सेना में सेंध! वर्मा ने लीक किए कई संवेदनशील सूचनाएं

Abhishek Vermaनई दिल्ली। भारतीय सेना व सुरक्षा एजेंसियों को इस बात के सबूत मिले हैं कि सेना से जुड़े एजेंटों का इस प्रतिष्ठित संस्थान में जबर्दस्त प्रभाव था। सेना की शुरुआती जांच में यह जानकारी सामने आई है कि देश की सुरक्षा से जुड़ी कई अतिसंवदेनशील जानकारियों को हथियारों की खरीद-फरोख्त कराने वाला दलाल अभिषेक वर्मा हथियार बनाने वाली अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को दिया करता था।

रक्ष मंत्रालय और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो [सीबीआइ] ने पिछले हफ्ते एक नया दस्तावेज हासिल किया जिसमें वर्मा की डीलिंग और छोटे हथियार बनाने वाली ‘सिग सॉर’ के साथ उसके संबंधों की जानकारी मिली। इस दस्तावेज में 28 फरवरी 2011 को तत्कालीन सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह की बातचीत और 45 अतिसंवेदनशील मामलों की जानकारी दी गई थी।

प्राप्त शीर्ष गुप्त दस्तावेज को अधिकारियों और सैन्य विभाग से जुड़े अन्य स्रोतों द्वारा सही बताया जा रहा है जिसमें सेना से जुड़ी कई अतिसंवेदनशील सरकारी खरीद के मामले कई सटीक जानकारी जैसे नाम, उद्देश्य, क्षमता और सौदों की प्रगति के बारे में दी गई है। निश्चित रूप से यह दस्तावेज बनने के एक हफ्ते के अंदर लीक की गई थी। पहले इसे सेना में अभिषेक वर्मा के किसी सहयोगी ने कथित रूप से वर्मा को मेल किया था और इसके बाद अमेरिका स्थित एस्क्रू फंड मैनेजर सी एडमंड्स एलेन को मेल किया गया। गुप्त दस्तावेज ई-मेल के जरिए 19 अप्रैल, 2011 को भेजा गया था। इस मेल में अंतरराष्ट्रीय हथियार बनाने वाली कंपनियों को सेना में वर्मा की पहुंच के बारे में उल्लेख किया गया था।

सीबीआइ ने नए दस्तावेज मिलने की बात स्वीकार किया है और अब वह कम से कम उन दो कंपनियों सिग सॉर और रिहेनमेटल एडी से वर्मा के निर्देशों पर गुप्त बाते साझा करने के आरोपों की जांच करेगी। दूसरी ओर, सेना का कहना है कि वह दस्तावेज में लिखी बातों को पढ़ रही है।

सूत्रों के मुताबिक कई फाइलें ऑफिशियल सिक्रेट्स एक्ट, एंटी करप्शन लॉ और अमेरिका के फॉरेन करप्ट प्रैक्टिसेज एक्ट का उल्लंघन है। सिग सॉर ने वर्मा और उनकी पत्नी को अपना काम निकालने के लिए नौकरी पर रखा था। इस बात के भी सबूत सामने आए हैं कि अभिषेक की पत्नी ने दिल्ली में गृह मंत्रालय के दफ्तर में जाते समय छुपे हुए कैमरे में न सिर्फ मंत्रालय की रिकॉर्डिग की बल्कि हथियारों की खरीद से जुड़े शीर्ष अफसरों से हुईं उनकी मुलाकातें भी कैमरे में कैद हैं। अभिषेक और उनकी पत्नी सेक्रेसी एक्ट और धोखाधड़ी के आरोप में पहले से ही तिहाड़ जेल में बंद हैं।

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