टीकाकरण की कमजोर स्थिति के लिए वेक्सिन की देरी जिम्मेदार

आ.बा.केन्द्र पर समीक्षा करते हुए ब्लॉक कॉर्डिनेटर केषावत
आ.बा.केन्द्र पर समीक्षा करते हुए ब्लॉक कॉर्डिनेटर केषावत

स्यार। क्षेत्र में टीकाकरण की कमजोर स्थिति के लिए वेक्सिन की देरी प्रमुख जिम्मेदार कारण है। आरोग्य पल्स परियोजना अंराई ने अपने अध्ययन में यही पाया है। आंगनबाडी केन्द्रो पर समय पर वेक्सिन नही पहुॅचने से टीकाकरण प्रभावित होता है। आरोग्य प्लस परियोजना अंराई ब्लॉक कॉर्डिनेटर रणजीतसिंह केषावत ने बताया कि परियोजना ने अंराई क्षेत्र के कई आंगनबाडी केन्द्रो पर टीकाकरण दिवस की विजिट की एवं अपेक्षित टीकाकरण नही होने पर समीक्षा की तो यह बात निकल कर आई कि केन्द्र पर वेक्सिन के पहुंचने में हुई देरी की वजह से टीकाकरण दिवस की षुरूआत ही समय पर नही हो पाती है जिसके कारण कई महिलाएं काम के चलते इंतजार नही कर पाती है और टीकाकरण से मुॅह मोड़ लेती है। टीकाकरण से जुडे विभाग के कुछ लोगो ने परियोजना को अपनी परिस्थित बताई कि वेक्सिन लाने -ले जाने का कार्य किसी स्थानीय व्यक्ति दारा किया जाता है और इसके लिए विभाग द्वारा उसे 75 रूपये मानदेय दिये जाते है जोकि उनके लिए इस कार्य के लिए कम पड़ती है जिसके कारण वे इस जिम्मेदारी को समय पर नही कर पाते है और कई बार तो वेक्सिन कर्मचारी अपने स्तर ही लेकर आते है और फिर टीकाकरण कार्य को अंजाम दिया जाता है। इस प्रकार टीकाकरण की षुरूआत करने में देरी हो जाती है जिससे काम की व्यस्तता एवं जल्दबाजी करने वाली महिलाएं  टीकाकरण को नजर अंदाज कर देती है। अत: टीकाकरण से जुडे लोग एवं परियोजना का मानना है कि पीएचसी ,सीएचसी या विभाग अपने स्तर पर वाहन से टीकाकरण स्थल पर वेक्सिन पहुंचाने की व्यवस्था करे तो क्षेत्र में टीकाकरण दिवस के परिणाम और भी बेहतर होंगे। ब्लॉक कॉर्डिनेटर रणजीतसिंह केषावत एवं इमदाद युवा संगठन सरवाड ने स्वास्थ्य विभाग से वेक्सिन परिवहन व्यवस्था में बदलाव करने का अनुरोध किया है।

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