बीकानेर में पापड़ भुजिया उद्यमियों की प्रेस कांफ्रेंस

पापड़.भुजिया पर जीएसटी का भार उचित नहीं
बीकानेर पापड़ भुजिया मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ने लिखा पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री को पत्र

bikaner samachar बीकानेर सीमावर्ती जिला है और यहां घरेलू उद्योग से आरंभ हुए पापड़ भुजिया रसगुल्ला उद्योग को सरकार द्वारा जीएसटी से मुक्त रखा जाना चाहिए। इस आशय की मांग के साथ बीकानेर पापड़ भुजिया मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय वित्त मंत्री को पत्र भेजा है। दरअसल इस उद्योग से जुड़े उद्यमियों एवं पापड़ भुजिया श्रमिकों व बटाई करने वाली महिलाओं ने कड़ी एवं अथक मेहनत से बड़ी.पापड़ए भुजियाए रसगुल्ला को जिले और राज्य ही नहीं बल्कि देश भर की सीमाओं को लांघते हुए विदेशों में भी यहां का स्वाद लोगों की जुबान तक पहुंचाया व इसे प्रतिष्ठित किया है। जीएसटी लागू होने पर उद्योग पर मंडराने वाले आर्थिक संकट को दूर करने की अपनी आवाज सरकार तक पहुंचाने के लिए एसोसिएशन ने आज प्रेस कांफ्रेंस रखी जिसमें अध्यक्ष गेवरचंद मुसरफ सहित तमाम पदाधिकारियों ने जीएसटी से पूर्व और जीएसटी के पश्चात बनने वाली स्थितियों को बताते हुए चिंता व्यक्त की कि इससे बीकानेर में सात पीढ़ियों ये मेहनत कर इस उद्योग को घरेलू से विश्वस्तरीय दर्जा दिलाने वाले श्रमिकों व उद्यमियों को ही नहींए जिलेए प्रदेश और देश को भी प्रभावित होने का अंदेशा है। अध्यक्ष गेवरचंद मुसरफए महामं़ंत्री मक्खन लाल अग्रवाल के अनुसार वाले सीमांत गांवों की महिलाओं को तो बड़ीए पापड़ बटाई के माध्यम से रोजगार मुहैया होता ही हैए शहरी इलाके की भी बड़ी संख्या में महिलाओं व उनके परिवार के लिए पापड़ भुजिया उद्योग रोजी रोटी कमाने का माध्यम है। इस उद्योग पर किसी सरकार ने पांच प्रतिशत से अधिक कर नहीं लगाया किंतु हाल ही में सरकार के जीएसटी प्रणाली के लागू होने पर इस उ़द्योग पर 18 प्रतिशत कर भार लगेगा जिससे इस उद्योग के बुरी तरह प्रभावित होने की आशंका उद्यमियों में ही नहीं बल्कि संबंधित श्रमिकों में ने भी व्यक्त की है।
एसोसिएशन द्वारा पीएम मोदी को भेजे गए पत्र में उद्योग संबंधी तमाम समस्याओं से भी अवगत करवाया गया है। सभी पदाधिकारियों ने प्रधानमंत्री को देश में जीएसटी लागू करने पर प्रसन्नता जताते हुए इसे उपभोक्ता और व्यापार उद्योग के लिए अच्छा बताया किंतु घर घर से जुड़े पापड़ भुजिया उद्योग को जीएसटी से मुक्त रखने की पुरजोर अपील की है।
प्रेस कांफ्रेंस में बीकानेर के संबंधित व्यापार.उद्योग संगठनों के प्रतिनिधि और प्रतिष्ठित उद्यमी मौजूद थे।
मोठ के भी पड़ेंगे ष्ष्मरोड़ेष्ष्रू. पापड़ भुजिया को मोठ से बनाया जाता है। यदि पापड़ भुजिया उद्योग पर जीएसटी लागू होने से आर्थिक संकट गहराता है तो तय है कि इसके माध्यम से काफी तादाद में खपत होने वाला मोठ भी प्रभावित होगा। जबकि पश्चिमी राजस्थान की प्रमुख पैदावार में शामिल मोठ लाखों किसानों की जीविका और खुशहाली का माध्यम है। इसकी कुल पैदावार के बड़े हिस्से की मांग पापड़ भुजिया उद्योग में बनी रहती है। यदि मांग में कमी आई तो तय है किसान भी प्रभावित होगा और अंततः इसका खमियाजा आमजन को महंगाई के रूप में उठाना पड़ेगा।

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