नेहरू का बच्चों के प्रति समर्पण बेजोड़ था-डॉ. त्रिपाठी

RKB_7115लाडनूं। जैन विश्वभारती में अवस्थित नेहरू पार्क में बाल दिवस का आयोजन अणुव्रत समिति के संरक्षक विजयसिंह बरमेचा की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। मुख्य वक्ता साहित्यकार डॉ आनन्दप्रकाश त्रिपाठी ने पंडित जवाहरलाल नेहरू के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके द्वारा किये गये कार्यो को देश एवं समाज के लिए उपयोगी बताया। डॉ त्रिपाठी ने नेहरू के प्रंसगों का उल्लेख करते हुए कहा कि नेहरू बच्चों के प्रति समर्पित थे। उनका मानना था कि बच्चों के हाथों में देश का भविष्य है। भविष्य को सुरक्षित करने के लिए बच्चों से प्रेम एवं सद्भाव बहुत जरूरी है।
डॉ त्रिपाठी ने उपस्थित विद्यार्थियों को नेहरू के जीवन से प्ररेणा ग्रहण करने का आह्वान किया। इस अवसर पर जैन विश्वभारती के अध्यक्ष ताराचन्द रामपुरिया ने नेहरू की प्रतिभा को माल्यार्पण कर उनके संदेशो का आत्मसात करने का आह्वान किया। कार्यक्रम में जैन विश्वभारती के मंत्री बीएल बैद, निदेशक राजेन्द्र खटेड, जैन विश्वभारती संस्थान के जनसम्पर्क समन्वयक डॉ वीरेन्द्र भाटी मंगल, डॉ बी प्रधान, डॉ अशोक भास्कर सहित अनेक लोगों ने अपने विचार रखे। इस अवसर पर समाज कार्य विभाग के विद्यार्थियों ने भी नेहरू को माला पहनाकर याद किया।

पर कल्याण जीवन का लक्ष्य बनें-आचार्य महाश्रमण
जैन विश्वभारती के सुधर्मा सभा में आचार्य महाश्रमण ने कहा कि पर कल्याण प्रत्येक व्यक्ति का लक्ष्य होना चाहिए। इससे जीवन में सहजता एवं संतुलन का विकास होना स्वाभाविक है। आचार्य ने शरीर की शक्ति की मींमासा करते हुए अन्य शक्तियों के विकास की कामना की। उन्होनें कहा कि समाज मेें परोपकारी एवं करूणाशील व्यक्ति ही शोभायमान होते है। मन, वचन व शरीर को अकरणीय कार्यो से प्रयास पूर्वक बचाना चाहिए। संकल्प शक्ति को जीवन का आधार बताते हुए आचार्य श्री ने कहा कि जिस व्यक्ति का संकल्प मजबूत होता है वह व्यक्ति जीवन में असाधारण कार्य को कर सकने में सक्षम हो सकता ंहै।
इस अवसर पर आचार्य ने बाल दिवस पर पंडित जवाहरलाल नेहरू को याद करते हुए उनके बच्चों केे प्रति स्नेह को बाल पीढी के विकास का उपक्रम बताया। आचार्य ने कहा कि बच्चों के संस्कारों के प्रति ध्यान देकर उन्हें देश एवं समाज के उपयोगी नागरिक बनाया जा सकता है। इस अवसर पर आयोजित युवक परिषद के राष्ट्रीय अधिवेशन में अध्यक्ष संजय खटेड ने संस्था की गतिविधिया प्रस्तुत की।
कार्यक्रम में युवादृष्टि के वृहद विशेषांक का विमोचन भी आचार्य श्री महाश्रमण द्वारा किया गया।

जैन विश्वभारती संस्थान में ऑडिटोरियम का उद्घाटन 16 को
जैन विश्वभारती संस्थान में ऑडिटोरियम का उद्घाटन समारोह 16 नवम्बर को प्रात: साढे 7 बजे संस्थान प्रांगण में आचार्य श्री महाश्रमण के सान्न्ध्यि में होगा। संस्थान के कुलसचिव डॉ अनिलधर ने जानकारी देते हुए बताया कि संस्थान में भव्य एवं आधुनिक ऑडिटोरियम का उद्घाटन समाजसेवी संजय द्वारा किया जायेगा। इस अवसर पर संस्थान की कुलपति समणी चारित्रप्रज्ञा सहित संस्थान परिवार उपस्थित रहेगा। ज्ञात रहे यह आधुनिक ऑडिटोरियम 400 व्यक्तियों की क्षमता हो होने के साथ साथ सभी सुविधाये विद्यमान है।
-डॉ वीरेन्द्र भाटी मंगल,
जनसम्पर्क समन्वयक,
जैन विश्वभारती संस्थान,लाडनूं

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