तरनतारन: लड़की को पुलिसवालों की धमकी, कहीं का नहीं छोड़ेंगे

tarantaran6.jpg 2013-3-5तरनतारन। छेड़खानी की शिकायत पर पंजाब पुलिस के सिपाहियों द्वारा एक युवती और उसके पिता से मारपीट की जांच राज्य के मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी [डीएम] के हवाले कर दी है। उन्होंने कहा है कि डीएम इस मामले में जांच कर तीन सप्ताह के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। इस मामले में चार सिपाहियों को अभी तक सस्पेंड किया जा चुका है। वहीं एससी एसटी कमिशन ने भी इस मामले में आईजी बॉर्डर, एसएसपी तरनतारन और डीएसपी को जवाब देने के लिए तलब किया है।

पीड़ित युवती ने कहा है कि टैक्सी ड्राइवर ने उस पर फब्ती कसी थीं, जिसकी शिकायत उसने पुलिस थाने में की थी। लेकिन बदले में पुलिस वालों ने न सिर्फ उसको बल्कि उसके पिता को भी सरेराह पीटा। इस युवती के मुताबिक उन्हें धमकी भी दी गई कि वह उसको थाने ले जाकर कहीं का नहीं छोड़ेंगे।

हालांकि डीएसपी दलजीत सिंह ढिल्लों ने कहा है कि गुंडागर्दी की कॉल आने पर जब पुलिसकर्मी शादी समारोह की जगह पर पहुंचे तो वहां पर इन लोगों ने पुलिस पर हमला किया जिसके बाद पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। उन्होंने पिता पुत्री पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है।

गौरतलब है कि गांव उसमा निवासी पूर्व सैनिक कश्मीर सिंह अपने करीबी रिश्तेदार गुरबिंदर सिंह के विवाह समारोह में शामिल होने के लिए तरनतारन के एक पैलेस में परिवार समेत पहुंचे थे। पैलेस में किसी टैक्सी चालक ने हरबरिंदर कौर के साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ शुरू कर दी। परिजनों ने विरोध किया तो टैक्सी चालक के समर्थकों ने पुलिस को फोन कर दिया कि पैलेस में गुंडागर्दी हो रही है। इसके बाद पीसीआर के मुलाजिम मौके पर पहुंचे। इतने में बाराती पैलेस के बाहर आने लगे।

पुलिसवालों ने कश्मीर सिंह व उसकी बेटी की एक न सुनी और उन्हें पीटना शुरू कर दिया। घटना रविवार शाम की है। पिता-पुत्री बड़ी मुश्किल से जान बचाकर वहां से निकले। सोमवार को पीड़ित कश्मीर सिंह, हरबरिंदर कौर, महकप्रीत सिंह व जगजीत सिंह ने अपनी पीठ पर पुलिसिया कहर के निशान दिखाते हुए बताया कि पुलिस ने उनकी एक न सुनी बल्कि उन्हें बेदर्दी से पीटा और घंटों थाने में बंद रखा।

इस मामले का गंभीर नोटिस लेते हुए राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के वाइस चेयरमैन राजकुमार वेरका ने बार्डर जोन के आइजी आरपी मित्तल के अलावा तरनतारन के डीसी हरमेश सिंह पाबला व एसएसपी कमलजीत सिंह ढिल्लों को तलब किया है। इनको मंगलवार को अमृतसर के रेस्ट हाऊस में बुलाया गया है। डा. राजकुमार वेरका ने बताया कि तरनतारन पुलिस द्वारा पूर्व सैनिक कश्मीर सिंह व उसकी पुत्री समेत चार लोगों की बेरहमी से मारपीट करने के बावजूद पुलिस मुकदमा दर्ज नहीं कर रही। वहीं इस मामले को विपक्ष और वामपंथी दल ने विधानसभा में उठाने और कड़ा विरोध करने का फैसला किया है। वामपंथी नेता इसके खिलाफ शहर में मार्च भी निकालेंगे।

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