जयपुर, संास्कृतिक धरोहर के संरक्षण व प्रेषण पर आयोजित एक दिवसीय अर्न्तराष्ट्रीय सम्मेलन के अवसर पर स्वास्थ्य शोध प्रबंधन संस्थान परिसर में ‘‘फोर्टीफाइड खान-पान-स्वास्थ्य का आधार‘‘ विषयक प्रर्दशनी का आयोजन किया गया।
देश भर से पुस्तकालय, लाइब्रेरी एवं सूचना केन्द्रों से आये प्रतिनिधियों ने राज्य में ग्लोबल एलायन्य फॉर इम्प्रूव्ड न्यूट्रिशियन के सहयोग से आईआईएचएमआर द्वारा संचालित फूड फोर्टिफिकेशन योजना के माध्यम से कुपोषण व माइक्रोन्यूट्रियेन्ट की कमी दूर करने की अभिनव योजना के बारे में जानकारी ली।
परियोजना समन्वयक डा. रंजीता ने बताया कि फूड फोर्टिफिकेशन प्रमाणित व किफायती तरीका है जिससे बड़ी संख्या में विटामिन एवं मिनरल की कमी से ग्रसित लोगों को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान किये जा सकते हैं। राजस्थान में परियोजना के तहत फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ-आटा, तेल, दूध आदि खुदरा बाजार में उपलब्ध कराने के साथ-साथ सार्वजनिक वितरण प्रणाली एवं सरकार की अन्य योजनाओं के माध्यम से लोगो तक पहुँचाया जा रहा है।
कल्याण सिंह कोठारी
मीडिया सलाहकार