वन्यजीवों की सुरक्षा करने का अद्भुत तरीका अपनाया

nagaur samacharनागौर। वन्यजीवों की सुरक्षा करने का अद्भुत तरीका अपनाया है श्री जम्भेश्वर पर्यावरण एवं जीवरक्षा प्रदेश संस्था (रजि.) ने। संस्था के खींवसर तहसील अध्यक्ष ओमप्रकाश लेगा ने बताया कि गत 15 मई से 15 जून के बीच खींवसर तहसील क्षेत्र में शिकारी कुतों ने झुण्ड बनाकर वन्यजीवों का पीछा करके अनेक हिरण व खरगोश मार गिराए। इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए संस्था के कार्यकर्ताओं ने लगातार प्रयास किए। गत एक माह में कुतों द्वारा घायल किए गए 12 हिरण संस्था के कार्यकर्ताओं ने वन विभाग को सुपुर्द कर उनका ईलाज करवाया। कुतों द्वारा मारे गए 7 हिरणों का अंतिम संस्कार किया गया। इनके अलावा कई हिरण व खरगोश मारकर कुते खा गए। ऐसी दशा वन्यजीवप्रेमियों से देखी नहीं गई तो संस्था के कार्यकर्ताओं ने कुता पकड़ने की योजना बनाकर एक सघन अभियान चलाया। ग्राम ढ़ींगसरा, चावण्डिया, भेड़, भूण्डेल, नन्दवाणी, टांकला, बुढ़ी, बैराथल, गोधण, रायधनु एवं आसपास के गांवों की सरहद में गर्मी भूख व प्यास के कारण कमजोर हुए वन्यजीवों को चारों तरफ से घेरकर निशाना बनाने वाले शिकारी कुतों को पकड़ने में ढ़ींगसरा ग्राम अध्यक्ष कानाराम फौजी, दिनेश,सुरेश,बंशीलाल,अनिल, शीशपाल,सुनिल,हरसुखराम, शिवकरण लेगा, मनोहर, पुखराज भाम्भू, सुरेश भाणु सहित कार्यकर्ताओं ने कड़ी मशक्कत की। जैसे ही कुता पकड़ा जाता उसको बांधकर सुरक्षित रखा गया। उसके बाद अगले दिन फिर अभियान चलाकर कुतों को पकड़ते गए। गत 21 जून तक 16 शिकारी कुतों को पकड़कर बांधा गया। उसके बाद उप वन संरक्षक नागौर को संस्था की ओर से प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर पकड़े गए कुतों को अन्यत्र भिजवाने की मांग की। नागौर जिले में कहीं भी कुतों को रखने की सुविधा नहीं होने के कारण वन विभाग के अधिकारियों ने शिकारी कुतों को लेने से इनकार करने का प्रयास किया। मगर कार्यकर्ताओं के नेक इरादे को देखते हुए संस्था के प्रदेशाध्यक्ष रामरतन बिश्नोई, जिलाध्यक्ष मांगीलाल भादू, प्रदेश महामंत्री भानूसिंह सियाग, प्रदेश कोषाध्यक्ष अनोपाराम डूडी ने वन अधिकारियों को सारी स्थिति से अवगत कराया। कुतों की समस्या का हल नहीं होने पर संस्था के कार्यकर्ताओं ने वन्यजीवप्रेमियों की भावना बताई तथा निरन्तर वन्यजीवों के शिकार पर अंकुश लगाना आवश्यक बताया। उसके बाद नागौर के उप वन संरक्षक वेदप्रकाश गुजर ने जोधपुर स्थित वन्यजीव उड़नदस्ते के अधिकारियों से सम्पर्क किया, उनकी सलाह के अनुसार उक्त 16 कुतों को सरकारी वाहनों द्वारा जोधपुर ले जाकर एनीमल्स होम पब्लिक चेरिटेबल ट्रस्ट जोधपुर नगरनिगम कुतों की बाड़ी जोधपुर में जमा करवाया गया। संस्था के कार्यकर्ता इस बात से संतुष्ट हैं कि आदतन शिकारी कुतों को पकड़े जाने के बाद खींवसर तहसील के वन्यजीव बाहुल्य क्षेत्रों में अब कुतों का आतंक कम हो गया है और अनेक वन्यजीवों की जान बचाई जा सकी है। संस्था के प्रदेशाध्यक्ष ने उप वन संरक्षक को पत्र लिखकर मांग की है कि जिले के वन्यजीव बाहुल्य क्षेत्रों में जहां भी शिकारी कुतों द्वारा गर्मी भूख और प्यास से घायल हुए वन्यजीवों को मारने की शिकायत आती है वहां खींवसर की तर्ज पर अभियान चलाकर शिकारी कुतों को पकड़ा जावे।
ओमप्रकाश लेगा
तहसील अध्यक्ष
खींवसर
मो. 9829494507

error: Content is protected !!