पेयजल सप्लाई को लेकर प्रमुख शासन सचिव ने ली समीक्षा बैठक

IMG_20160423_120258जयपुर, 23 अप्रेल। बढ़ते तापमान और सूखते भूजल स्रोतों के मध्य आमजन तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाने की जिम्मेदारी को और बेहतरीन तरीके से निभाने के लिए जलदाय विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री जेसी मोहान्ति, सचिव श्री सुबीर कुमार ने विभाग के आला अधिकारियों के साथ एक बैठक में प्रदेश भर में चल रहे कंटिनजेंसी कार्यों की समीक्षा की और उन्हें अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए।
जल भवन में शनिवार को आयोजित इस बैठक में प्रमुख शासन सचिव श्री जेसी मोहान्ति ने प्रदेश भर में गर्मी के मौसम में किए जा रहे कार्यों के बारे में संबंधित अधिकारियों से विस्तृत चर्चा करते हुए कार्यों में और अधिक गति देने के निर्देश दिए। श्री मोहान्ति ने कहा कि प्रदेश भीषण गर्मी की चपेट में है और भूजल स्रोतों से पानी की आवक कम होती जा रही है। ऐसे में हमारी जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है। विभाग ने ऐसे हालात से निपटने के लिए पूरी व्यवस्था कर रखी है, प्रदेश में कहीं भी पेयजल की कमी नहीं रहने दी जाएगी।
श्री मोहान्ति ने कहा कि गर्मी में पेयजल की समस्या से निपटने के लिए हर जिले को 50-50 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं। किसी भी आकस्मिक स्थिति में अधीक्षण अभियंता अपने स्तर पर पेयजल की व्यवस्था सुचारू कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अधिकतर जिलों में टैंकरों से जलापूर्ति संबंधी टेंडर जारी किए जा चुके हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों को पेयजल समस्या अविलंब निस्तारित करने के भी निर्देश दिए।
सचिव श्री सुबीर कुमार ने कहा कि सरकार आमजन को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह संकल्पित है। विभाग वह हरसंभव प्रयास कर रहा है, जिससे आखिरी छोर पर बैठे व्यक्ति को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि गर्मी के बढ़ते ही हम कंटिजेंसी प्लान को और अधिक प्रभावी बना रहे हैं। सचिव ने सभी मुख्य अभियंताओं को फील्ड में नियमित रूप से दौरा करने, अति आवश्यक प्रस्तावों को प्राथमिकता के आधार पर स्वीकृत करने, टैंकरों से होने वाली जलापूर्ति की प्रतिदिन समीक्षा करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में प्रदेश भर से आए मुख्य अभियंता, अतिरिक्त मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता स्तर के अधिकरीगण उपस्थित थे।

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