कांग्रेस उपाध्यक्ष का मोदी को जवाब, भूखे पेट विकास संभव नहीं

after-get-the-position-of-vice-president-rahul-is-in-new-avtar 2013-1-21भोपाल। भूखे पेट विकास संभव नहीं। जब पेट भूखा हो तो पहले उसकी भूख मिटाने की कोशिश की जानी चाहिए लेकिन वे पहले विकास की बात करते हैं। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर इशारे में प्रहार करते हुए यह बात कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कही। गुरुवार को मध्य प्रदेश के शहडोल व ग्वालियर में आयोजित चुनावी सभाओं में राहुल कहा कि मध्य प्रदेश में अफ्रीका जितनी ही भूख की समस्या है। इसके बावजूद भाजपा विकास की बात कहकर आदिवासियों की इस समस्या को दरकिनार कर रही है। राहुल ने इस बाबत खाद्य सुरक्षा कानून को आदिवासियों के लिए तोहफा बताया।

इज्जत को प्राथमिकता राहुल गांधी ने आम जनता से प्रश्न किया कि क्या भाजपा ने आदिवासी महिलाओं की कभी इज्जत की है? मैं सबसे पहले इज्जत को प्राथमिकता देता हूं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो वे आदिवासियों के मान-सम्मान के लिए कड़े कदम उठाएंगे।

नहीं छीनी जाएगी आदिवासियों की जमीनराहुल गांधी ने कहा, आदिवासियों को जमीन का हक संप्रग सरकार ने दिलाया। अब सरकार आदिवासियों की जमीन नहीं छीन सकती। सरकार को जमीन की चार गुना अधिक कीमत देनी होगी। संप्रग सरकार ने भूमि अधिग्रहण कानून बनाकर किसानों और आदिवासियों की जमीन की सुरक्षा की है।

भ्रष्टाचार की यूनिवर्सिटीराहुल ने कहा, मध्य प्रदेश में भाजपा के शासनकाल में भ्रष्टाचार का स्कूल, कॉलेज नहीं बल्कि यूनिवर्सिटी बन गई। इसी का नतीजा है कि प्रदेश में एक लाख करोड़ के उद्योग लगाने के समझौतों पर तो दस्तखत हुए लेकिन उद्योग एक भी नहीं लगा।

ये थे मौजूदचुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री कमलनाथ, कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह, प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया प्रमुख थे।

..मां की आंखों में आंसू थेखाद्य सुरक्षा बिल पर लोकसभा में हो रही वोटिंग के दौरान अपनी मां सोनिया गांधी की बीमारी का जिक्र करते हुए राहुल गांधी भावुक हो गए। बोले, ‘मैं जिस समय मां को अस्पताल ले गया, वह मुश्किल से सांस ले पा रही थीं, उस समय उनकी आंखों में आंसू थे। वह बोलीं, मैं ने जिस कानून [खाद्य सुरक्षा का अधिकार] के लिए इतने साल लड़ाई लड़ी-उससे संबंधित बिल को पास कराने के लिए सदन में बटन दबाना [समर्थन में वोट डालना] चाहती हूं।’

राहुल ने कहा, ‘अब जब बिल पास हो गया है। पहली बार ऐसा कानून बना है जिससे देश में कोई भूखा नहीं रहेगा। आपके बच्चे भूखे नहीं सोएंगे। कोई दलित, आदिवासी भूखा नहीं रहेगा।’

राहुल उवाच‘भाजपा ने अपने दस साल के शासन ने युवाओं, बेरोजगारों, किसानों और महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया।’

‘मप्र सरकार विकास के खोखले दावे कर रही है। तमाम मुश्किलों के बावजूद संप्रग सरकार ने खाद्य सुरक्षा कानून और भूमि अधिग्रहण कानून बनवाकर अपनी नीयत दिखा दी है।’

‘भाजपा के विकास का मतलब अच्छी सड़क पर चमचमाती कारों का दौड़ना है जबकि हम गरीबों को भोजन और सम्मान दिलाने को विकास मानते हैं।’

ओ माइ गॉड, पुलिस इतनी बेदर्द कैसे हो सकती हैओ माइ गॉड, पुलिस इतनी बेदर्द कैसे हो सकती है। घायल बबिता ने जब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को बताया कि बेहोश होने से पहले उसने अपनी चार साल की बेटी एक पुलिसकर्मी के हाथ में सौंपी तो उसने उसे पास के कूड़े के ढेर में फेंक दिया। महिला की इस दर्दभरी कहानी सुन, राहुल ने ज्योतिरादित्य सिंधिया की तरफ देखा और उनके मुंह से यह शब्द निकले। गुरुवार शाम कुछ देर के लिए जिला अस्पताल पहुंचे राहुल गांधी ने रतनगढ़ हादसे के पीड़ितों से मुलाकात की और उनका हालचाल पूछा व अस्पताल में मिल रहे इलाज के संबंध में बातचीत की।

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