़दीक खेतों में दो – तीन जगहों पर जमीन धंसने की घटना हुई थी, जिसकी सूचना एक किसान ने पुलिस को दी थी.”

उस जगह की जांच करने के लिए जब पुलिस की टीम वहां पहुंची तब उन्होंने जमीन धंसने की वजह जानने के लिए वहां पर खुदाई शुरु कर दी. खुदाई के दौरान वो ये देखकर हैरान रह गए कि वहां असल में एक 400 मीटर लंबी सुरंग बनी हुई है.

ये सुरंग तीन फीट गहरी और तीन फीट चौड़ी है और ये भारत के चिलायारी बीओपी से पाकिस्तान के नुंबिरायल बीओपी के बीच पाई गई है.

भारत में सुरंग का मुँह नहीं मिला

पाकिस्तान की चौकी लेंब्रियाल और भारतीय चौकी चिलायारी के बीच सिर्फ 500 मीटर की दूरी है. ये पूरा इलाका जंगलों से घिरा है जिस कारण कई बार सीमा सुरक्षा बल को उस इलाके में हो रही गतिविधियों पर नज़र रखना मुश्किल हो जाता है.

पुलिस अधीक्षक इसरार खान के अनुसार, ऐसा हो सकता है कि इस सुरंग को बनाने का फैसला या तो चरमपंथियों द्वारा घुसपैठ के इरादे से किया जा रहा हो या फिर हथियारों की तस्करी के लिए.

जिस जगह पर खुदाई की गई वह अंतरराष्ट्रीय सीमी पर लगी तारों की बाड़ से कुछ ही दूरी है. भारत प्रशासित जम्मू-कश्मीर और भारतीय पंजाब में भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कंटीली तारे लगाई गई हैं ताकि तस्करी रोकी जा सके और बिना इजाजत सीमापार कोई आवाजाही न हो.

इसरार खान के मुताबिक सुरंग अभी बनाई जा रही थी और लगता है कि अभी इसका इस्तेमाल नहीं जा रहा था, लेकिन इस बारे में और जाँच की जा रही है.

भारत की सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के डीआईजी एन जामवाल ने बताया, ”खुदाई के दौरान 10-15 फीट तक तो हमें कुछ मिला नहीं, लेकिन 20-25 फीट तक जब हम पहुंचे हैं तो हमें एक सुरंग जैसी जगह मिली जो पाकिस्तान की तरफ से भारत की ओर आ रही है.”

उनका कहना था, “भारत में ये किस जगह जाकर खुलती है इसका पता अभी नहीं चल पाया है. हमने सेना, नागिरकों और पुलिस की मदद से पूरे इलाके को छान मारा है लेकिन अभी तक भारत की तरफ इसका मुंह नहीं मिल पाया है.”

 

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