तीन दिवसीय बाल समागम का समापन

बाल अधिकारों सम्बधी बच्चों के मन की बात मुख्यमंत्री के नाम
IMG_1466IMG_1443जयपुर। राजस्थान एवं गुजरात में कार्यरत एक्षनएड़ एवं सहयोगी स्वयं सेवी संस्थाओं के कार्य क्षैत्र से वंचित एवं गरीब बर्ग के लगभग 550 से अधिक बालक/बालिकाओं का तीन दिवसीय बाल समागम (चिल्ड्रन कान्कलेव) आज सम्पन्न हुआ। इस बाल समागम के दौरान बच्चों ने खेल-मनोरंजन एवं मौज मस्ती के साथ बाल अधिकार, शिक्षा व विकास के लिए संचालित योजनाओं के बारे में जानकारियॉ प्राप्त की।
बच्चों ने अपने अनुभव बांटते हुए गांव के विद्यालयों के बारे में चर्चा की। बाल अधिकारों से सम्बधित ‘‘अपने मन की बात’’ को ज्ञापन के रूप में तैयार किया जिसे प्रदेष की मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे को सौंपा जायेगा। इस ज्ञापन में बच्चों ने अपने गॉव के प्रारम्भिक स्तर का विद्यालय व पंचायत स्तर पर उच्च माध्यमिक विद्यालय की मॉग की। साथ ही गॉव के विद्यालय में बच्चों के साथ मार-पीट, भेद-भाव छेड़छाड़ आदि करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही, विद्यालय में साफ पीने के पानी, कक्षा कक्ष, खेल-कूद का मैदान व सामान, शौचालय पुस्तकालय, पंचायत स्तरीय बाल संरक्षण समिति को सक्रिय करने की मांग की।
राजस्थान के 10 जिलो एवं गुजरात के 5 जिलों से आये 8-15 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों ने तीन दिवसीय कार्यक्रम में उत्साह से भाग लिया। बाल समागम के अन्तर्गत मुख्यतः बच्चों को उनके अधिकारों से अवगत कराने के लिए विभिन्न खेल व परिचर्चाये आयोजित की गई। बाल संरक्षण, षिक्षा का अधिकार, भेदभाव के विभिन्न प्रकार जैसे लिंगभेद, जातिगत, आदि विषयों पर विषेज्ञों ने बच्चों के साथ चर्चा की।
कार्यक्रम के समापन समारोह में एक्षन एड की राज्य समन्वयक शबनम अजीज ने कहा कि वे हर साल इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करते रहेगंे। उन्होने बच्चों से अपने अधिकरों के प्रति सजग रहने का आग्रह किया। बाल समागम के दौरान बाल पंचायतों को सशक्त करने की रणनिति को गॉव स्तर पर लागू करने का भी आवहान किया। इस अवसर पर गुजरात व राजस्थान के बाल प्रतिनिधि – जेठाराम, जस्सु देवी, अन्तिका और बिलिकेष ने अपने अनुभव बांटते हुए पुनः इस प्रकार के आयोजन बार-बार करते रहने की मॉग की।
कल्याण सिंह कोठारी
मीडिया सलाहकार
मोहम्मद अमीन
कार्यक्रम अधिकारी

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