मौसमी बीमारियों को रोकने की पूरी तैयारी रखें – जिला कलक्टर

zबारां, 29 अगस्त। जिला कलक्टर डॉ एसपी सिंह ने चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिए कि वर्षा के मौसम में मच्छरों के बढ़ते प्रकोप के चलते संभावित बीमारियों को रोकने हेतु उचित उपाय करें। मिनी सचिवालय सभागार में सोमवार को आवश्यक सेवाएं, पेयजल, मौसमी बीमारी एवं कुपोषण निवारण हेतु आयोजित बैठक में उन्होने यह निर्देश दिए।

जिला कलक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत निर्मित सभी जल संरचनाओं में अनिवार्य रुप से गम्बूशिया मछली छोड़ें ताकि मच्छरों को पैदा होने से रोका जा सके। पानी के भराव स्थलों पर एमएलओ छिड़काव करें। आदर्श पीएचसी पर बकाया स्टाफ की नियुक्ति करते हुए उनका 24 घंटे मुख्यालय पर ठहराव सुनिश्चित करें। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विशेष ध्यान देते हुए प्रभावितों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के साथ ही मौसमी बीमारियां फैलने से रोकने के पूरे उपाय करें। नगर परिषद के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आवारा पशुओं की धरपकड़ करें। शहर के बीच गुजरते नालों में कचरा डालने वालों की समझाइश करें। इस हेतु शिविर लगाकर समझाइश का अभियान चलाएं। महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों के भवनों की मरम्मत, सहायिकाओं के रिक्त पद भरने एवं 1 से 7 सितम्बर तक राष्ट्रीय पोषाहार सप्ताह को सफलतापूर्वक मनाने के निर्देश दिए। जलदाय विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग, शिक्षा विभाग सहित सभी विभागों को अतिवृष्टि से विभागीय सम्पत्ति को हुए नुकसान का आकलन कर शीघ्र रिपोर्ट भिजवाने को कहा गया। जिला अस्पताल की निर्माणाधीन इमारत का कार्य जल्द पूरा करने तथा विभिन्न विभागों में ठेकेदार के साथ कार्यरत श्रमिकों के रजिस्ट्रेशन के निर्देश दिए गए। सम्पर्क पोर्टल पर लंबित प्रकरणो के शीघ्र निस्तारण हेतु भी कहा गया। बैठक में जिला परिषद सीईओ भगवती प्रसाद कलाल, जिला रसद अधिकारी शंकर लाल एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

विधानसभा क्षेत्रवार दिव्यांग समागम 3 से 6 तक

बारां, 29 अगस्त। जिले में दिव्यांगों की विभिन्न समस्याओं के समाधान एवं सहायक अंग उपकरणांे का वितरण करने हेतु 3 से 6 सितम्बर तक विधानसभा क्षेत्रवार दिव्यांग समागम का आयोजन किया जाएगा।

जिला कलक्टर डॉ. एस.पी. सिंह ने बताया कि 3 सितम्बर को किषनगंज-शाहबाद के लिए मेला ग्राउंड केलवाड़ा में, 4 सितम्बर को बारां-अटरू के लिए पंचायत समिति अटरू में, 5 सितम्बर को मांगरोल-अंता के लिए कृषि उपज मंडी समिति अंता में तथा 6 सितम्बर को छबड़ा-छीपाबड़ौद के लिए अनाज मंडी इकलेरा रोड छीपाबड़ौद में यह आयोजन किए जाएंगे। उन्हांेने बताया कि समागमों में पूर्व में चिन्हित दिव्यांगों को सहायक अंग उपकरणों का वितरण किया जाएगा। दिव्यांगों को चिकित्सा प्रमाण पत्र जारी करने तथा रेल व बस पास जारी करने के कार्य भी इस दौरान किए जाएंगे। सुखद दाम्पत्य जीवन योजना के आवेदन पत्र तैयार करवाने एवं स्वीकृतियां जारी करने का कार्य भी किया जाएगा। साथ ही मुख्यमंत्री विषेष योग्यजन स्वरोजगार योजना के आवेदन पत्र तैयार करवाना व स्वीकृतियां जारी करना, दिव्यांगों के पंेषन आवेदन तैयार करना व स्वीकृति जारी करना, दिव्यांग छात्रवृत्ति योजना के आवेदन पत्र करवाना, दिव्यांगों को आस्था कार्ड जारी करना, अनुप्रति योजनान्तर्गत आवेदन करवाना, भामाषाहा नामांकन करवाना, खाद्य सुरक्षा व बैंक संबंधी कार्य करवाना तथा विविध सहायता एवं परिलाभों का वितरण करवाना आदि कार्य भी इन समागमों में सम्पादित किए जाएंगे।

लंबित अदालती मामलों को सॉफ्टवेयर पर अपडेट करें

(फ़िरोज़ खान)बारां, 29 अगस्त। जिला कलक्टर एस.पी. सिंह ने विभागीय अधिकारियों को निर्देष दिए कि अपने विभागों से संबंधित विभिन्न अदालतों में चल रहे मामलों को ’’लाइट्स’’ सॉफ्टवेयर पर जल्द अपडेट करें। वे मिनी सचिवालय में विभागीय अधिकारियों की बैठक ले रहे थे।

जिला कलक्टर ने बताया कि पिछले दिनों राज्य सरकार के न्याय विभाग की ओर से वीडियो कांफ्रेंस का आयोजन कर इस संबंध में पालना सुनिष्चित करने के निर्देष दिए गए थे। जिले में विभिन्न विभागों के 1166 प्रकरण विभिन्न अदालतों में लंबित है जिनमें से लगभग 900 प्रकरण लाइट्स सॉफ्टवेयर पर अपडेट कर दिए गए हैं। शेष प्रकरणों को शीघ्र अपडेट करने से बकाया प्रकरणों की स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देष दिए कि यदि कोई प्रकरण स्वयं से संबंधित नहीं हो तो वे संबंधित अधिकारी को इस बारे में सूचित करें एवं अपडेट करावें। किसी भी प्रकार की कोताही के लिए अधिकारी स्वयं जिम्मेदार होंगे। बैठक में जिला परिषद सीईओ भगवती प्रसाद कलाल, जिला रसद अधिकारी शंकरलाल सहित अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

आश्रितों को 4-4 लाख रूपए की सहायता स्वीकृत

बारां, 29 अगस्त। जिला कलक्टर (सहायता) डॉ. एस.पी. सिंह ने पिछले दिनों हुई अतिवृष्टि के चलते तेज पानी में बह जाने से मृत्यु होने पर 3 मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रूपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत की है।

किषनगंज तहसील के खैरूना निवासी रामचरण की 4 अगस्त को खाल में बह जाने से, मायथा निवासी राजेष की 7 अगस्त को किष्नाईपुरा के पास नाले में बह जाने से व मामली निवासी इन्दरलाल की 7 अगस्त को मामली में नदी पार करते समय बह जाने से मृत्यु हो गई थी। एक अन्य मामले में शाहबाद तहसील के गन्नाखेडी निवासी मुरली सहरिया की नदी पार करते समय बह जाने के कारण मृत्यु होने पर मृतक के परिजन को जिला कलक्टर ने मुख्यमंत्री सहायता कोष से 50 हजार रूपए आर्थिक सहायता स्वीकृत की है।

श्रमिक नियोजन बढ़ाएं, पक्के कार्य करवाएं

बारां, 29 अगस्त। महात्मा गांधी नरेगा योजना की मासिक समीक्षा बैठक सेामवार को मिनी सचिवालय सभागार में जिला कलक्टर डॉ. एस.पी. सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इसमें श्रमिक नियोजन बढ़ाने सहित अन्य कार्याें के लक्ष्य समय पर अर्जित करने के संबंध में चर्चा की गई। पंचायत समितियों को ओडीएफ करने पर भी विषेष जोर रहा।

बैठक में जिला परिषद सीईओ भगवती प्रसाद ने जानकारी दी कि महानरेगा योजना के तहत श्रमिक नियोजन में पंचायती राज विभाग का 55 प्रतिषत तथा वन, सार्वजनिक निर्माण, जलसंसाधन विभाग का 15-15 प्रतिषत भाग निर्धारित है। जिला कलक्टर ने वन, सार्वजनिक निर्माण, जलसंसाधन विभाग के कार्यों में महानरेगा के तहत श्रमिक नियोजन की संख्या निर्धारित प्रतिषत से कम होने के कारण इन विभागों को यह प्रतिषत बढ़ाने के निर्देष दिए। पंचायत समितियों को खुले में शौच से मुक्त करने के अभियान को मिषन मोड पर लेते हुए 2 अक्टूबर तक लक्ष्य हासिल करने के निर्देष दिए। पिछले दिनों हुई अतिवृष्टि के कारण हुई टूट-फूट के बड़े कार्य भी महानरेगा के अन्तर्गत लेने हेतु सार्वजनिक निर्माण विभाग को कहा गया। इसके अलावा विकास अधिकारियों को दिसम्बर माह तक सभी फूड गोदाम के कार्य पूर्ण करने के निर्देष दिए गए। आंगनबाड़ी केन्द्रों के निर्माण, खेल मैदान विकसित करने, केटल शेड के कार्य करवाने एवं अपना खेत-अपना काम योजना के तहत व्यक्तिगत कार्यों के लक्ष्य अर्जित करने के निर्देष भी दिए गए। पूर्ण हो चुके कार्यों के उपयोगिता प्रमाण पत्र एवं पूर्णता प्रमाण पत्र भी भिजवाने के निर्देष दिए गए। बैठक में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी अषोक पुरसवानी, सभी विकास अधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

दो दिन का मेडीकल कम फंक्शनल असेसमेंट कैम्प कल से

बारां, 29 अगस्त। सर्वशिक्षा अभियान की समावेशित शिक्षा के अंतर्गत विशेष आवश्यकता वाले बालक-बालिकाओं के लिए दो दिवसीय मेडीकल कम फंक्शनल असेसमेंट कैम्प का आयोजन बुधवार एवं गुरुवार को अटरू रोड स्थित ताड़ के बालाजी परिसर में किया जाएगा। जिला परियोजना समन्वयक रामकृष्ण मीणा एवं समावेशित शिक्षा के जिला प्रभारी राजेन्द्र प्रसाद चतुर्वेदी ने बताया कि शिविर में जिले भर के 6 से 14 वर्ष तक की आयु वर्ग के विशेष आवश्यकता वाले बालक-बालिका भाग लेंगे। मेडीकल बोर्ड द्वारा शिविर में विकलांगता प्रमाण पत्र, रेलपास, बस पास बनाए जाएंगे। एलिम्को टीम द्वारा सहायक उपकरण प्रदान करने हेतु भी आवश्यकतानुसार चयन किया जाएगा।

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जल स्वावलम्बन के दूसरे चरण हेतु बैठक आज

बारां, 29 अगस्त। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के दूसरे चरण में विभिन्न कम्पनियों के सीएसआर, गैर सरकारी संस्थाओं, मीडियाकर्मियों एवं धार्मिक ट्रस्ट की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु मंगलवार को मिनी सचिवालय सभागार में प्रातः 11 बजे एक बैठक का आयोजन किया जाएगा। जिला कलक्टर डॉ एसपी सिंह ने बताया कि समाज के सभी अंगों की भागीदारी के कारण पहले चरण में अभियान को आशातीत सफलता प्राप्त हुई है। दूसरे चरण हेतु सभी की सहभागिता पर चर्चा के लिए यह बैठक आयोजित की गई है। बैठक में सभी मीडियाकर्मी, गैरसरकारी संगठनों के प्रतिनिधि एवं धार्मिक ट्रस्ट के प्रतिनिधि आमंत्रित हैं।

उचित कीटशानी का प्रयोग करने की सलाह

बारां, 29 अगस्त। कृषि विभाग की ओर से जिले के किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फसलों को कीट के प्रभाव से बचाने हेतु उचित कीटनाशी का ही प्रयोग करें। कृषि विस्तार उपनिदेशक अतीश कुमार शर्मा ने बताया कि गलत कीटनाशी के प्रयोग से किसान को आर्थिक एवं शारीरिक नुकसान की सम्भावना रहती है तथा फसल को रोग मुक्त करने में भी सफलता नहीं मिलती।

शर्मा ने बताया कि तापमान बढ़ने से कहीं-कहीं सोयाबीन एवं उड़द की फसलों पर टोबेको केटर पिल्लर व सेमीलूपर लट का प्रभाव देखा जा रहा है। हालांकि यह जिले बहुत ही कम स्थानों पर देखा गया है लेकिन जहां पर यह प्रभाव है वहां इसकी प्रभावी रोकथाम आवश्यक है। टोबेको केटर पिल्लर से बचाव हेतु प्रारम्भिक अवस्था में एसपी एनपीवी 250 एलआई अथवा बीटी का 1 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर के हिसाब से छिड़काव करें। क्यूनालफॉस 25 ईसी या क्लोरपायरीफॉस 20 ईसी डेढ़ लीटर या ट्राइजोफॉस 40 ईसी 800 मिली या इन्डोक्साकार्ब 14.5 ईसी 300 मिली या राइनेक्सीपर 20 एससी 100 मिली प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करें। सेमीलूपर के नियंत्रण हेतु इन सब में से एक के अलवा नोवाल्यूरान 10 एससी 500 मिली प्रति हेक्टेयर से छिड़क सकते हैं। आवश्यकता होने पर 15 दिन बाद फिर से छिड़काव करें। उड़द में पीलिया रोग से बचाव हेतु 0.1 प्रतिशत गंधक के तेजाब या 0.5 प्रतिशत हरा कशीश का छिड़काव करें। अधिक जानकारी हेतु निकटतम कृषि कार्यालय या विस्तार कार्यकर्ता से सम्पर्क किया जा सकता है।

फ़िरोज़ खान (बारां)

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