यह हैं आदर्श गांव नेता खुद देख ले अपनी आँखों से

DSC_0785-जगदीश सैन पनावड़ा /राकेश जैन बायतु- बाड़मेर / बायतु। मुख्यालय कहने को आदर्श गांव हैं मगर हकीकत कुछ और हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आदर्श गांव की पहल पर स्थानीय सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने कस्बे को गोद लिया था और कहा था की बायतु को आदर्श गांव बनाएंगे कुछ दिनों पहले सांसद के बायतु दौरे के दौरान यह बात कही थी कर्नल सोनाराम चौधरी जब बायतु आये थे तब पैदल चलकर बायतु कस्बे का हाल देखा था तब मार्ग पर फैले कीचड़ और कचरे को देखकर लोगो को सपने दिखाए थे की यह गन्दगी जल्द ही हटाकर बायतु को आदर्श गांव बनाएंगे।

सांसद को दो माह बीत चुके हैं
मगर सांसद के दौरे को करीब दो माह बित जाने के बाद भी कस्बे के हालात जस के तस हैं। आज भी बायतु बाजार कीचड़ से अटा पड़ा हैं। दुकानो के आगे पानी भरा पड़ा हैं राहगीरों का चलना मुश्किल हो रहा हैं। भारत के प्रधानमंत्री की आदर्श गांव योजना को लागु किए हुए करीब एक साल बीत चूका हैं। मगर बायतु के लिए कोरी योजना साबित हो रही हैं। स्थानीय रहवासियो कहना हैं की जब नेता यहाँ आते हैं तब सिर्फ आदर्श गांव बनाने की बात होती हैं जब यहाँ से चले जाते हैं तब यह बात उनके कानो से निकल जाती हैं।

बायतु भोपजी के सरपंच से जब हमने इस बारे में बात की तो उन्होंने यह बताया
सांसद के कहे अनुसार आदर्श गांव की योजना का बजट अभी तक नहीं आया इसलिए कोई काम नहीं हो पाया बिना बजट के तो हम भी कैसे काम शुरू करवाये जब बजट आएगा तब काम शुरू करवाएंगे
आशुरम बैरड़ सरपंच बायतु भोपजी

इसका मतलब सिर्फ दिखावा हैं आदर्श गांव बनाने का
बायतु आये हुए सांसद को दो माह बीत जाने के बाद भी इस योजना का बजट नहीं आया इसका मतलब सांसद आगे कोई पहल ही नहीं की होगी बारे में अगर पहल करते तो अब तक बायतु कस्बे के हालात सुधर जाते सीधा सा हिसाब हैं यह सिर्फ दिखावा करने के लिए किया गया हैं अब सिर्फ आदर्श गांव योजना कागजो में ही सिमट कर रह गयी हैं।

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