विकास की पटरी पर बुलेट रेलगाड़ी की गति से बढ़ेगा राजस्थान

kiranजयपुर। विधानसभा में अर्थ संकल्प पर चर्चा में भाग लेते हुए भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं विधायक किरण माहेश्वरी नें कहा कि यह विकास की चुनौतियों का साहसपूर्वक सामना करने का प्रयास है। राजस्थान  के इतिहास में इस बजट जैसा साहसिक दृष्टिकोण एवं चुनौतिपूर्ण बजट कभी प्रस्तुत नहीं किया गया है। इससे प्रदेश विकास की पटरी पर बुलेट रेलगाड़ी की गति से आगे बढ़ेगा।

कौन कहता है कि राहे बंद है,

हर कदम पर एक नई शुरूआत है।

मुख्यमंत्री की व्यापक दृष्टि एवं सुराज संकल्प के प्रति प्रतिबद्धता

कि्रण नें कहा कि विकास के लिए व्यापक दृष्टि चाहिए। बड़ी सोच चाहिए। विकास प्रतिपक्ष के चरित्र हनन एवं थोथी लोकलुभावन घोषणाओं से नहीं होता है। जैसा कि पूर्ववर्ती सरकार ने किया था। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे नें बजट में विकास की व्यापक दृष्टि दिखायी है। सुराज संकल्प घोषणा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखायी है। सुशासन से विकास ही वह मंत्र है, जिससे जनता का जीवन स्तर सुधरेगा। जनता का कल्याण होगा।

लड़ते लड़ते इन अंधेरों मे कही खो जाऐंगे,

पीढ़ियों के वास्ते हम रोशनी बो जाऐंगे।

यह प्रारम्भ है, लक्ष्यों के प्रति समर्पित पहला कदम है। यात्रा का समापन नहीं।

योजना का आकार

किरण नें कहा कि योजना में 72% की वृद्धि राज्य मे पहली बार हुयी है। यह विकास के प्रति हमारी निष्ठा, हमारा समर्पित प्रयास है। हमारी सरकार योजना को लागु करने के प्रति दृढ निश्चयी है।

संरचना विकास

किरण नें कहा कि 20000 कि.मी. लम्बी सड़कों का विकास, 7 नये चिकित्सा महाविद्यालयों की स्थापना, 3 नये अभियांत्रिकी महाविद्यालय, समुन्नत शहरों का निर्माण, कौशल विकास विश्वविद्यालय, नदी घाटी प्राधिकरण की स्थापना, नहर प्रणाली को समुन्नत बनाना, शहरी एवं ग्रामीण आधारभूत संरचना के लिए 4000 करोड़ रूपयों के प्रावधान राजस्थान को विकसित राज्यों की अग्रिम पंक्ति मे ले जाऐंगे।

कौशल विकास एवं शिक्षा

किरण नें कहा कि युवाओं को रोजगार के लिए उनमे तकनीकी दक्षता एवं कौशल का होना आवश्यक है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार नें युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने की भारी उपेक्षा की थी। एक तरफ बड़ी संख्या मे युवा बेरोजगार थे। दुसरी ओर उद्योग, व्यवसाय एवं सेवा क्षेत्रों में आवश्यक कौशल युक्त कार्मिक उपलब्ध नहीं हो रहे थे। इससे प्रदेश का आर्थिक विकास ही अवरूद्ध हो गया था।

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस दुष्चक्र को पहचाना एवं इसका निदान करने का प्रयास किया। कौशल विकास को विद्यालयी एवं महाविद्यालयी शिक्षा का भाग बनाना एक क्रांतिकारी सोच है। कौशल विकास विश्वविद्यालय संभवतः भारत का पहला ऐसा संस्थान होगा। 45 लाख युवकों को कौशल प्रशिक्षण से रोजगार के अवसर बढ़ेगे।

प्रतिपक्ष की आलोचना आधारहीन

विकास, सुशासन एवं जनकल्याण की नींव पर विकसित राजस्थान खड़ा होगा। यह बजट समृद्ध राजस्थान, समृद्ध जनता की यात्रा का शुभारम्भ है। प्रतिपक्ष, विशेषकर कांग्रेस के नेता केवल आलोचना के लिए अर्थ संकल्प की आलोचना कर रहे है। वे यह सोचकर मानसिक यंत्रणा झेल रहे है कि उनके नेता में विकास की यह व्यापक दृष्टि क्यों नहीं थी। प्रदेश को आगे बढ़ाने और जनता का जीवन स्तर समुन्नत करने की राह उनकी सरकार को क्यों नहीं दिखी थी। उनकी सोच पर यही कहा जा सकता है। कि

जब आगे बढ़ने की बात चलती है,

गुफ्तगु का वो रूख बदलते है।

चर्चा का विषयांतर करने से, झुठें आरोपों एवं तथ्यहीन आलोचना से हम मार्ग से नहीं भटकेंगे। हमने संकल्प लिया है सुराज का, देश एवं प्रदेश में अच्छे दिनों के नए युग को लाने का। सबका साथ, सबका विकास हमारी अन्तरप्रेरणा है। हमारी नेता एवं हमारी सरकार कटिबद्ध है राजस्थान में विकास की गंगा बहाने को। यह अर्थ संकल्प हमारे निश्चय को यथार्थ में परिवर्तित करने का माध्यम है।

ग्रामीण संरचना एवं शिक्षा

किरण नें ग्रामीण संरचना एवं शिक्षा को अर्थ संकल्प में विशेष महत्व देने की सराहना की। प्रत्येक पंचायत पर सूचना प्रोद्योगिक सेवा केन्द्र, प्रत्येक पंचायत मुख्यालय पर उच्च माध्यमिक विद्यालय, 100 ग्राम सेवा सहकारी समितियों में गोदाम निर्माण, रोजगार योजना मे रेल के अधोमार्गी पूल एवं खानों का निर्माण, ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर 1800 करोड़ रूपयों से सड़क निर्माण, श्री योजना – ग्राम स्वच्छता, स्वास्थ्य, चिकित्सा, सड़क, शिक्षा, विद्युत पर एक साथ काम, राजस्थान उच्च शिक्षा प्रतिष्ठान की स्थपना, केन्द्रीय विद्यालयों के समरूप 66 आदर्श विद्यालयों का संचालन, अध्यापकों की भर्ती के लिए अब एक ही परीक्षा -रीट, राष्ट्रीय चयन परीक्षाओं में चयनित विद्यार्थियों को छात्रवृति एवं 4900 विद्यालयों का उच्च माध्यमिक स्तर पर क्रमोन्नयन जैसे प्रावधान जनता के जीवन स्तर को उन्नत बनाएंगे।

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