कम प्रगति वाले बिंदुओं पर दें विशेष ध्यानः-प्रभारी सचिव

DSC_0245बीकानेर, 19 अगस्त। प्रमुख शासन सचिव एवं जिला प्रभारी सचिव नीलकमल दरबारी ने कहा कि भामाशाह योजना के तहत नामांकन, सीडिंग एवं तैयार कार्ड वितरण में गति लाई जाए। इस कार्य से जुड़े अधिकारी अधिक से अधिक फील्ड विजिट करें तथा जहां कार्य धीमा है, वहां विशेष ध्यान दें। ढिलाई बरतने वाले अधिकारी-कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए।
प्रभारी सचिव शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा कर रही थीं। उन्होंने कहा कि भामाशाह से जुड़े अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों में जाएं तथा वस्तुस्थिति जानें। डीबीटी पर विशेष जोर दिया जाए तथा जिला स्तर पर प्रत्येक दिन इसकी मॉनिटरिंग हो। बने हुए भामाशाह कार्ड किसी भी स्थिति में वितरण से वंचित नहीं रहें। तैयार भामाशाह कार्ड नगर निगम अथवा पंचायत समिति को समूची जानकारी के साथ भिजवाएं तथा यदि सही फॉर्म भरने के बावजूद, कार्ड गलत बन गए हैं तो उन्हें विभाग को वापिस भिजवाते हुए, फीडबैक लें।
दरबारी ने कहा कि जिले की समस्त उचित मूल्य दुकानों पर पोश मशीनों के माध्यम से राशन वितरण सुनिश्चित किया जाए। रसद अधिकारी, अन्नपूर्णा भंडारों का निरीक्षण करें तथा विभाग द्वारा इन्हें प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने उज्ज्वला योजना के तहत जारी कनेक्शन की जानकारी ली। प्रभारी सचिव ने कहा कि संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों को समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। साठ दिन से अधिक समय से लंबित प्रकरणों को गंभीरता से लिया जाए। उन्होंने निस्तारित प्रकरणों का शत-प्रतिशत वेरिफिकेशन करने के निर्देश दिए तथा कहा कि ऐसे प्रकरण जो निस्तारण योग्य नहीं हैं, उनकी समूची जानकारी संबंधित व्यक्ति को दी जाए।
प्रभारी सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान के दूसरे चरण में सभी कार्य समयबद्ध तरीके से किए जाएं। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता नहीं बरती जाए। उन्होंने कहा कि पहले चरण में आई व्यावहारिक परेशानियो को दूर करते हुए, दूसरे चरण में और बेहतर परिणाम आएं, इसके लिए टीम के रूप में कार्य करें। उन्होंने मनरेगा में चल रहे कार्यों, खेल मैदान, गोदाम एवं आंगनबाड़ी केन्द्र निर्माण की प्रगति की जानकारी ली। स्वच्छ भारत अभियान के तहत ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में हो रहे कार्यों को जाना।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में ओडीएफ का स्तर बनाए रखा जाए तथा शहरी क्षेत्रों में सामुदायिक एवं पब्लिक शौचालय अधिक से अधिक संख्या में बनाए जाएं। उन्होंने सोलिड एंड लिक्विड वेस्ट मेनेंजमेंट तथा सीवरेज की स्थिति के बारे में जाना। प्रभारी सचिव ने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले की आदर्श पीएचसी में नॉर्म्स के अनुसार सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने अस्पतालों में साफ-सफाई तथा मेडिकल वेस्ट के प्रभावी निस्तारण पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिल के स्वास्थ्य केन्द्रों का औचक निरीक्षण करते हुए सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखें।
प्रभारी सचिव ने भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना की प्रगति की जानकारी ली तथा कहा कि अधिक से अधिक निजी अस्पतालों को इस योजना से जोड़ने के प्रयास करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्राी राजश्री योजना के तहत बालिका जन्म पर दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि किसी भी स्थिति में लंबित नहीं रहे, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। आरोग्य राजस्थान के तहत हुए सर्वे के डाटा अविलम्ब अपलोड करने को कहा। उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्रों केन्द्रों में स्थापित खिलौना बैंक, आंगनबाड़ी चलो अभियान के दौरान हुई नामांकन वृद्धि तथा जनसहयोग से उपलब्ध करवाई गई सुविधाओं की जानकारी ली।
दरबारी ने कहा कि पेयजल के अधिक से अधिक नमूने लिए जाएं तथा पाइपलाइन लीकेज की शिकायतों का प्राथमिकता से निस्तारण किया जाए। उन्होंने वर्तमान में पेजयल सप्लाई की स्थिति तथा जल भंडारण स्त्रोतों के बारे में जानकारी प्राप्त की। दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण विद्युतीकरण योजना का सर्वे कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि बरसात के दौरान रोड डेमेज का आकलन करते हुए, आवश्यकतानुसार पेचवर्क आदि करवाया जाए। आरएसएडीसी के तहत और अधिक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने नवंबर में होने वाली ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट के बारे में जानकारी दी।
जिला कलक्टर वेदप्रकाश ने बताया कि जिले में डीबीटी की संख्या में इजाफा हुआ है। अब तक लगभग सात करोड़ रूपये डीबीटी के माध्यम से सीधे लाभार्थियों के खातों में स्थानांतरित कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि एडोप्टर अधिकारियों द्वारा प्रकरणों का वेरिफिकेशन किया जा रहा है। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत अब तक 17 हजार 322 मरीजों को लाभ प्रदान किया गया है। उन्होंने विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों की प्रगति के बारे में बताया।
बैठक में जिला परिषद के उपवन संरक्षक डॉ. शलभ कुमार, अतिरिक्त कलक्टर (प्रशासन) हरि प्रसाद पिपरालिया, मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी. एल. मेहरड़ा, नगर निगम आयुक्त आर.के. जायसवाल, महिला एवं बाल विकास विभाग के उपनिदेशक गोपाल राम बिड़दा, अतिरिक्त कलक्टर (नगर) एस. के. नवल, जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेन्द्र सिंह पुरोहित, कोषाधिकारी योगिता गोयल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र चौधरी, कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक आनंद स्वरूप छीपा, उपनिदेशक डॉ. जगदीश पूनिया, डॉ. उदयभान सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
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मोहन थानवी

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