पालिका अध्यक्ष के निर्देश पर मिडिया के प्रवेश पर लगी रोक

मास्टर प्लान में संशोधन के बहाने गत बैठकों का कराया अनुमोदन
सात दिन के अंतराल में दूसरी बैठक बुलाकर आनन फानन में लिया फैसला
-मूलचंद पेसवानी- भीलवाड़ा। जिले की नगर पालिका में भी अब मुख्यमंत्री कार्यालय की तरह से अच्छे दिन आ रहे है। पालिका की बोर्ड बैठकों में अब मिडिया के प्रवेश पर रोक लगा दी है। हालांकि यह रोक घोषित रूप से नहीं है पर वर्बली पालिका अध्यक्ष रघुनंदन सोनी के निर्देश से ईओ मुकेश कुमार ने लगा दी है। पालिका की माने तो मिडिया के बैठकों में आने से वास्तविकता प्रकाशित हो जाती है जिससे पालिका प्रशासन की छवि शहर में धुमिल होती है। इसे रोकने के लिए ही गत दो मिटिंगों से ऐसा किया गया है। पालिका ईओ स्वीकारते है कि गत 27 जून की मिटिंग में तो पालिका अध्यक्ष के निर्देश से ही उन्होंने ऐसा किया था। 27 जून के बाद सात दिन के अंतराल में शुक्रवार को दोबारा पालिका बोर्ड की बैठक आहुत करने के पीछे मंशा यह बतायी गयी है कि पालिका के मास्टर प्लान में संशोधन कराना है, पर सूत्रों की माने तो ईओ व अध्यक्ष की रणनीति यह थी कि सात दिन के अंतराल से बैठक बुलाकर गत 27 जून को हुई बैठक की कार्यवाही विवरण का अनुमोदन कराना था ताकि अब तक हुए कार्यो का भुगतान पास कर इतिश्री कर ली जाए। वैसे भी ईओ मुकेश शर्मा की माने तो वो तो तबादला करना चाह रहे है, इसलिए आनन फानन में उनके कार्यकाल के कार्यो को समेटना चाहते है। आज की बैठक में प्रशिक्षु ईओ सीमा चौधरी व कार्यवाहक ईओ मुकेश शर्मा भी मौजूद थे। आज की बैठक से प्रतिपक्ष नेता रमेश सेन हंगामा होते देख बीच से ही उठकर चले गये।

8 माह बाद मास्टर प्लान की याद आयी पालिका को

शाहपुरा नगर पालिका बैठक में मास्टर प्लान बताते हुए पालिका अध्यक्ष सोनी
शाहपुरा नगर पालिका बैठक में मास्टर प्लान बताते हुए पालिका अध्यक्ष सोनी

नगर पालिका शाहपुरा की बोर्ड की आवश्यक बैठक आज पालिका के सभागार में पालिकाध्यक्ष रघुनंदन सोनी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक मे मुख्य रूप से दो वर्ष पूर्व पारित हुए मास्टर प्लान 2010-2031 पर विचार विमर्श किया गया। पालिका का यह मास्टर प्लान शाहपुरा में 11 अक्टूबर 2011 को पास किया गया था। उसकी दो वर्ष की अवधि तक कोई संशोधन नहीं होना था। यह अवधि 11 अक्टूबर 13 को ही समाप्त होने के बाद भी पालिका को कोई याद नहीं आयी, आज अचानक याद आने पर आनन फानन में बैठक बुलाकर पार्षदों की रायशुमारी की गई। पार्षदों को इस बैठक की सूचना भी तीन दिन पूर्व ही मिली बताते है। पालिका अध्यक्ष रघुनंदन सोनी ने बताया कि बैठक में मुख्य रूप से मास्टर प्लान से आ रही परेशानियों के बारे में विचार विमर्श किया गया जिसके तहत घनी आबादी में सडकों की चौड़ाई को कम करना, हवाई पट्टी व पालिका कार्यालय की भूमि को सरकारी भवनों के लिए आरक्षित करने से रोकने, नहर के पास आबादी के पास 100 फीट का रोड़ नहीं निकालने, विभिन्न चौराहों पर सर्किल से पालिका को होने वाले नुकसान, प्रस्तावित रिंग रोड के स्थान में परिवर्तन कराने सहित पालिका की सीमा तीन किलोमीटर करने सहित कई प्रस्ताव पास किये गये। पालिका ईओ मुकेश शर्मा के अनुसार इसका मसौदा तैयार कर पालिका अध्यक्ष की अगुवाई में प्रतिनिधि मंडल विधानसभा अध्यक्ष व मुख्यमंत्री तथा स्वायत शासन विभाग के निदेशक से मिलेगा तथा अपनी बात को रखेगा। बैठक में पार्षदों ने विरोध करते हुए कहा कि प्लान में कई आवासीय क्षेत्रों को व्यावसायिक बना दिया है तथा पालिका की कोलोनियों को सुविधा क्षेत्र घोषित कर दिया है जिससे लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड रहा है।

मीडिया को बैठक से दूर रखने पर पार्षदों ने जताया विरोध
नगर पालिका की बैठकों से मिडिया को दूर रखने की कार्रवाई का आज की बैठक में पार्षदों ने भी विरोध किया। इस पर थोड़ी देर के लिए हंगामा भी हुआ। प्रतिपक्ष के पार्षदों ने कहा कि उनकी आवाज को न तो प्रोसेडिंग में लिखा जाता है अब मिडिया के न होने से उनकी बात बाहर भी नहीं जा सकती है। प्रतिपक्ष नेता रमेश सेन ने इसे ेलोकतंत्र के लिए घातक बताया। सत्ता पक्ष के ही स्वराजसिंह शेखावत ने कहा कि उच्च सदन में भी मिडिया को प्रवेश की आजादी है तो फिर यहां क्यों नहीं। शेखावत ने ईओ से कहा कि नगरपालिका में होने वाली बोर्ड बैठको की कोई सूचना मीडिया को क्यों नहीं दी जाती है ये सवाल पार्षदों द्वारा पालिकाध्यक्ष से पूछे जाने पर पारदर्शिता का दावा करने वाले पालिकाध्यक्ष रघुनंदन सोनी अन्तत चुप रहे।

महिलाओ के लिए शौचालय की मांग पर पार्षद ने दी भूख हड़ताल की धमकी
बैठक में कई अन्य मुद्दों पर भी पार्षदों द्वारा हंगामा किया गया। पार्षद आशा देवी कोली ने कोली व खटीक मोहल्ला में महिलाओं के लिए शौचालय बनाने की मांग रखी। कोली का कहना था कि गत वर्ष प्रस्ताव पास होने के बाद भी उनके वार्ड में यह काम नहीं कराया जा रहा है जिससे राज्य सरकार की योजना का खुलम खुला उल्लंगन हो रहा है। कोली ने कहा कि बस स्टेंड पर स्थित पालिका के सुलभ कांपलैक्स में महिलाओं से शुल्क वसूला जा रहा है। कोली ने कहा कि शुल्क वसूलने की कार्रवाई को रोका नहीं गया तथा उनके वार्ड में सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण नहीं कराया गया तो वो सोमवार से पालिका में भूख हड़ताल करेगी। कोली के बोर्ड बैठक में विरोध करने के दौरान उनके वार्ड की कई महिलाएं भी पहुंची तथा पालिका अध्यक्ष को उलाहना देते हुए कहा कि वादा करने के बाद भी साल भर में काम क्यों नहीं कराया। बाद में अन्य पार्षदों के हस्तक्षेप से मामले को सुलझाया गया। राजू खटीक ने भी महिलाओं की बात का समर्थन किया।

घटिया सडक कार्यो पर साधी चुप्पी
पालिका बोर्ड की बैठक में पार्षद स्वराजसिंह शेखावत ने कहा कि अभी जहां पर सडकों के कार्य कराये गये है उनमें घटिया सामग्री की शिकायत आने के बाद भी कोई जांच नहीं करायी गयी है। उनके वार्ड में सडक अभी से उखड़ गयी है। ईओ व अध्यक्ष को सूचना देने के बाद भी अब तक कोई मौके पर नहीं पहुचें उल्टा ठेकेदार को भुगतान देने की कार्रवाई की गति तेज कर दी गई है ताकि बाद में शिकायत पर उस पर कोई रोक नहीं लग जाए। पार्षद के बोर्ड में आरोप लगाने के बाद भी पालिका अध्यक्ष व ईओ चुप्पी साधे रहे। कांग्रेस के भगवान सिंह चौहान ने कहा कि बालाजी का रोड़ दो बार बनने के बाद भी खराब है। नाली निर्माण नहीं कराया जा रहा है। क्रास नहीं लगाये जा रहे है। पालिका प्रशासन शहर की सुध नहीं ले रहा है। पार्षद योगेश पारीक ने हॉस्पिटल के सहारे से नसियां की तरफ सडक निकालने की कार्रवाई ७ दिन में कराने की घोषणा के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई न होने पर सवाल उठाया।

इनका कहना है कि
गत 27 जून की बैठक में मिडिया को नहीं बुलाने के लिए पालिका अध्यक्ष ने निर्देश दिया था। इस बैठक में पालिका से कहां चूक हुई जांच की जायेगी। वैसे भी में तो शाहपुरा से तबादला कराने के मूड में हूंँ। मुझे मीडिया के आने पर कोइ्र आपत्ति नहीं है।
मुकेश शर्मा, ईओ, नगर पालिका शाहपुरा

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