नई दिल्ली। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के लिए भाजपा पर दबाव बनाने से आरएसएस ने साफ इन्कार किया है। संघ नेता एमजी वैद्य का कहना है, हमने नमो का नाम भाजपा पर नहीं थोपा। इस बारे में भाजपा से ही जरूर कोई प्रस्ताव आया होगा, जिस पर संघ ने अपनी सहमति जताई। उन्होंने मीडिया में आ रहीं इस आशय की खबरों को निराधार करार दिया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ [आरएसएस] के मुखपत्र आर्गेनाइजर में प्रकाशित एक लेख में वैद्य ने कहा है, संघ इस बात का निर्देश नहीं देता कि किसे प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद या विधायक बनाया जाए। विवाद की स्थिति पैदा होने या किसी मुद्दे पर राय मांगे जाने पर वह केवल सलाह देता है। बकौल वैद्य, मोदी के मुद्दे पर भी यही हुआ होगा। जब भी किसी मुद्दे पर विवाद की स्थिति पैदा होती है तो संघ से राय मांगी जाती है।
संघ नेता ने इन खबरों का भी खंडन किया कि 1949 में प्रतिबंध खत्म होने से पहले संघ ने सरकार से वादा किया था कि वह कभी भी राजनीति में नहीं उतरेगा। वैद्य का कहना था, रोक हटने से पहले सरकार से इस तरह का कोई वादा नहीं किया गया था कि संघ कभी भी राजनीति में कदम नहीं रखेगा। उन्होंने इस बारे में एक अंग्रेजी दैनिक में छपी खबर को सिरे से खारिज किया है।