शाहजहांपुर। आसाराम बापू और उनके क्रियाकलापों में एक और सनसनीखेज खुलासा हुआ है। वे किस तरह भक्तों को बरगलाकर खुद को ‘भगवान’ का करीबी बताते थे, इस बात का सच भी सामने आया है। जिन पावन नवरात्र में आत्म साक्षात्कार दिवस का भव्य आयोजन किया जाता था दरअसल, उसकी आड़ में बेटियों से रेप का घिनौना कृत्य किया जाता था।
आसाराम की करतूतों के खिलाफ मुखर होने वाली रेप पीड़ित छात्रा के पिता समेत शिवनाथ, कृपाल सिंह व संजय कश्यप आदि साधकों ने पूरा राज खोला। उन्होंने बताया कि 11 साल तक उन्होंने खुद भी नवरात्र की छह तारीख को आत्म साक्षात्कार मनाया। गरीबों को दान पुण्य किया लेकिन असलियत सामने आने पर अहसास हो रहा है कि यह सब आसाराम का ढोंग था।
होता था बच्चियों का शोषण
पीड़िता के पिता ने खुलासा किया कि आसाराम आत्म साक्षात्कार दिवस पर बेटियों को ईश्वर का दर्शन कराने के बहाने एकांतवास में ले जाते थे। तब उनके कुकृत्यों का अहसास नहीं उन्हें भी नहीं था। अब पता चल रहा है कि आसाराम नवरात्र में भी बच्चियों से एकांतवास में रेप किया करते थे। यही वजह है कि देवी के प्रकोप से वह बच नहीं पाए। कहा कि लगता है कि सूरत की बेटियों को भगवती की शक्ति ने ही आसाराम को सबक सिखाने के लिए प्रेरित किया है।
कहां गई ‘सिद्धि’
आसाराम की करतूतों से उनका साथ छोड़ चुके तमाम साधकों और भक्तों ने उनकी ‘सिद्धि’ पर भी सवाल उठाया है। यह कहते हुए कि अगर आसाराम निर्दोष हैं, ईश्वर के नजदीक हैं तो चमत्कार दिखाकर खुद को मुसीबत से बाहर क्यों नहीं निकल लेते..?