ऊंट उत्सव में रही प्रतियोगिताओं व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम

camelबीकानेर। जिला प्रशासन व पर्यटन विभाग की ओर से आयोजित तीन दिवसीय ऊंट उत्सव के प्रथम दिन बुधवार को डॉ.करणी सिंह स्टेडियम में रेगिस्तानी जहाज ऊंट के करतब, विशेषताओं, विभिन्न प्रतियोगिताओं तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। वहीं आर्मी व आर.ए.सी. की बैंड पार्टी ने चिताकर्षक धुनों से लोगों को आनंदित किया। उत्सव के दूसरे दिन के कार्यक्रम भी गुरुवार को दोपहर साढ़े बारह बजे से होंगे।
उत्सव में हुई ऊंट नृत्य प्रतियोगिता में झुंझुनूं के भडूदा गांव के रामावतार जाट का काला ऊंट ‘मिन्टूÓ प्रथम रहा। दस वर्षीय मिन्टू ने बिना चाबुक व रस्सी के दोनों पैर उठाकर नृत्य किया। वहीं कोलायत तहसील के मोटासर गांव के मौज अली बलोच के 5 वर्षीय ऊंट मस्ताना ने मस्ती भरे नृत्य से दूसरा स्थान पाया। ओमान के बादशाह के ऊंटों को प्रशिक्षित करने वाले मौज अली बलोच के ़ऊंट ने उछाल, खड़ी जम्प के साथ माला पहनाने, शेर की तरह बैठने, पिछले पांवों को अपने मालिक के सिर पर रखने आदि के करतब किए। इस ऊंट पर तीन लोगों ने खड़े होकर नृत्य का भी प्रदर्शन किया। ऊंट नृत्य प्रतियोगिता में मंजूर खां का ऊंट तृतीय रहा।
ऊंट सजावट प्रतियोगिता में सूरजा राम के ऊंट ने पहला, रामलाल के ऊंट ने दूसरा तथा लक्ष्मण राम के ऊंट ने तीसरा स्थान पाया। ऊंटों ने पारम्परिक मोती, चीढ़, कोड़ी, कांच, हस्त शिल्प गोरबंध के साथ आधुनिक क्रृत्रिम फूलों आदि के बने गोरबंध, आकर्षक पलाण, काठी, गले में कंठी,कंठा, चान्दी के गहने, पैरों में पायल, नेवरी, मेारी में उपयोग होने वाला ेबेलचा सहित अनेक प्रकार के गहने पहने हुए थे। कई ऊंटों पर तिरंगा लहरा रहा था।
ऊंटों की बालों की बेहतरनी कतराई कर उससे विभिन्न तरह की आकृतियों को उकेरने की प्रतियोगिता में गोविंद राम ने पहला व जापान की युवा कलाकार मैमुगी तकसी ने दूसरा तथा अमरा राम के ऊंट ने तीसरा स्थान हासिल किया। जापान की इस कलाकार ने रेगिस्तान में समुद्री जन जीवन को ऊंट के बदन पर उतारा था।
मिस मरवण प्रतियोगिता में सुश्री ़ऋचा सिंह पंवार ने पहला, मोनिका ठाकुर ने दूसरा तथा सुश्री कुसुम बिश्नोई ने तीसरा स्थान पाया। प्रतियोगिता में 14 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। वहीं मिस्टर बीकाणा प्रतियोगिता में अनिल कुमार बोड़ा प्रथम, कंवर लाल चौहान द्वितीय तथा रविन्द्र जोशी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। मिस्टर बीकाणा में 13 प्रतिभागियों ने राजस्थानी वेशभूषा में हिस्सा लिया। इसके अलावा 9 फीट की मूंछों वाले गिरधर व्यास की मूंछे भी देशी विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र रही।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में बीकानेर की बाल कलाकार मानसी सिंह पंवार ने नुकीली कीलों, नंगी तलवार व कांच के टुकड़े आदि पर विभिन्न लोक गीतों के साथ नृत्य किया वहीं अशोक व पार्टी नू मयूर नृत्य, पेपे खां लंगा व पार्टी ने लोककगीत, जैसलमेर के अन्नू व हरीश एवं पार्टी ने भवई व घुटना नृत्य, गंगा एवं पार्टी ने तेरहताली नृत्य, बीकानेर के शशि कुमार सिंह व पार्टी ने कच्छी घोड़ी नृत्य, अलवर के सुप्रसिद्घ भपंग वादक स्वर्गीय जहूर खां मेवती के पुत्र उमर फारुख मेवाती व शिष्य गफूर दीन ने पारम्परिक मेवाती गीत व व्यंग्यात्मक हास्य व्यंग्य के नगमों से सराहना लूंटी। कार्यक्रम का संचालन संजय पुरोहित, रविन्द्र हर्ष, किशोर सिंह तथा ज्योति प्रकाश रंगा ने किया।
उत्सव के दूसरे दिन गुरुवार को डॉ.करणी सिंह स्टेडियम में दोपहर साढ़े बारह से डेढ़ बजे से तक रस्सा कस्सी, दो से ढ़ाई बजे क ऊंटनी के दूध निकालने की प्रतियोगिता होगी। उसके बाद महिलाओं की म्यूजिकल चैयर, व महिलाओं की मटका दौड़ स्पद्र्घा तथा शाम साढ़े छह बजे से साढ़े आठ बजे तक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। उसके बाद दर्शक आतिशबाजी का नजारा देख सकेंगे। उत्सव के अंतिम दिन 17 जनवरी को सभी कार्यक्रम लाडेरा में होंगे। लाडेरा में ग्रामीणों की खो-खो, धोरा चढऩे, कब्बड़ी, कुश्ती, धोरा दौड़, दोपहर साढ़े तीन बजे ऊंट दौड़, अग्नि नृत्य, फायर नृत्य व आतिशबाजी का आयोजन होगा।

ऊंट उत्सव का आगाज़ शोभा यात्रा के साथ
बीकानेर। तीन दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव का भव्य, आकर्षक व रंगारंग आगाज़ बुधवार को शोभा यात्रा के साथ हुआ। संभागीय आयुक्त आनन्द कुमार ने हरी झण्डी दिखाकर शोभा यात्रा का विधिवत् शुभारंभ किया।
जिला कलक्टर आरती डोगरा व देशी-विदेशी सैलानियों की साक्षी में आयोजित शोभा यात्रा में बड़ी संख्या में आमजन की भी भागीदारी रही। रतन बिहारी पार्क से शुरू हुई शोभा यात्रा सार्दुल सर्किल,जूनागढ़ होते हुए डॉ.करणी सिंह स्टेडियम पहुंची। शोभा यात्रा में 100 के लगभग सजे-धजे ऊंटों पर राजस्थानी वेशभूषा पहने व हाथों में तलवार लिए रोबीले सवार थे। शोभा यात्रा में अनेक विदेशी सैलानी मोटर साईकिलों पर सवार थे,वहीं तांगों पर भी विदेशी सैलानी राजस्थानी वेशभूषा मंे बैठे हुए थे और उपस्थित जन समूह के आकर्षण का केन्द्र बने हुए थे । अनेक विदेशी सैलानी हाथ जोड़कर भारतीय परम्परा के अनुसार नमस्कार का उच्चारण कर,भीड़ का अभिवादन कर रहे थे।
़ऊंट गाडों पर लोक कलाकार अपने लोक वाद्यांे चंग,ढा़ेल,नगाडे़,पूंगी आदि की मधुर स्वर लहरियां बिखेरते हुए आमजन का मनोरंजन कर रहे थे। पंजाबी पहनावे में नर्तकों का समूह भंागड़ा नृत्य और पाईप बैण्ड की प्रस्तुति दे रहा था,वहीं राजस्थानी परिधानों में सजी ं लोक कलाकार कालबेलिया नृत्य कर रही थीं। शोभा यात्रा में अनेक सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता,एन.एस.एस.व एन.सी.सी.के कैडेट्स बैनर लिए चल रहे थे।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर ़(प्रशासन) के.एम.दूड़िया,अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) दुर्गेश बिस्सा,उपखण्ड अधिकारी अनुपमा जोरवाल,भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारी विक्रम जिन्दल,नगर विकास न्यास के सचिव अरूण शर्मा,पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक उपेन्द्र सिंह शेखावत,कैप्टन बी.एस.राठौड़,सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

शिक्षण सामग्री व गर्म पोशाक का वितरण
बीकानेर। मुक्ता प्रसाद नगर स्थित राजीव नगर में असक्षम गरीब बच्चों को सामाजिक संगठनों की ओर शिक्षण सामग्री व गर्म पोशाक का वितरण किया गया।
समारोह के अतिथि अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) दुर्गेश बिस्सा, सहायक निदेशक सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग विकास हर्ष,इण्डिया मेडिकल एशोसियेशन के डॉ.अबरार पंवार,सामाजिक कार्यकर्ता भूरमल सोनी ने गरीब की सेवा को नारायण (ईश्वर) की सेवा बताया।
इस अवसर पर राजकीय प्राथमिक विद्यालय में बाबू लाल जोड़ा ने करीब 35 हजार रूपये व्यय कर120 पोशाकंे,खाना तथा बस्ते भेंट किए। राजस्थान वूल ऐसोशियेशन के अध्यक्ष कमल कल्ला ने स्कूल की आवश्यकतानुसार सहयोग प्रदान करने का भरोसा जताया। सामाजिक कार्यकर्ता वासुदेव सोलंकी,रोहित गहलोत,चंद्र मोहन जोशी ने अतिथियों का स्वागत किया। स्कूल के प्रधानाध्यापक राजू राम ने स्मृति चिन्ह प्रदान किए। विद्यालय प्रबन्ध कमेटी के गोरधन राम,संरक्षक जवाना राम ने विद्यालय विकास में भागाशाहों की भूमिका की सराहना की और आभार व्यक्त किया।

-मोहन थानवी

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