ग्लोबल वार्मिंग के समाधान का राजस्थान नायाब उदाहरण

ख्यातनाम वैज्ञानिक पदमभूसन डॉ परोदा ने राजस्थान विज्ञान कांग्रेस के दूसरे दिन थीम आधारित सत्र में कहा
dr r s parodaDSC_0458 (1)जयपुर। ख्यातनाम वैज्ञानिक पदमभूसन डॉ आरएस परोदा ने कहा कि दुनियाभर में राजस्थान ग्लोबल वार्मिंग के समाधान का सबसे नायाब उदाहरण है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में सबसे ज्यादा तापमान, रेगिस्तान, हरियाली व पषु संपदा आदि ऐसे कारक हैं, जो बढते जलवायु परिवर्तन के खतरों से निपटने में अच्छे उदाहरण हो सकते हैं। डॉ परोदा षुक्रवार को निवाई स्थित डॉ केएन मोदी विष्वविधालय में आयोजित राजस्थान विज्ञान कांग्रेस के दूसरे अधिवेषन के दूसरे दिन थीम आधारित सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। इस साल की फोकल थीम 21वीं सदी में युवाओं एवं महिलाओं के विकास तथा सामाजिक बदलाव के लिए विज्ञान, प्रौधोगिकी एवं नवाचार रखी गई है।
उन्होंने कहा कि हमें किसानों के हित में बॉयो टेक्नोलोजी को अपनाना होगा और इसके निवेष को बढावा देना होगा। डॉ परोदा ने राजस्थान में माइक्रो इरिगेषन पर सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत बताई। उन्होंने फसलों में कीटनाषकों के बढते प्रयोग को पर्यावरण के लिए सबसे बडा खतरा बताया।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण के सामाजिक सरोकार के तहत आयोजित राजस्थान विज्ञान कांग्रेस में डॉ परोदा ने इस बात पर अपफसोस जताया कि देष में नई पीढी को खेती के बारे में षिक्षा नहीं दी जा रही है और महिलाओं को कृसि कार्यों में सषक्त करने पर जोर नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने सुझाव दिया कि महिलाओं के नाम खेती की जमीन की जानी चाहिए और फैसलों में उनकी भागीदारी होनी चाहिए, इससे 30 प्रतिषत तक कृषि आय बढ सकती है। उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि नेहरू के कार्यकाल में कृषि पर 18 फीसदी बजट खर्च होता था जो घटकर अब 9 प्रतिषत रह गया है। उन्होंने कहा कि देष में सैकडों टीवी चैनल हैं लेकिन इनमें खेती पर आधारित टीवी चैनल एक भी नहीं है। इसके लिए उन्होंने सामाजिक प्रतिबधता के साथ निजी क्षेत्र की भागीदारी और मजबूत नीति पर जोर दिया। उन्होंने भारत में व्याप्त कुपोषण को दूर करने के लिए सोयाबीन के गुणों को रेखांकित करते हुए कहा कि इससे 50 प्रतिषत तक प्रोटीन की कमी दूर हो सकेगी। डॉ परोदा ने कहा कि कृषि को बढावा देकर भूख, कुपोषण व गरीबी की समस्या से निपटा जा सकता है।
इस सत्र में डॉ केएन मोदी विवि के कुलपति डॉ डीके मोदी, राजस्थान तकनीकी विवि के कुलपति डॉ एनएस व्यास, जेकेएलयू विवि के कुलपति डॉ उपेन्द्र धर, राजस्थान विज्ञान कांग्रेस के संस्थापक अध्यक्ष प्रो पीसी व्यास, मणिपाल यूनिवर्सिटी के कुलपति संदीप संचेती एवं आईके भटट ने चर्चा में भाग लिया।
इस आयोजन में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद नई दिल्ली एवं इसके जोधपुर स्थित मरूस्थलीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों व अधिकारियों की भागीदारी भी रही।

बाल वैज्ञानिकों को अवार्ड व वैज्ञानिक दृष्टिकोण सम्मान प्रदान
DSC_0404DSC_0431जयपुर। निवाई स्थित डॉ केएन मोदी विष्वविधालय में आयोजित तीन दिवसीय राजस्थान विज्ञान कांग्रेस सम्मेलन के दूसरे दिन षुक्रवार को विभिन्न सत्रों में देष-दुनिया में भविष्य की चुनौतियों पर मंथन किया गया। इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों के चयनित ख्यातनाम लोगों को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण सम्मान-वीडीएस से सम्मानित किया गया। राजस्थान विज्ञान कांग्रेस में भागीदारी करने वाले पचास से अधिक बाल वैज्ञानिकों को भी विभिन्न अवार्ड देकर पुरस्कृत किया गया।
षुक्रवार को दोपहर में आयोजित सत्र में अतिथियों ने राजस्थान तकनीकी विवि कोटा के पूर्व उपकुलपति डॉ आरपी यादव, भारतीय विज्ञान एकेडमी के फैलो प्रो डॉ आरएस षर्मा वरिष्ठ पत्रकार एल.एल.षर्मा एवं एनसीएसटीसी नेटवर्क के महासचिव प्रो केएम रफी को वीडीएस सम्मान प्रदान किया।
इसमौके पर प्रदेष के 26 बाल वैज्ञानिकों को उनकी उत्कृष्ट परियोजनाओं एवं मॉडल्स के लिए पुरस्कृत किया गया। इसके अलावा डॉ केएन मोदी विवि के 20 विधार्थियों को अनुसंधान एवं नवाचार के लिए सम्मानित किया गया।
ग्लोबल एजुकेषन के लिए 32 देषों से करार
डॉ केएन मोदी विष्वविधालय के कुलपति डॉ डीके मोदी के प्रयासों से इंटरनेषनल स्तर पर भारत को उच्च षिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्लेटफार्म प्रदान करने के लिए गठित अलायंस ऑफ ग्लोबल एजुकेषन के तहत एषियन, यूरोपियन एवं अफ्रीका के 32 देषों ने अपनी भागीदारी पर सहमति जताई है। जनवरी 2013 में स्थापित किए गए इस अलायंस के तहत अफगानिस्तान, इंडोनेषिया, ब्राजील व गाम्बिया के उच्च षिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत विधार्थियों को भारत में अध्ययन के लिए स्कॉलरषिप के लिए चयनित किया गया है। इस साल डॉ केएन मोदी विवि के इस अलायंस को राजस्थान विज्ञान कांग्रेस से जोडकर विज्ञान प्रौधोगिकी के माध्यम से महिलाओं एवं युवाओं के सषक्तीकरण का प्रयास किया गया है।
तीन दिवसीय राजस्थान का विज्ञान कांग्रेस का समापन आज
निवाई स्थित डा केएन मोदी विष्वविधालय में चल रहे राजस्थान विज्ञान कांग्रेस के तीन दिवसीय दूसरे सम्मेलन का समापन षनिवार को होगा। इस मौके पर यूथ आईकॉन डॉ आरएस षर्मा व कलिंगा अवार्ड विनर प्रो आईएस दुआ का उदबोधन भी होगा। इस आयोजन में विभिन्न देषों के राजदूत, नामी वैज्ञानिक, विष्वविधालयों के कुलपति एवं प्रतिनिधि, सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा बाल वैज्ञानिक एवं रिसर्च स्कॉलर भाग रहे हैं।
कल्याणसिंह कोठारी
94140 47744

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