कुंडा कांड में सीबीआइ को अब ‘तीसरे’ की तलाश

cbi jप्रतापगढ़। उत्तार प्रदेश के बलीपुर कांड की जांच कर रही सीबीआइ पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से लगातार दो दिनों तक पूछताछ के बाद भी कुछ खास हासिल नहीं कर सकी। अब उसे उस तीसरे शख्स की तलाश है, जिसने इस पूरे मामले में राजा भैया को नामजद कराने में जोर लगाया।

दो दिन की पूछताछ में सीबीआइ को इस बात का पता जरूर लग गया कि पूर्व मंत्री को फंसाने व पूरे घटनाक्रम के पीछे किसी तीसरे ऐसे व्यक्ति का हाथ है, जो अभी तक सीबीआइ के सामने नहीं आया।

इसी का नतीजा रहा है कि डीएसपी जियाउल हक की पत्नी परवीन आजाद ने राजा भैया समेत उनके करीबियों के खिलाफ हथिगवां थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। वह व्यक्ति कौन है, अभी तक जांच के दायरे में क्यों नहीं आया और वह क्या चाहता था।

सीबीआइ टीम अब उस शख्स की तलाश में जुट गई है। माना जा रहा है कि राजा भैया को नामजद कराने में जी जान लगाने वाला वह तीसरा शख्स सियासी है। जिस व्यक्ति को लेकर चर्चा है, उसका समाजवादी पार्टी में भी खासा प्रभाव है। अब उस तक सीबीआइ के पहुंचने का इंतजार किया जा रहा है।

बेती कोठी में लगा राजा भैया का दरबार

बेती कोठी में शुक्रवार को कई दिनों बाद राजा भैया का जनता दरबार लगा। पूर्व मंत्री ने लोगों की समस्याओं को सुना और विभागीय अधिकारियों से उसके त्वरित निस्तारण का निर्देश दिया। कुंडा विधायक कई घंटे जनता के बीच रहे और लोगों को दिलासा देते रहे। समर्थकों की भीड़ में शामिल कुछ बूढ़ी महिलाओं ने जब उनसे अपनी समस्या बताई तो उन्होंने कहा कि माई चिंता न करा, अबही हम बाटी।

गुरुवार को सीबीआइ कैंप कार्यालय से बाहर निकलने के बाद राजा भैया सीधे भदरी कोठी पहुंचे, जहां अपने पिता उदय प्रताप सिंह से आशीर्वाद लिया।

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