भारत के पश्चिमी राज्य महाराष्ट्र के पुणे शहर में बुधवार की शाम कम तीव्रता वाले एक के बाद एक लगातार चार बम धमाके हुए. जबकि पांचवे बम को बम निरोधक दस्ते ने निष्क्रिय कर दिया था.
उन धमाकों में एक व्यक्ति घायल हो गया. घायल व्यक्ति को ससुन अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पुणे के पुलिस आयुक्त गुलाबराव पोल ने बीबीसी संवाददाता ज़ुबैर अहमद से बातचीत के दौरान कहा कि इन धमाकों में कोई चरमपंथी हाथ नहीं लगता.
पुलिस आयुक्त का कहना था, ”इसके पीछे हमें अभी तक कोई सुराग़ नहीं मिला है. लेकिन जिस तरह के बम बलास्ट हुए हैं उससे अंदाज़ा होता है कि इसमें टेरोरिस्ट ऐंगल (आतंकी हमला) नहीं है. ये कुछ स्थानीय लोग होंगे जो लोगों के दिलों में डर पैदा करना चाहते हैं.”
धमाके के समय घटनास्थल पर मौजूद एक चश्मदीद रीतेश ने बीबीसी से बातचीत के दौरान कहा कि धमाका इतना मामूली था कि वो आवाज़ भी नहीं सुन सका.
धमाके से कुछ दूरी पर अन्ना हज़ारे के समर्थन में अनशन पर बैठे इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) के एक कार्यकर्ता रीतेश का कहना था, ”क़रीब सौ-दो सौ मीटर की दूरी पर आईएसी का स्टेज लगा हुआ है. हमलोगों ने कोई आवाज़ नहीं सुनी. पुलिस वालों ने आकर हमलोगों से कहा कि आपलोग माइक वगैरह सब बंद कर दो.”
हालाकि दिल्ली में केंद्रीय गृहसचिव आर के सिंह ने इन धमाकों के पीछे किसी आतंकी साज़िश से इनकार नही किया.
पत्रकारों से बातचीत करते हुए सिंह ने कहा, ”जिस सुनियोजित तरीक़े से धमाके किए गए हैं उनको देखते हुए इनके पीछे आतंकी साज़िश ने इनकार नहीं किया जा सकता है.”
चार धमाके
इससे पहले भारत के गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि पुणे में जांगली महाराज रोड पर बुधवार की शाम 7:27 से लेकर 8:15 के बीच चार धमाके हुए.
उन्होंने ये भी कहा कि एक धमाका बाल गंधर्व थियेटर के बाहर हुआ और वो ख़ुद बुधवार की शाम वहां एक कार्यक्रम में जाने वाले थे. उसी थियेटर में लोकमान्य तिलक पुररस्कार समारोह होने वाला था जिसमें गृहमंत्री शिंदे मुख्य अतिथि थे.
ग़ौरतलब है कि शिंदे ने बुधवार को ही गृहमंत्रालय का पदभार संभाला था.
दूसरा धमाका मैक्डोनाल्ड के बाहर हुआ, तीसरा धमाका देना बैंक के एटीएम के सामने और चौथा धमाका गरवारे चौक के पास हुआ.
गृहमंत्री ने जानकारी दी कि एनएसजी और एनआईए की टीमें दिल्ली और मुंबई से पुणे के लिए रवाना हो गई हैं.
गृहमंत्री ने इस बारे में और कुछ भी बताने से इनकार कर दिया और कहा कि जांच जारी है.
प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता शहनवाज़ हुसैन ने कहा कि पार्टी मांग करती है कि आतंकी घटना के ख़िलाफ़ सख्ती से कार्रवाई होनी चाहिए ताकि उन्हें दोबारा ऐसा करने की हिम्मत ना हो.
हालात का जायज़ा लेने के लिए महाराष्ट्र के गृहमंत्री आर आर पाटिल भी पुणे पहुंचे.
इससे पहले 2010 में पुणे के जर्मन बेकरी में धमाका हुआ था जिसमें 17 लोग मारे गए थे.