शाहपुरा में चापलुसी का राज

shahapuraराज बदला पर हालते मंजर शाहपुरा के वो ही है ।
इसका मतलब ये है कि आज भी शाहपुरा में जनता का काम
नही हो रहा हैं। शाहपुरा में यदि कुछ हो रहा है
तो लोगो द्वारा चापलुसी। सभी विभागो वाले
कर्मचारी जो कल तक
किसी दुसरी पार्टी कि चमचागीरी कर रहे थे, आज
हमारी पार्टी कि चापुलसी कर रहे हैं। कल
भी वो ही कर्मचारी लोगो को काम के लिये धुमा रहे थे ।
आज भी वो ही उस सीट पर बैटें है तो कैसे आयेेेंगे
अच्छे दिन।
किसी भी विभाग पर नजर डाले तो हालत तो ये ही हैं। कुछ
कर्मचारी तो जो कल तक कांग्रेस राज के खास हुआ करते
थें। वो आजकल बीजेपी व संध के शिवरो तक में सेवाये
देते मिल रहे हैं। ये वो ही जिन्होने शाहपुरा में
भ्रष्टाचार को चरम सीमा पर ले जाने का योगदान। हमारे
नेताआे कि या तो चल नही रही या उन
को भी चापलुसी ही पंसद हैं।
आज भी सभी विभागो में स्टाफ कि कमी है पर अपने
रसुकात से विभागोध्यक्ष बने
सभी वो ही कर्मचारी दादागिरी कर रहे है
जिनका जनता के प्रति कभी रूझान अच्छा नही रहा हैं।
हमारे कुछ नये नेता भी बने पर वो भी कहां व्यस्त
पता नही ।
आखिर वो अच्छे दिन कब आयेगें । हमारे विधायक साहब
को अगर कोई मेरी बात पढे आैर अवगत करा सके तो इस
पीडा को जरूर बतायें। कि शाहपुरा के हालत सुधारने है
तो इन चापलुस कर्मचारीयो व अधिकारीयो को यहां से
जाना होगा। नही तो जनता व कार्यक्रर्ताआे के
अलबत्ता कभी भी अच्छे दिन वाली बात सिर्फ हवाई
पुलाव हैं। जो खाये जाआे।
Deepak Pareek Adv

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