जनगणना: साल 2011 में बढ़ी महिलाओं की आबादी

indias-female-population-increases-mor-inनई दिल्ली। 21वीं सदी के पहले दशक (वर्ष 2001-11) के बीच देश की आबादी 17.7 फीसद बढ़कर एक अरब 21 करोड़ के पार पहुंच गई है। हालांकि राहत की बात है कि पिछले दशक की तुलना में जनसंख्या वृद्धि दर में तेज गिरावट आई है। साथ ही पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या में ज्यादा बढ़ोतरी हुई है।

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गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने मंगलवार को जनगणना के आंकड़े आधिकारिक तौर पर जारी किए। इसमें एक मार्च, 2011 को भारत की जनसंख्या 1,21,07,26,932 (करीब 121 करोड़) बताई गई है। यानी वर्ष 2001 से 2011 के बीच देश की आबादी 18 करोड़ 19 लाख साठ हजार बढ़ गई। इस दौरान 9 करोड़ 09 लाख 70 हजार पुरुषों की तुलना में महिलाओं की तादाद 9 करोड़, 09 लाख, 90 हजार रही। पुरुषों की 17.1 फीसद की तुलना में महिलाओं की वृद्धि दर 18.3 फीसद रही।

वर्ष 2001-11 के बीच जनसंख्या वृद्धि दर 17.7 रही जो पिछले दशक (1991-01) में 21.5 फीसद थी। बिहार में सबसे जनसंख्या वृद्धि दर सबसे ज्यादा 25.4 फीसद रही। जबकि 14 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में भी वृद्धि दर 20 के ऊपर रही। जनगणना 2011 के मुताबिक, 83 करोड़ 35 लाख लोग यानी देश की करीब दो तिहाई आबादी गांव में रहती है। जबकि शहरों में 37 करोड़ 71 लाख। शहरी आबादी की बात करें तो यह वर्ष 1951 के 17.3 फीसद की तुलना में 2011 में 31.2 फीसद तक पहुंच गई है।

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की 97.5 आबादी शहरी क्षेत्र के अंतर्गत आती है। इस जनगणना दशक में साक्षरता दर भी 64.8 फीसद से बढ़कर 73 फीसद हो गई। पुरुष साक्षरता दर 5.6 बढ़कर 80.9 फीसद और महिला साक्षरता दर 10.9 बढ़कर 64.6 फीसद रही। महिला साक्षरता दर में सभी राज्यों में बढ़ोतरी देखी गई है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में साक्षरता दर की खाई धीरे-धीरे पटती जा रही है। साक्षरता के मामले में बिहार (61.8), अरुणाचल प्रदेश (65.4), राजस्थान (66.1), झारखंड (66.4) और आंध्र प्रदेश (67 फीसद) के साथ निचले पांच राज्यों में शुमार है।

जनसंख्या घनत्व भी वर्ष 2001 में 325 की तुलना में 2011 में 382 हो गया है। इस मामले में पश्चिम बंगाल को पीछे छोड़ते हुए बिहार (1106) सबसे शीर्ष पर पहुंच गया है। दिल्ली (11,320) और चंडीगढ़ (9258) सबसे घनी आबादी वाले शहर हैं।

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