दंबगों के होश उड़े, सीएम से मिले राजा भैया

raja bhayaलखनऊ। प्रतापगढ़ के बलीपुर में मारे गए सीओ कुंडा जियाउल हक और प्रधान नन्हें यादव और उनके भाई सुरेश यादव की हत्या की जांच कर रही सीबीआइ अपनी दिशा साफ नहीं कर रही है। इस मसले पर साफ तौर पर कुछ न बताने की वजह से असमंजस की स्थिति बनी है। मामले के आरोपी पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को क्लीन चिट देने संबंधी खबरों का तो सीबीआइ ने खंडन कर दिया है, लेकिन उनके प्रवक्ता ने यह भी कहा है कि राजा भैया को पूछताछ के लिए कोई नोटिस नहीं दी गई है।

राजा भैया को क्लीनचिट देने संबंधी खबरों के कुछ अखबारों में प्रकाशन के बाद सीबीआइ ने अपना खंडन जारी किया। सीबीआइ की ओर से कहा गया कि अभी तक जांच चल रही है और इस दिशा में किसी आरोपी को क्लीन चिट नहीं दी गई है। इस खंडन के बाद ही गुरुवार की देर शाम सीबीआइ सूत्रों से यह खबर सार्वजनिक हुई कि राजा भैया को पूछताछ के लिए तलब किया है। कुंडा में जांच कर रही सीबीआइ टीम ने इस पर कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया। उनकी चुप्पी से कयास को और बल मिला, लेकिन शुक्रवार को सीबीआइ मुख्यालय से संपर्क करने पर कहा गया कि राजा भैया को फिलहाल पूछताछ के लिए नोटिस नहीं दी गई है। राजा भैया को लेकर सीबीआइ का रुख साफ नहीं हो रहा है।

सीबीआइ की तेजी से दबंगों के होश उड़े

सीबीआइ भले राजा भैया को लेकर अपना रुख साफ नहीं कर रही है, लेकिन कुंडा इलाके के दबंगों के होश उड़ गये हैं। राजा भैया से जुड़े कई प्रभावी लोग सीबीआइ के घेरे में हैं और उनसे पूछताछ का सिलसिला भी जारी है। एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह, विधायक विनोद, नगर पंचायत अध्यक्ष गुलशन यादव और सपा जिला उपाध्यक्ष छविनाथ समेत राजा के कई करीबियों से सीबीआइ पूछताछ कर चुकी है।

सीएम से मिले राजा भैया

राजा भैया को लेकर पूरे दिन भले कई तरह के कयास लगते रहे, लेकिन शाम को वह मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिले और वापस निकले तो उनके चेहरे पर सुकून के भाव थे। मुख्यमंत्री और राजा भैया के बीच क्या बातचीत हुई, यह तो स्पष्ट नही हो सका, लेकिन माना जा रहा है कि ताजा घटनाक्रम के संदर्भ में ही उन्होंने सीएम से मिलकर जानकारी दी।

error: Content is protected !!