भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन पर बैठे टीम अन्ना के अहम सदस्य अरविंद केजरीवाल और गोपाल राय की तबीयत बिगड़ गई है। टीम अन्ना कोर कमेटी ने डायबिटीज के मरीज केजरीवाल से अनशन छोड़ने को कहा है, लेकिन वे राजी नहीं है। खराब तबीयत के बीच मंच पर आकर केजरीवाल ने कहा कि सरकार मेरी जान से खिलवाड़ करने की साजिश रच रही है। उन्होंने कहा कि मैं आत्महत्या नहीं करूंगा, बलिदान दूंगा। मालूम हो कि अन्ना के अनशन का आज चौथा दिन है जबकि बाकी सदस्यों का अनशन 8वें दिन में प्रवेश कर गया है।
केजरीवाल ने कहा कि सरकार का कहना है कि मैं खुदकुशी की कोशिश कर रहा हूं। मैं बलिदान देने के लिए अनशन पर बैठा हूं। आत्महत्या के लिए कानून अंग्रेजों की सरकार के समय बना था। अंग्रेजों की सरकार के समय महात्मा गांधी ने 36-36 दिन अनशन किया था। सरकार ने उनको तो कभी नहीं उठाया। क्या हमारी सरकार अंग्रेजों की सरकार से भी बदतर हो गई है जो बलिदान करने वालों को आत्महत्या कहकर उठाना चाहती है। उन्होंने कहा कि मेरे सभी अंग ठीक से काम कर रहे हैं, कमजोरी ज्यादा है। चलने और बैठने में तकलीफ है।
इसी बीच अन्ना हजारे का कहना है कि लोकपाल आने तक अनशन जारी रहेगा। दूसरी ओर सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण टीम अन्ना से मुलाकात करके मध्यस्थता कर सकते हैं। वह फिलहाल हालात का जायजा ले रहे हैं। लोकपाल की मांग को लेकर आंदोलन शुरू होने के बाद सरकार के फीके रुख को देखते हुए टीम अन्ना अगली रणनीति के लिए अपनी पहली औपचारिक बैठक कर रही है। बताया जा रहा है कि बीते आठ दिनों पहले टीम अन्ना का अनशन शुरू होने के बाद यह पहली औपचारिक बैठक है।