नई दिल्ली। टूजी घोटाले पर भाजपा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से इस्तीफा देने की मांग की। विपक्ष का आरोप है कि जेपीसी में पीएम को बचाकर सारा ठीकरा राजा के सिर फोड़ दिया गया, जबकि पीएम इस मामले में बराबर के दोषी हैं। लेकिन सरकार की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने विपक्ष की मांग को बेतुका बताते हुए इसको खारिज कर दिया है। इस बीच टूजी मामले पर लगातार विपक्ष के हमले झेल रहे प्रधानमंत्री आज सुबह सोनिया गांधी से मिले और इस मुद्दे पर उनसे विचार-विमर्श भी किया।
संसद में मचे कोहराम के बाद भाजपा ने फैसला किया है कि वह संसद सत्र के दौरान हर दिन सदन का बहिष्कार करेगी। भाजपा संसदीय दल की बैठक में मंगलवार को लिए गए फैसले की जानकारी देते हुए पार्टी के नेता रविशंकर प्रसाद ने बताया कि जेपीसी में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नाम आने से पार्टी बेहद नाराज है। इस मुद्दे पर आज दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही 25 अप्रैल तक और राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
प्रसाद के मुताबिक आज हुई बैठक में सर्वसम्मति से यह तय किया गया कि इस मुद्दे पर वह पीछे नहीं हटेगी और सरकार का पुरजोर विरोध करेगी। इस मुद्दे पर भाजपा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से इस्तीफा मांगा है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि जेपीसी में प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री पी चिदंबरम को बचा लिया गया और ए राजा को फंसा दिया गया।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भाजपा इसके खिलाफ एक भी दिन सदन नहीं चलने देगी और सदन का बहिष्कार करेगी। उन्होंने साफ किया है कि जेपीसी में पीएम और चिदंबरम को गलत तरीके से क्लीन चिट दी गई है। सदन के पहले दिन सोमवार को भी विपक्ष ने टूजी घोटाले पर जमकर हंगामा किया था। यह सत्र दस मई तक चलना है।