ब्लैकमेलिंग मामले में भाजपा नेता कहीं ना कहीं दोषी- जैन

m 1जयपुर। आपत्तिजनक सीडी को सार्वजनिक करने का खौफ दिखाकर बीजेपी नेता को ब्लैकमेलिंग करने के मामले में राज्य महिला आयोग ने फिलहाल बचाव का रुख अपनाया हुआ हैं। महिला आयोग भले ही इस सनसनीखेज खुलासे को गंभीर मान रहा है लेकिन इस विषय पर अपनी प्रतिक्रिया पुलिस जांच से निकलने वाले अन्य पहलुओं को आधार बनाकर ही देने की बात कह रहा हैं। राज्य महिला आयोग अध्यक्ष लाड कुमारी जैन ने महिला द्वारा बीजेपी नेता को करोड़ों रूपए की एवज में ब्लैकमेलिंग किये जाने पर कहा कि आरोपी नेता कहीं न कहीं दोषी रहा है जिसके लिए उसने पीडिता को रूपए देने की पेशकश की। आयोग अध्यक्ष ने दुष्कर्म या ज्यादती जैसे मामलों में पीड़ित महिलाओं को प्रलोभन के सामने पीछे नहीं हटने की अपील की हैं।

क्या है मामला–
दरअसल भाजपा नेता और राजस्थान इंजीनियरिंग कॉलेज फॉर विमन के चेयरमैन जितेंद्र सिंह फौजदार को अश्लील सीडी से ब्लैकमेल कर दो करोड़ पांच लाख रुपए मांगने वाली महिला को दिल्ली पुलिस ने शनिवार को 40 लाख रुपए लेते गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने डील कराने वाले मध्यस्थ अरुण कोठारी को भी पकड़ लिया। आरोपी महिला मीनाक्षी अपने पति संदीप के साथ मिलकर जितेंद्र को ब्लैकमेल कर रही थी। कार्रवाई मध्यस्थ अरुण के सी-स्कीम स्थित सिल्वर प्लेनेट एक्सपोर्ट हाउस में हुई। यहां आरोपी मीनाक्षी ने जितेन्द्र को पहली किस्त के 40 लाख रुपए देने के लिए बुलाया था। जितेन्द्र ने जैसे ही 40 लाख रु. महिला को दिए, पुलिस ने महिला और मध्यस्थ अरुण को पकड़ लिया। संदीप मौके से फरार हो गया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस महिला और मध्यस्थ को दिल्ली ले गई। जितेन्द्र सिंह दिल्ली के प्रशांत विहार में रहते हैं, उन्होंने वहीं पर महिला के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का मामला दर्ज कराया था। गिरफ्तार मीनाक्षी चौधरी हवा सड़क, डूंडलोद हाउस कॉलोनी और अरुण कोठारी जवाहर नगर सेक्टर दो में रहता है।
दिल्ली पुलिस गिरफ्तारी के बाद मीनाक्षी और अरुण को विधायकपुरी थाने ले गई। थाने में कार्रवाई की सूचना देकर पत्रावली तैयार की गई। दोनों की गिरफ्तारी के बाद सीजेएम भारत भूषण गुप्ता के गांधी नगर निवास पर ट्रांजिट रिमांड लेने गए लेकिन सीजेएम गुप्ता ने दिल्ली की दूरी कम होने की बात कहकर ट्रांजिट रिमांड नहीं दिया और दिल्ली कोर्ट में पेश करने के लिए कहा। इसके बाद पुलिस टीम महिला औ मध्यस्थ को दिल्ली के लिए रवाना हो गई।
ब्लैकमेल करने के आरोप में गिरफ्तार मीनाक्षी चौधरी।
जितेन्द्र सिंह ने बताया- मीनाक्षी उसके भांकरोटा स्थित कॉलेज कैंपस में ही पिछले चार साल से ब्यूटी पार्लर चला रही है। वहीं मेरा उससे परिचय हुआ था। सितंबर 2013 में मीनाक्षी ने पति संदीप चौधरी, एक अन्य व्यक्ति मंजीत सिंह के साथ मिलकर मेरी फर्जी आपत्तिजनक सीडी बना ली थी। दुष्कर्म केस में फंसाने की धमकी देकर ये लोग 10 करोड़ रुपए मांग रहे थे। पिछले साल मीनाक्षी के पति ने सोढ़ाला थाने में केस भी दर्ज कराने का प्रयास किया था, लेकिन बाद में पांच लाख रुपए लेकर वह पीछे हट गया और फिर से 10 करोड़ की मांग करने लगा। बार-बार की ब्लैकमेलिंग से तंग जितेंद्र ने दिल्ली के प्रशांत विहार थाने में रिपोर्ट दर्ज करवा दी थी। इधर, जितेंद्र और संदीप के बीच डील के लिए ज्वैलर अरुण कोठारी ने मध्यस्थता की थी। महिला और उसके पति पहले पांच करोड़, बाद में दो करोड़ पांच लाख रुपए लेने पर राजी हो गए थे। शनिवार को महिला पहली किस्त के रूप में 40 लाख लेने ही अरुण के ऑफिस गई थी।
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