अर्जेंटीना के गे जोड़े को बेटा मिला भारतीय माँ से

लातिन अमरीकी देश अर्जेंटीना में पहली बार एक शादीशुदा पुरुष समलैंगिक जोड़े के बच्चे को मान्यता दी गई है और उनका ये बच्चा भारत में एक किराए की कोख से पैदा हुआ.

अलाखेंद्रो ग्रीमब्लात और कार्लोस देर्मगेर्द इस बात से काफी खुश हैं कि उनके बच्चे को दो पिताओं की संतान के तौर पर आधिकारिक मान्यता मिल गई है. अर्जेंटीना में ये अपनी तरह का पहला मामला है.

चंद हफ्तों पहले उनके बेटे टोबियस का जन्म भारत में किराए की कोख से हुआ और उसे गोद लिए जाने की प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ा.

ग्रीमब्लात और देर्मगेर्द का कहना है कि उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि उन दोनों में से जैविक रूप से बच्चे का पिता कौन है क्योंकि वे दोनों ही खुद को बच्चे का अभिभावक मानते हैं और अपनी जिम्मेदारियां पूरी कर रहे हैं.

समलैंगिक समुदाय में खुशी

उनके लिए अहम बात ये है कि टोबियस की आधिकारिक पहचान पर कोई सवाल नहीं उठाए जाएंगे. देर्मगेर्द का कहना है, “टोबियस दो अर्जेंटीनियाई लोगों का बेटा है और इसलिए उसके दस्तावेज किसी भी तरह से अलग नहीं होने चाहिए. कोई वजह नहीं कि उसे किसी तरह की समस्या आनी चाहिए.”

ग्रीमब्लात और देर्मगेर्द एक साल से इन दस्तावेजों को हासिल करने का प्रयास कर रहे थे जिसकी अर्जेंटीना के कानून में कोई मिसाल नहीं मिलती. बच्चे के जन्म के लिए दोनों ने भारत की यात्रा की और पिछले 21 दिनों से वे एक तरह से ‘माता-पिता’ की जिम्मेदारी निभा रहे हैं.

अलाखेंद्रो ग्रीनब्लात कहते हैं, “एक पिता की जिम्मेदारी सुबह चार बजे बोतल तैयार करना है तो दूसरे की सुबह सात बजे. हमने इस काम को बांट लिया है और हम साथ-साथ टोबियस की जिम्मेदारी उठा रहे हैं.”

समलैंगिक और ट्रांसजेंडर समुदाय ने टोबियस को पुरूष समलैंगिक जोड़े के बेटे के तौर पर शहरी प्रशासन की मान्यता मिलने पर खुशी जताई है.

अर्जेंटीना में दो साल पहले पुरूष समलैंगिकों को शादी करने और बच्चे गोद लेने की अनुमति दी गई थी. पिछले साल दो महिला समलैंगिकों के बच्चे को सरकारी तौर पर मान्यता दी गई. लेकिन टोबियस अर्जेंटीना में सरकारी तौर पर मान्यता पाने वाला दो पिताओं का पहला बच्चा है.

 

error: Content is protected !!