और बढ़ीं संजू बाबा की मुश्किलें, अब गैर जमानती वारंट जारी

andheri-court-serves-non-bailable-warrant-to-sanjay-नई दिल्ली। अभिनेता संजय दत्त की मुश्किलें तो कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। पहले ही उन्हें मुंबई ब्लास्ट के दौरान अवैध हथियार रखने के मामले में पांच साल की सजा सुनाई जा चुकी हैं। अब मुंबई की अंधेरी कोर्ट ने फिल्म निर्माता शकील नूरानी को धमकी दिलाने के मामले में संजय के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया है।

इससे पहले नूरानी को धमकाने के मामले में अंधेरी की मजिस्ट्रेट कोर्ट ने संजय दत्त को एक मार्च को अदालत में पेश होने को कहा था। कोर्ट ने दत्त के खिलाफ समन जारी किया था। नूरानी का आरोप है कि संजय के कहने पर अंडरव‌र्ल्ड के लोग उन्हें धमकी भरे फोन कर रहे हैं।

गौरतलब है कि संजय दत्त और फिल्म प्रोड्यूसर शकील नूरानी के बीच पैसों को लेकर काफी लंबे समय से विवाद चल रहा था। शकील ने 2002 में जान की बाजी फिल्म बनानी शुरू की। फिल्म की आधी शूटिंग के बाद संजय ने काम करने से मना कर दिया था। यहां तक की उन्होंने शकील के फोन उठाने भी बंद कर दिए थे। शकील ने इंडियन मोशन पिक्चर्स एसोसिएशन में शिकायत की थी।

एसोसिएशन ने संजय दत्त को आदेश दिया था कि वह शकील को 2 करोड़ से ज्यादा रुपये वापस दें क्योंकि शूटिंग पूरी नहीं करने के कारण उनको काफी घाटा हुआ है। एसोसिएशन के आदेश का पालन कराने के लिए शकील ने बांबे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।

2010 में हाई कोर्ट ने संजय की दो संपत्तियों को कुर्क करने का आदेश दिया था। गुप्ता का आरोप है कि कोर्ट के आदेश के बाद उनके मुवक्किल को धमकी भरे फोन आने लगे थे। ये फोन कॉल दुबई और कराची से आए थे।

वहीं संजय दत्त के वकील रिजवान मर्चेट का कहना था कि शकील सिर्फ रंगदारी वसूल करना चाहता है। वह संजय की छवि को खराब करना चाहता है। आईएमपीएए के आदेश के बावजूद संजय दत्त को कोई नोटिस नहीं दिया गया। नूरानी ने कहा था कि उसने पैसा कैश दिया था लेकिन न तो उनकी एकाउंट बुक और न ही इनकम टैक्स रिटर्न में ट्रांजेक्शन का कोई जिक्र है। मर्चेट ने कहा कि खुद नूरानी 2011 में कराची गया था। उसने वहां पर अपने परिचित से धमकी भरे फोन करवाए और आरोप संजय दत्त पर मढ़ दिया।

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