वात्सल्य ग्राम भाव सम्बंधों का सजीव चित्रण -साध्वी सुहृदय गिरि

निराश्रित बालको की सहायतार्थ हे वात्सल्य सहयोग-एक पवित्र संकल्प योजना
suhridayराजसमन्द। साध्वी सुहृदय गिरि परमानंद ने कहा की वात्सल्य ग्राम भाव सम्बंधों का सजीव चित्रण हे, यँहा रहने वाले बच्चे, नानी, मौसी और दादी में कोई रक्त सम्बन्ध नही हे लेकिन भाव सम्बन्धो में गूंथे ये रिश्ते खून के सम्बंधों से कमतर भी नही हे। ये हमारी पूज्य गुरुदेव दीदी माँ साध्वी ऋतम्भरा का अनूठा प्रकल्प हे। उन्होंने कहा की विश्वनाथ और रघुनाथ के इस देश में कोई अनाथ कैसे हो सकता हे इस परिकल्पना को साकार करने वाला यह प्रकल्प एक सपना था जिसे दीदी माँ ऋतम्भरा जी ने हकीकत में बदला हे। वात्सल्य परिवार की बैठक प्रारम्भ होने से पूर्व माँ भारती और दीदी माँ ऋतम्भरा के छाया चित्रों पर इकलाई अर्पण गई। सौ फिट रोड स्थित नीजि आवास पर हुई बैठक में वात्सल्य सहयोग एक-पवित्र संकल्प पर अपने विचार रखते हुए साध्वी सुहृदय ने कहा की छोटे छोटे संकल्पों से बहुत बड़ा कार्य साधा जा सकता हे। इसी तरह वात्सल्य सहयोग-एक पवित्र संकल्प योजना भी निराश्रित बच्चों के लिए मील का पत्थर साबित होगी। ये पूण्य का यज्ञ हे जिसमे हर किसी को आहुति देनी चाहिए। वात्सल्य सहयोग-एक पवित्र संकल्प योजना के संयोजक मधुप्रकाश लड्ढा ने कहा की की पुरे देश भर में वात्सल्य सहयोग हेतु यह प्रकल्प शुरू किया गया हे जिसमे परम शक्ति पीठ और वात्सल्य ग्राम के तत्वाधान में देश भर में चल रहे वात्सल्य केंद्रों के निराश्रित बच्चों के सहायतार्थ कार्य किया जाएगा। योजना के मूल में निराश्रित बेटे बेटियों की अच्छी शिक्षा, चिकित्सा और पालन-पोषण हे। ताकि आने वाले समय में ये बच्चे अपने आपको इतना सक्षम बना सके की सामाजिक और देश सेवा के कार्यों में अपने आपको समर्पित कर सकें। बैठक में योगिता दीदी, राकेश गौड़, लिलेश खत्री, भगवतीलाल अजमेरा, हेमेन्द्र खत्री, मोना शर्मा, सज्जन सिंह राव, किशन सिंह, मोहनलाल, शिवलाल खींची, गिरिजा शंकर पालीवाल, लोभचंद धोबी, कैलाश माली, आकाश सहलोत, भीमराज चौधरी, दिनेश श्रोत्रिय, हेमेन्द्र सिंह, राधा गौड़, मुकेश सोनी, मुकेश जैन, पिंटू सेन, सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।

error: Content is protected !!