नक्सलियों के खिलाफ होगी अब निर्णायक लड़ाई

imagesनई दिल्ली। छत्तीसगढ़ हमले के बाद सकते में आई केंद्र सरकार व सुरक्षा एजेंसियां नक्सलियों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई की तैयार में जुट गई हैं। एक तरफ कांग्रेस नेताओं पर हमले में शामिल नक्सलियों व उनके नेताओं के खिलाफ कोबरा कमांडो के साथ-साथ राज्य व केंद्रीय अर्धसैनिक बलों ने अभियान शुरू कर दिया है।

नक्सलियों के खिलाफ सेना मोर्चा नहीं लेगी

दूसरी ओर 5 जून को आंतरिक सुरक्षा पर मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में इस समस्या से निपटने की दूरगामी रणनीति पर विचार किया जाएगा।

सुरक्षा एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमले में शामिल नक्सली और उनकी अगुआई करने वाले नेताओं की पहचान कर ली गई है। अधिकारी के मुताबिक, हमला करने वाले सभी नक्सली वारदात को अंजाम देने के बाद आंध्र प्रदेश की सीमा की तरफ भाग गए थे।

हमले से पहले नक्सलियों ने अभ्यास किया था

खुफिया सूत्रों के साथ-साथ मानव रहित विमान (यूएवी) से इनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। इन नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कोबरा कमांडो के साथ-साथ राज्य पुलिस व केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को रवाना कर दिया गया है। वहीं, नक्सलियों के खिलाफ कारगर साबित हुई आंध्र प्रदेश की ग्रेहाउंड फोर्स भी इनकी गतिविधियों पर नजर रखे हुए है।

तात्कालिक कार्रवाई के साथ ही केंद्र सरकार नक्सलियों के खिलाफ दूरगामी रणनीति को नए सिरे से धार देने की कोशिश में जुट गई है। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में पांच जून को आंतरिक सुरक्षा पर मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में इस पर विस्तार से विचार किया जाएगा। मुख्य बैठक में चर्चा के बाद इस समस्या पर नक्सल प्रभावित नौ राज्यों के मुख्यमंत्री अलग से बैठक करेंगे।

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एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि छत्तीसगढ़ हमले के बाद नक्सलियों के खिलाफ आक्रामक रणनीति को हरी झंडी मिल सकती है।

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