नई दिल्ली, जासं। वसंत विहार गेगंरेप मर्डर र्मामले में आठ माह से अपने गुस्से को दबाए बैठे पीड़िता के भाई के सब्र का बांध शनिवार को बाल न्यायालय के फैसले के बाद टूट गया।
उसने फैसले से नाखुशी जताते हुए नाबालिग पर हमले का प्रयास किया, मगर समय रहते ही अदालत कक्ष में मौजूद पुलिसकर्मियों ने पीड़िता के भाई को काबू कर लिया और उसे बाहर भेज दिया।
सूत्रों के अनुसार सुबह से ही फैसले के इंतजार में बैठे पीड़िता के भाई ने जब बाल न्यायालय का फैसला सुना तो उसकी आंखों में आंसू आ गए। उसने अदालत में कहा कि वह इस फैसले से सहमत नहीं है। उन्हें इंसाफ नहीं मिला। यह कहते हुए उसने नाबालिग आरोपी की ओर बढ़ कर थप्पड़ मारने की कोशिश की, लेकिन नाबालिग पीछे हट गया और बच गया। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने पीड़िता के भाई को पकड़ लिया। पीड़िता के भाई ने बाहर निकलकर किसी से सही ढंग से बात नहीं की। उसने केवल गिने-चुने शब्द मीडिया को कहे और वहां से चला गया। भीड़ से निकलते हुए उसकी आंखों से आंसू बह रहे थे।