लखनऊ। आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल के निलंबन मामले पर सूबे के मुख्यमत्री अखिलेश यादव के तेवर में नरमी नहीं आई है। नौकरशाही को निशाने पर लेते हुए आज अखिलेश ने साफ कर दिया है कि नोएडा की निलंबित एसडीएम दुर्गा शक्ति नागपाल का निलंबन वापस नहीं लिया जाएगा। मुख्यमंत्री अखिलेश ने साफ कर दिया कि महिला आईएएस अधिकारी को खनन के मामले में निलंबित नहीं किया गया है। अखिलेश ने आरोप लगाया कि प्रदेश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। सीएम अखिलेश ने बिना नाम लिए बीएसपी मुखिया पर हमला करते हुए कहा कि एक पार्टी हमें ईमानदारी का पाठ सीखा रही है। जबकि उसके पिछले पांच साल के सरकार में उसने कितनी ईमानदारी से काम किया था ये सभी को पता है।
अखिलेश बोले, अधिकारी जिम्मेदार बनें
अखिलेश ने कहा कि निलंबन के पीछे खनन का मामला नहीं था। सरकार के साथ अधिकारियों को भी जिम्मेदारी होनी चाहिए। वहीं दुर्गा शक्ति नागपाल निलंबन मामले में गौतम बुद्द नगर के डीएम ने जो रिपोर्ट यूपी सरकार को भेजी है उसपर अखिलेश ने कुछ भी नहीं कहा। उनके मुताबिक दुर्गा नागपाल के आदेश के बाद कादलपुर गांव में दीवार गिराई गई थी। लेकिन गौतमबुद्द नगर के DM की रिपोर्ट बिल्कुल अलग कहानी कह रही है। दुर्गा शक्ति को रविवार के दिन निलंबित कर दिया गया था। यूपी सरकार अब दुर्गा शक्ति के खिलाफ चार्जशीट लाने की तैयारी भी कर रही है।
नरेश अग्रवाल के सख्त तेवर
सपा सांसद नरेश अग्रवाल ने भी इस मामले पर सख्त तेवर दिखाए हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार को और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। डीएम की रिपोर्ट के सवाल पर नरेश ने कहा कि डीएम की रिपोर्ट एकतरफा है और उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। डीएम ने अपने ही अफसर को बचाने के लिए इस तरह की रिपोर्ट दी है। अग्रवाल ने कहा कि सपा सरकार दंगों को लेकर हर हाल में प्रदेश की छवि साफ बनाए रखना चाहती है और इसके लिए सभी कदम उठाएगी।