राजसमन्द / सूजस / राजसमंद जिला के कलक्टर कैलाष चन्द वर्मा ने अधिकारियों को निर्देष दिए है कि बढ़ती गर्मी के दौरान ग्राम्यांचल में मूलभूत सुविधाआंे के अन्तर्गत पानी-बिजली की समस्याओ का निदान षीघ्र करे। साथ ही उन्होंने आम ग्रामीणो से भी कहा कि गांव की जमीन के वे स्वयं मालिक है। अतिक्रमण करने वालों को समझाए। प्रषासन तो षिकायत मिलने पर अपना कानूनी काम करेगा ही। हर समस्या का समाधान अवष्य होगा। वें गुरूवार को जिले के भीम उपखण्ड के अन्तर्गत राजसमंद जिला मुख्यालय से लगभग 160 किलोमीटर दूर अजमेर जिला सीमा के समीप ग्राम पंचायत षेखावास में आयोजित रात्रि चौपाल में लोगांे की समस्याओं से रूबरू होते हुए अधिकारियों को निर्देष दे रहे थे।
उन्होंने यहां विषेष तौर पर विधुत और पेयजल से सम्बंधित आई समस्याओं को लेकर अधिकारियों को इनके षीघ्र निस्तारण के निर्देष दिए। यहॉ कई लोगो ने जिला कलक्टर को अवगत कराया कि ऐसे विद्युत उपभोक्ता है, जिनके विद्युत बिल दो-दो साल से नहीं आए है और बाद में एक साथ बिल हजारांे रूपयो के आने पर उपभोक्ता इतनी बडी रकम जमा नहीं करा पाता है और विद्युत विभाग ऐसे कनेक्षन काट देता है। इस पर जिला कलक्टर ने विधुत विभाग के अभियन्ता को निर्देष दिए कि इसका समाधान षीघ्र करे नही तो उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी।
इसी प्रकार पेयजल को लेकर पंचायत में कुल 55 हेण्ड पम्प स्थापित है जिनमे से 39 चालू है। 3 सूख गए है तथा 7 हैण्ड पम्प वर्षा एवं षीत ऋतु में चलते है तथा 3 नकारा हैण्ड पम्प है। इस पर बिलकुल नकारा हैण्ड पम्प को हटाने एवं अन्य हैण्ड पम्प जिन्हें रिपेयर किया जा सकता है उनके लिए सामान जलदाय विभाग से उपलब्ध करा उन्हे षीघ्र ठीक कराने के भी निर्देष दिए।
रात्रि चौपाल में ग्राम पंचायत पर संचालित राजकीय सैकण्डरी विद्यालय को हायर सैकण्डरी विद्यालय में क्रमोन्नत करने का भी ग्रामीणों ने आग्रह किया। यहां खास कर महिलाए झुण्ड में आगे आकर अपने घरांे में षोचालय बनवाने की बात जिला कलक्टर से कही तो जिला कलक्टर ने उनका स्वागत करते हुए कहा कि सरकार सबसे ज्यादा ध्यान इसी बात पर दे रही है। घर में षोचालय बनाने के लिए अनुदान जैसी योजना संचालित है इसका पूरा लाभ ले और इसके लिए उन्होने विकास अधिकारी एवं ग्राम सेवक को निर्देष दिए कि पूरी ग्राम पंचायत में ऐसी सूची तैयार कराकर सभी औपचारिकताए पूरी कर सभी चाहने वालांे के यहां षोचालय बनवाए। रात्रि चौपाल के दौरान जिला कलक्टर ने रसद विभाग द्वारा वितरण की जाने वाली खाद्य सामग्री के सम्बन्ध में ग्रामीणो से जानकारी ली।
जिला कलक्टर ने इस अवसर पर आम ग्रामीणांे से आह्वान किया कि बाल विवाह, घूघंट प्रथा जैसी सामाजिक बुराई से भी बचे। अपने बच्चों को षिक्षा दिलाए और उनका भविष्य भी उज्जवल करें। बाल विवाह को रोकने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर निर्णय किया जाना चाहिए जो ज्यादा प्रभावी रहेगी।