पुष्टिमार्गीय कृष्ण भक्ति केंद्रों को श्रीकृष्ण सर्किट योजना में शामिल किया जाय

सांसद फिर मिले केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा से और दिया हल्दीघाटी और कुंभलगढ़ आने का न्योता
श्रीनाथजी एँव श्रीद्वारिकाधीश मन्दिर को श्रीकृष्ण सर्किट में सम्मिलित कराने का प्रयास
कौशल विकास के आधार पर राजसमन्द विश्वविद्यालय और पुष्टिमार्गीय शौध पीठ की भी माँग

hari om singh rathour 2राजसमन्द। सांसद और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामन्त्री हरिओम सिंह राठौड़ ने आज एक बार फिर केंद्रीय सांस्कृतिक पर्यटन एँव नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री महेश शर्मा से संसद के बजट सत्र के दौरान मुलाक़ात की और केंद्र सरकार की श्रीकृष्ण सर्किट योजना में राजसमन्द जिले के श्रीनाथजी एंव श्रीद्वारिकाधीश मंदिर जेसे विश्व प्रसिद्ध श्रीकृष्ण भक्ति केंद्रों को सम्मिलित किये जाने के आग्रह के साथ साथ एक बार फिर हल्दी घाटी और कुम्भलगढ़ आने का न्योता दिया। संसदीय क्षेत्र मीडिया संयोजक मधुप्रकाश लड्ढा ने बताया कि श्रीनाथजी और श्री द्वारिकाधीश जी मंदिर को श्रीकृष्ण सर्किट योजना में सम्मिलित कराने को लेकर प्रयासरत सांसद राठौड़ ने आज फिर से केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा से मुलाक़ात की।
राठौड़ ने कहा कि राजसमन्द सांस्कृतिक, सामाजिक व पर्यटनीय वैभव की दृष्टि से विपुल संभावनाओं से युक्त क्षेत्र हे इसलिए जिले में स्थित श्रीनाथजी और श्रीद्वारिकाधीश जी मंदिर जेसे श्री कृष्ण भक्ति केंद्रों को श्रीकृष्ण सर्किट योजना में जोड़ा जाना अत्यधिक प्रासंगिक होगा। भेंट के दौरान राठौड़ ने कहा कि पुष्टीमार्गीय परम्परा के ऐसे दोनो वृहद स्तम्भों पर देशभर के दर्शनार्थियों और पर्यटकों का पुरे वर्ष भर प्रवाह बना रहता हे इन स्तम्भों को सर्किट में सम्मिलित करने से मेवाड़ के इतिहास व संस्कृति से भारत ही नही अपितु विदेशों से आने वाले अनुयायियों का भी जुड़ाव बना रहेगा। राठौड़ ने कहा कि श्रीनाथ जी, श्रीद्वारिकाधीश जी सहित विश्व प्रसिद्ध राजसमन्द की नोचौकी झील व कुंभलगढ़ सहित पुरा सम्पदा वानिकी एँव मार्बल क्षेत्र भी सम्बद्ध हे, सर्किट में आने के बाद अप्रत्याशित रूप से पर्यटन उद्योग में नए आयाम स्थापित होंगे। मंदिर से सम्बद्ध चित्रकला, मोलेला सदृश टेराकोट, व मार्बल आर्ट को स्थानीय युवाओं के कोशल प्रशिक्षण के सन्दर्भ में विकसित कर युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्रदान करेगा। राठौड़ ने श्रीकृष्ण सर्किट प्रकल्प में लंबे समय से प्रस्तावित राजसमन्द विश्वविद्यालय की योजना को मूर्त रूप दिए जाने की भी माँग करते हुए कहा कि ये विश्वविद्यालय पुष्टिमार्गीय कोशल विकास पर आधारित विशेषीकृत विश्वविद्यालय के रूप में हो। सांसद ने कहा कि इन दोनों भक्ति केन्द्रो पर कृष्ण भक्ति साहित्य के विपुल भण्डार हे इस कारण पुष्टिमार्गीय शोध पीठ की स्थापना भी इस क्षेत्र में पर्याप्त हे। केंद्रीय मंत्री ने हल्दीघाटी और कुंभलगढ़ आने का न्योता स्वीकारते हुए कहा कि श्रीनाथ जी की कृपा रही तो जल्दी ही दोनों भक्ति केंद्रों को योजना में सम्मिलित करते हुए प्रकल्प को पूर्णता की तरफ ले जाएँगे।
ज्ञात रहे की कुछ माह पूर्व ही केंद्रीय मंत्री श्रीनाथ जी दर्शनार्थ आये थे और सांसद राठौड़ के आग्रह पर श्रीनाथ जी और श्री द्वारिकाधीश मंदिर को श्रीकृष्ण सर्किट योजना में सम्मिलित करने की मौखिक स्वीकृति प्रदान की थी।

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